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प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस (वजाइनल इंफेक्शन) क्यों होता है? जानें इसके कारण

प्रेग्नेंसी में महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस लेख में जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने के कारण और लक्षण क्या होते हैं?
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प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस (वजाइनल इंफेक्शन) क्यों होता है? जानें इसके कारण


महिलाओं को वेजाइनल इंफेक्शन से बचने के लिए पर्सनल हाइजीन मेंटेन करने की सलाह दी जाती है। दरअसल, महिलाओं को वजाइना से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बेहद अधिक होता है। यही वजह है कि महिलाओं में बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) की समस्या देखने को मिलती है। डॉक्टरों की मानें तो किशोरावस्था से करीब 45 वर्ष तक महिलाओं को बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने की संभावना अधिक होती है। महिलाओं की वजाइना में कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं। साफ सफाई पर ध्यान न देने पर यह बैक्टीरिया कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान भी महिलाओं को बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या हो सकती है। इसमें महिलाओं को वजाइनल डिस्चार्ज का लक्षण देखने को मिलता है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने पर महिलाओं को यूरिन पास करते समय जलन महसूस होती है। साथ ही, महिलाओं को वेजाइना में खुजली, अहजता और जलन हो सकती है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस के क्या कारण (Causes Of Bacterial Vaginosis In Pregnancy) होते हैं और इस दौरान किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं? 

प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने के क्या कारण होते हैं? 

एनएचएस के अनुसार प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने से बच्चे का समय से पहले जन्म और मिसकैरेज का जोखिम बढ़ सकता है। आगे डॉक्टर से जानते हैं प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने के कुछ मुख्य कारण के बारे में  

हार्मोनल बदलाव

प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव तेजी से होते हैं, वजाइना को प्रभावित कर सकते हैं। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के बढ़े हुए स्तर वजाइना के पीएच संतुलन को बदल सकते हैं, जिससे यह बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है।

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शारीरिक संबंध

कई बार शारीरिक संबंध बनाने से भी बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने का जोखिम बढ़ सकता है। लगातार शारीरिक संबंध बनाने से वजाइना में बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, जिससे प्राकृतिक संतुलन बाधित हो सकता है।

पहले कभी बैक्टीरियल वेजिनोसिस होना

जिन महिलाओं को पहले बैक्टीरियल वेजिनोसिस हुआ होता है, उनमें दोबारा होने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में वजाइना के बैक्टीरिया में असंतुलन की संभावना अधिक होती है, खासकर गर्भावस्था और हार्मोनल परिवर्तन के दौरान बैक्टीरियल वेजिनोसिस हो सकता है।

हाइजीन पर ध्यान न देना

जब महिलाएं वजाइना की हाइजीन को मेंटेन नहीं कर पाती हैं, तो इससे बैक्टीरिया में बदलाव हो सकते हैं, जो बैक्टीरियल वेजिनोसिस का कारण बन सकते हैं। 

प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण क्या होते हैं? 

  • वजाइना से डिसचार्ज होना 
  • यूरिन पास करते समय जलन महसूस होना
  • वजाइना में खुचली होना
  • वजाइना से बदबू आना, आदि। 

इसे भी पढ़ें : वेजाइना (योनि) में इंफेक्शन से राहत पाने के लिए आजमाएं ये 5 घरेलू उपाय

Bacterial Vaginosis In Pregnancy: प्रेग्नेंसी में बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण महसूस होने पर आप इसे अनदेखा न करें, क्योंकि यह कई अन्य तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है। इस समस्या में आप तुरंत महिला रोग विशेषज्ञ से मिलकर इंफेक्शन का इलाज कराएं। 

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