सर्दियों के सीजन में मूली काफी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। ऐसे में कई लोग सर्दियों में मूली के कई तरह के डिशेज जैसे- पराठे, सब्जी और सलाद का सेवन करते हैं। मूली स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। यह शरीर में सूजन को कम करने से लेकर कोलेस्ट्रॉल स्तर को सुधारने में असरदार हो सकता है। हालांकि, कुछ स्थितियों में इसका सेवन न करने की सलाह दी जाती है। अब सवाल यह है कि क्या थायराइड रोगी मूली का सेवन कर सकते हैं ? इस बारे में हमने लखनऊ की डायटीशियन प्रीति श्रीवास्तव से बातचीत की। आइए जानते हैं प्रीति श्रीवास्तव से क्या थायराइड रोगी मूली खा सकते हैं ?
क्या थायराइड रोगी खा सकते हैं मूली ?
डाटीशियन प्रीति श्रीवास्तव का कहना है कि थायराइड में मूली को खाया जा सकता है। इससे किसी तरह की समस्या नहीं होती है। हालांकि, अगर आपको थायराइड के साथ-साथ अन्य तरह की परेशानी जैसे - कब्ज, किसी तरह की सर्जरी हुई है, तो मूली का सेवन न करें। इससे आपके शरीर को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा अगर आप थायराइड रोगी हैं, तो सुबह के समय यानि सलाद के रूप में मूली का सेवन करे। शाम के वक्त मूली न खाएं। अगर आप मूली को उबालकर या फिर किसी रूप में पकाकर खा रहे हैं, तो यह आपके लिए अधिक लाभकारी हो सकता है।
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थायराइड में मूली के फायदे (Benefits of radish in Thyroid)
डायटीशियन का कहना है कि थायराइड रोगियों को मूली खाने से फायदे हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में-
हाइपरटेंशन को करे कंट्रोल
मूली में पोटेशियम की मात्रा होती है, जो थायराइड रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। पोटेशियम थायराइड में होने वाली हाइपरटेंशन की समस्या को कम करने में असरदार होता है।
हार्मोंन को करे संतुलित
डायटीशियन बताती हैं कि थायराइड की समस्या हार्मोन असंतुलन हो जाता है। इस स्थिति में मूली का सेवन आपके लिए लाभकारी है। मूली के सेवन से शरीर में हार्मोन स्तर को संतुलित किया जा सकता है।
पाचन हो सकता है दुरुस्त
थायराइड रोगियों को पाचन से जुड़ी समस्या काफी ज्यादा होती है। ऐसे में मूली खाना थायराइड रोगियों के लिए लाभकारी है। क्योंकि मूली में फाइबर होता है, जो पाचन को दुरुस्त करने में लाभकारी है।
ब्लड सर्कुलेशन को करे बेहतर
थायराइड रोगियों में ब्लड सर्कुलेशन की समस्या हो सकती है। क्योंकि यह ब्लड वेसेल्स को मजबूत बनाए रखने में असरकारी है। इसलिए अगर आपको ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्या है, तो आप मूली का सेवन कर सकते हैं।
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स्किन की परेशानी
थायराइड रोगियों को स्किन से जुड़ी समस्या जैसे- ड्राई स्किन, समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां हो सकती है। इस तरह की परेशानी को दूर करने में मूली थायराइड रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।
थायराइड में मूली के नुकसान और समाधान
मूली थायराइड रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि मूली को कच्चा न खाएं। दरअसल, मूली में गोइट्रोजन (Goitrogens) नामक प्राकृतिक पदार्थ होता है, जो कई अन्य तरह की सब्जियों और फलों जैसे- ब्रोकोली, केल, स्ट्रॉबेरी और कुछ सोया उत्पादन में पाया जाता है। यह केमिकल आयोडीन को थायरॉइड ग्रंथि तक पहुंचने की प्रक्रिया में अवरुद्ध उत्पन्न कर सकता है।
दूसरे शब्दों में कहा जाए, तो यह केमिकल थायरॉइड फंक्शन को बाधित कर सकता है। इसलिए मूली को कच्चा कम से कम खाएं। जर्नल ऑफ बीएमसी एंडोक्राइन डिसऑर्डर के अनुसार, गोइट्रोजेनिक खाद्य पदार्थों ( goitrogenic foods ) को पकाकर खाने से इसमें थायराइड हार्मोन उत्पादन को प्रभावित करने की क्षमता कम हो सकती है।