मौसम में बदलाव और वायरल संक्रमण आदि की वजह से होने वाला फ्लू शरीर में कई बीमारियों का कारण बन सकता है। गंभीर स्थिति में सीजनल फ्लू की वजह से मरीज को कई ऐसी समस्याएं हो सकती हैं जिन्हें मेडिकल एमरजेंसी माना जाता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्लू की वजह से हार्ट के मरीजों में दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। फ्लू की वजह से मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा कई गुना अधिक हो जाता है। इसके फ्लू की समस्या के कारण शरीर में सूजन हो सकती हैं जो न सिर्फ हृदय बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। आइये एक्सपर्ट डॉक्टर से जानते हैं क्या सीजनल फ्लू भी बन सकता है हार्ट फेलियर का कारण? और अगर ऐसा है तो इसकी वजहें क्या हैं?
क्या फ्लू की वजह से हो सकती है हार्ट फेलियर की समस्या? (Can Flu Cause Heart Failure?)
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सर्दी, बुखार, ठंड लगना और मांसपेशियों में दर्द की समस्या जैसे लक्षण फ्लू में दिखाई देते हैं। जिला अस्पताल गोंडा के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आर के यादव के मुताबिक कई लोगों में फ्लू की समस्या सामान्य रूप से होती है उनमें ये लक्षण कुछ दिन के लिए रहते हैं और थोड़ी सी सावधानी बरतने पर यह अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन जिन लोगों में फ्लू की समस्या में दिखाई देने वाले लक्षण काफी समय तक बने रहते हैं और कई दिनों तक फ्लू बना रहता है उन्हें काफी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। फ्लू की समस्या में हार्ट की बीमारी वाले मरीजों पर अधिक असर होता है। जिन लोगों में अनियमित दिल की धड़कन या कोरोनरी हार्ट डिजीज हैं उनमें फ्लू या इन्फ्लूएंजा जैसा इन्फेक्शन काफी गंभीर और जानलेवा हो सकता है। हार्ट के इन मरीजों में फ्लू की समस्या परेशानियों को बढ़ा देती है जिसकी वजह से उन्हें हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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फ्लू की वजह से हार्ट के मरीजों में समस्याएं (Flu Complications In Heart Patients)
फ्लू का संक्रमण होने पर शरीर में कई समस्याएं तो होती ही हैं लेकिन इसकी वजह से हार्ट का स्ट्रेस बढ़ जाता है। इसकी वजह से हृदय गति में वृद्धि, ब्लड प्रेशर की समस्या और कोलामाइंस नामक आंतरिक तनाव हार्मोन में वृद्धि हो जाती है। ऐसी स्थिति में दिल की पुरानी समस्याओं से पीड़ित व्यक्तियों में परेशानियां बढ़ जाती हैं। इसके साथ ही फ्लू की समस्या में सूजन के कारण प्लाक टूटने की वजह से हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर की समस्या ट्रिगर हो जाती है। फ्लू और इन्फ्लूएंजा का वायरस हार्ट की मांसपेशियों पर भी नकरात्म प्रभाव डालता है जिसकी वजह से मायोकार्डिटिस (हृदय की मांसपेशियों की सूजन) जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।
फ्लू से कैसे करें बचाव? ( Tips To Prevent Flu?)
फ्लू या इन्फ्लूएंजा जैसी समस्याओं से बचाव के लिए आपको साफ-सफाई और बीमार व्यक्तियों में संक्रमण का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप हार्ट के मरीज हैं तो आपको फ्लू की वजह से कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए ऐसे मरीजों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। फ्लू की समस्या से ग्रसित लोगों के संपर्क में न जाना, नियमित रूप से हाथों को सफाई करने से आप फ्लू से संक्रमित होने से बच सकते हैं। इसके अलावा अगर आप दिल के मरीज हैं तो हार्ट अटैक की समस्या जैसी गंभीर जानलेवा स्थिति से बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम, संतुलित आहार का सेवन और दवा आदि का समय पर सेवन करते रहें। अगर आपमें फ्लू के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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