Can You Get Chronic Kidney Disease from Dehydration: सभी लोग अपने करियर को अच्छे स्तर पर पहुंचाने के लिए अपना 100% देने की कोशिश करते हैं। ऐसे में काम को समय पर और अच्छी तरह खत्म करने की जुगत में वह अपनी सेहत को दरकिनार कर देते हैं। बिजी लाइफस्टाइल की वजह से लोगों का खाने का समय बिगड़ जाता है और वह रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी तक नहीं पीते हैं। इस स्थिति में डिहाइड्रेशन की समस्या होना आम बात होती है, जिससे शरीर में कई अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल आता है कि क्या वर्कप्लेस डिहाइड्रेशन की वजह से क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ सकता है? आइए इस सवाल का जवाब डॉ. तुषार तायल लीड कंसल्टेंट - इंटरनल मेडिसिन सीके बिड़ला हॉस्पिटल गुरुग्राम (Dr. Tushar Tayal Lead Consultant - Internal Medicine CK Birla Hospital Gurugram) से विस्तार में जान लेते हैं।
डिहाइड्रेशन का किडनी पर कैसा असर होता है?- How Does Dehydration Affect the Kidneys
वर्कप्लेस पर डिहाइड्रेशन की समस्या को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। हालांकि, किडनी के स्वास्थ्य पर इसका गंभीर लॉन्ग टर्म इफेक्ट (Long Term Effect) हो सकता है, जिसमें क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) का खतरा भी शामिल है। दरअसल, जब शरीर में पर्याप्त पानी की कमी होती है, तो किडनी को बॉडी वेस्ट को फिल्टर करने और फ्लूइड संतुलन बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में समय के साथ, बार-बार या लंबे समय तक डिहाइड्रेट रहने से किडनी के टिशूज को कम नुकसान पहुंच सकता है और उनके ठीक से काम करने की क्षमता पर बुरा असर होता है।
बता दें कि काम करने की जगहों में हाई तापमान, शारीरिक श्रम या बहुत तेज ऐसी चलने जैसी स्थितियां होती हैं। ऐसे में लोग पानी पीना भूल जाते हैं और आवश्यकता से कम पानी का सेवन करते हैं। इससे टॉयलेट गाढ़ा हो सकता है, जो किडनी की पथरी के गठन को बढ़ावा देता है और यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकता है। ये दोनों ही क्रोनिक किडनी डिजीज के जोखिम कारक हैं। इसके अलावा, डेस्क जॉब में ज्यादा कैफीन का सेवन और अपर्याप्त पानी का सेवन डिहाइड्रेशन में योगदान कर सकता है।
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क्रोनिक किडनी डिजीज क्या है?- What is Chronic Kidney Disease
कई लोगों के मन में यह सवाल आ सकता है कि क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) आखिर क्या समस्या है? तो सीकेडी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किडनी की कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होती जाती है और किडनी अपने कार्यों को ठीक से नहीं कर पाती है। यह एक दीर्घकालिक स्थिति है, जो कई वर्षों तक रह सकती है। इसके कारण व्यक्ति को कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
क्रोनिक किडनी डिजीज के लक्षण
- थकान: थकान सीकेडी का एक आम लक्षण है।
- सूजन: सूजन भी सीकेडी के आम लक्षणों में आती है।
- टॉयलेट में खून: टॉयलेट में खून आने की समस्या भी सीकेडी के लक्षणों में आती है।
- टॉयलेट की मात्रा में कमी: टॉयलेट की मात्रा में कमी सीकेडी का एक लक्षण है।
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किडनी के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। ऐसे में आप शरीर की जरूरतों और जलवायु के आधार पर 6-8 गिलास पान पी सकते हैं। इसके अलावा, काम पर पर्याप्त मात्रा में पानी पी सकते हैं। इससे किडनी को नहीं, बल्कि शरीर को ढेरों फायदे हो सकते हैं।