बच्चों को अंधेरे, अकेलेपन और जानवरों आदि से क्यों लगता है डर? जानें कारण और डर दूर करने के उपाय

छोटे बच्चों को डर लगना स्वाभाविक है। ऐसे माता-पिता को उस डर को दूर करने का तरीका पता होना चाहिए। जानते हैं डर के कारण और बचने का तरीका
  • SHARE
  • FOLLOW
बच्चों को अंधेरे, अकेलेपन और जानवरों आदि से क्यों लगता है डर? जानें कारण और डर दूर करने के उपाय


बच्चों को डर लगना उनके विकास का ही हिस्सा होता है। लेकिन इसके पीछे कई कारण छिपे होते हैं जिनके बारे में माता-पिता को पता होना जरूरी है। बच्चों को डर उनकी उम्र के हिसाब से उत्पन्न होता है। उदाहरण के तौर पर अगर उनकी उम्र 2 से 3 साल की है तो वह तेज आवाज या किसी चीज के तेज टूटने के कारण डर सकते हैं। इसी तरह कई उम्र के बच्चे अलग-अलग तरीकों से डर सकते हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बच्चों को डर क्यों लगता है। साथ ही इस डर को दूर करने के उपाय भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

बच्चों को डर लगने का कारण

बच्चों को डर निम्न कारणों से लग सकता है-

  • अक्सर बच्चे कल्पना करना शुरू कर देते हैं और उसी कल्पना के कारण है कभी-कभी डर भी जाते हैं। वे कभी सोचते हैं कि उनके ऊपर कोई सामान गिर रहा है या पंखा चलते चलते उनके ऊपर गिर जाएगा।
  • बच्चों को भी चिंता या तनाव जैसी समस्या हो सकती हैं, जिसके कारण वे डर जाते हैं। बच्चों को भी ज्यादा चिंता हो सकती है।
  • बच्चे अंधेरे से काफी डरते हैं। अंधेरे में उन्हें चीजें भयानक और विशाल नजर आ सकती है, जिसके कारण बच्चे डर जाते हैं।
  • कुछ बच्चों को जानवरों से भी डर लगता है।वे अपने आसपास बिल्ली, कुत्ता, चूहा आदि देखते हैं तो उन्हें लगता है कि वे जानवर से असुरक्षित हैं और वे डर डर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें- बच्चों के आपसी लड़ाई-झगड़ों को रोकने के लिए अपनाएं ये 7 तरीके

6 महीने से लेकर स्कूल जाने तक के बच्चों का डर

जब बच्चों की उम्र 6 महीने से लेकर 3 साल तक के बीच की होती है तो वे किसी स्ट्रेंजर आदि से डर सकते हैं। वहीं अगर बच्चे की उम्र 3 से 4 सााल के बीच है तो ले अंधेरे फेस मास या कल्पना से डर जाते हैं। अगर बच्चों की उम्र स्कूल जाने की है तो वे तूफान, चोट, कुत्ते, सांप, मकड़ी आदि से डर सकते हैं।

 

बच्चों के डर को दूर करने के उपाय

माता-पिता बच्चे के डर को कुछ आसान तरीके से दूर कर सकते हैं-

  • वे बच्चों की दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ व्यायाम आदि को भी जोड़ें।
  • बच्चे समय-समय पर गहरी लंबी सांस लेते रहें।
  • अरे बच्चे को किसी चीज से डर लगता है तो आप अपने बच्चों को समझाएं और उन्हें उसके डर से रूबरू करवाएं।
  • अगर बच्चों को किसी नुकीली चीज से डर लगता है तो आप उस चीज से बच्चे के सामने गुड़िया से या तकिये पर उससे खेल कर सकते हैं। इससे उस चीज को बच्चा मामूली समझेगा।
  • कभी-कभी बच्चों को डर अकेलेपन से भी लगता है ऐसे में बच्चों के साथ खूब समय बताएं।
  • कभी-कभी अपने बच्चों को खुद के साथ भी सोने दें।
  • बच्चों को बाहर लेकर जाएं और कभी-कभी बच्चों को हॉरर मूवी भी दिखा सकते हैं।
  • बच्चे को अंधेरे कमरे में ना सुलाएं और उन्हें अकेलापन महसूस ना होने दें।
  • अगर बच्चों को किसी चीज से डर लगता है तो उन्हें इससे रूबरू करावाएं।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि बच्चों में डर किसी भी कारण हो सकता है। ऐसे में बच्चे के डर को समय रहते दूर करना जरूरी है। अगर आपको लगे कि आपका बच्चा अधिक डर रहा है तो उसे विशेषज्ञ के पास भी ले जा सकते हैं।

इस लेख में इस्तेमाल की जानें वाली फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

Read More Articles on parenting in hindi

Read Next

आप कैसे कर रहे हैं अपने बच्चे की परवरिश? इन संकेतों से पहचानें कैसे पैरेंट हैं आप

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version