महिलाओं की प्रेग्नेंसी में गर्भाशय का अहम रोल होता है। गर्भाशय में किसी भी तरह की परेशानी प्रेग्नेंसी के सफर को मुश्किल भरा बना सकता है। कई महिलाओं को तो कंसीव करने में ही परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। माना जाता है जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियां का सेवन करती हैं, उससे गर्भाशय पर असर पड़ सकता है। डॉक्टर की मानें तो अधिक दवाओं के सेवन से गर्भाशय पर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल के अनुसार गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है। आगे जानते हैं इस विषय को विस्तार से।
गर्भनिरोधक गोलियों से क्या होता है?
गर्भनिरोधक गोलियों में सिंथेटिक हार्मोन होते हैं, जो आमतौर पर ओव्यूलेशन, निषेचन या गर्भाशय में अंडे के फर्टाइल होने की प्रक्रिया को बाधित करते हैं। यह प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। लेकिन, इन्हें जन्म निंयत्रित (बर्थ कंट्रोल) विधि के रूप में उपयोग नही किया जाना चाहिए। ये केवल इमरजेंसी में उपयोग की जानी चाहिए।
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इमरजेंसी पिल्स से गर्भाशय पर क्या असर पड़ता है? | Can Emergency Pills Affect Your Uterus In Hindi
क्या गोली आपके गर्भाशय ग्रीवा को नुकसान पहुंचा सकती है?
एक महिला जितने लंबे समय तक ओरल गर्भ निरोधकों का उपयोग करती है, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का खतरा उतना ही अधिक बढ़ जाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि 5 साल से कम के उपयोग से 10% जोखिम बढ़ सकता है, 5-9 साल के उपयोग से 60% जोखिम और 10 या अधिक वर्षों के उपयोग से जोखिम दोगुना हो सकता है।
इमरजेंसी पिल्स गर्भाशय को कैसे प्रभावित करती है?
गोली गर्भाशय ग्रीवा के चारों ओर म्यूकस को गाढ़ा करके भी काम करती है, जिससे शुक्राणु के लिए गर्भाशय में प्रवेश करना और जारी किए गए किसी भी अंडे तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। पिल्स में मौजूद हार्मोन कभी-कभी गर्भाशय की परत को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे अंडे का गर्भाशय की दीवार से जुड़ना मुश्किल हो जाता है।
एंडोमेट्रियल लाइनिंग पर प्रभाव
इमरजेंसी पिल्स (गर्भनिरोधक गोलियां) गर्भावस्था को रोकती हैं और एंडोमेट्रियल लाइनिंग को प्रभावित करना है। ये गोलियां गर्भाशय की प्रक्रिया को बदल सकती हैं, जिससे यह एग फर्टाइल नहीं हो पाते हैं। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि आपातकालीन गोलियां एंडोमेट्रियल लाइनिंग में परिवर्तन ला सकती हैं, जिससे संभावित रूप से यह गर्भाशय को प्रभावित कर सकती है।
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डॉक्टर के अनुसार कुछ लोगों का मानना है कि यह सेफ होती है। जबकि, कुछ लोग इसके लंबे इस्तेमाल को हानिकारक बताते हैं। वहीं, किसी भी दवा का लंबे समय तक उपयोग करने से शरीर का सामान्य प्रक्रिया बाधित होती है। ऐसे में महिलाओं की फर्टिलिटी पर नुकसान हो सकते हैं। इसलिए किसी भी तरह की दवा का इस्तेमाल लंबे समय तक न करें। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी से पहले कुछ जरूरी टेस्ट अवश्य कराएं। इससे प्रेग्नेंसी में होने वाले जोखिम से बचा जा सकता है।