Can Flu Cause Of Death: मौसम बदलते ही बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है उनको इंफ्लुएंजा होने की संभावना बढ़ जाती है। इंफ्लुएंजा को ही फ्लू के नाम से जाना जाता है। यह एक वायरल रेस्पिरेटरी इंफेक्शन हैं। इसमें लोगों सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, व सिरदर्द के लक्षण महसूस होते हैं। कुछ लोग इसे नजरअंदाज कर जाते हैं और डॉक्टर के पास बिना जाए खुद ही दवा का सेवन कर लेते हैं। लेकिन, डॉक्टरों की मानें तो यह रोग कुछ लोगों के लिए जानलेवा साबित (can influenza cause death) हो सकता है। ऐसे में इस संक्रमण को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। आगे नोएड़ा शर्मा क्लीनिक के फिजीशियन डॉ. विनोद शर्मा से जानते है कि किन लोगों को फ्लू में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
फ्लू से किन लोगों को जान का जोखिम होता है? How do people die from the flu In hindi
लोगों अक्सर फ्लू के लक्षणों को सामान्य लक्षण समझकर इसे अनदेखा कर देते हैं। लेकिन, यदि आपको पहले से ही कोई गंभीर रोग है, तो फ्लू की वजह से आपको जान का जोखिम बढ़ सकता है।
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज
फ्लू का यदि सही समय पर इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से निमोनिया होने की संभावना बढ़ जाती है। इस स्थिति में जिन लोगों को क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की समस्या हो चुकी होती है, उनको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, जो उनके लिए खतरनाक हो सकता है।
रेस्पिरेटरी इंफ्लेमेशन
फ्लू के वायरस की वजह से लोगों रेस्पिरेटरी इंफ्लेमेशन होने का खतरा बढ़ जाता है। यह स्थिति रेस्पिरेटरी फेलियर का कारण बन सकती है। जिसकी वजह से लंग्स में शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन प्रदान नहीं कर पाता है। जिससे जान का जोखिम बढ़ जाता है।
सेप्सिस होना
फ्लू के कारण ब्रेन, हार्ट और मांसपेशियों में सूजन बढ़ सकती है। इससे सेप्सिस हो सकती है, यह एक इमरजेंसी स्थिति होती है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा हो सकती है।
सेकेंडरी इंफेक्शन
फ्लू की वजह से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में आपको अन्य संक्रमणों को खतरा अधिक होता है। ऐसे में ऑर्गन फेलियर होने की संभावना हो सकती है। साथ ही, रक्त में इंफेक्शन होने से व्यक्ति को जान का जोखिम हो सकता है।
फ्लू होने पर क्या गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं? Complication in Flu in Hindi
- सांस लेने में तकलीफ महसूस होना
- अचानक चक्कर आना
- पेट में दर्द
- सीने में दर्द
- लगातार उल्टी होना, आदि।
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डॉक्टर के अनुसार फ्लू से बचाव के लिए डाइट में पोषण युक्त आहार को शामिल करें। साथ ही, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। इससे आपको संक्रमण होने का खतरा कम होता है। इसके अलावा, छोटे बच्चों, बुजुर्गों और प्रेग्नेंट महिलाओं को फ्लू से बचाव करना चाहिए।