Can Drinking Water Help With Sugar Cravings: मुझे मीठा खाना बहुत पसंद है इसलिए मैं समझ सकती हूं कि जिन लोगों को शुगर क्रेविंग होती है, उन्हें मीठा खाकर कितना सुकून महसूस होता होगा। मीठे की क्रेविंग एक आम समस्या है, जिसका सामना कई लोग करते हैं। मैंने किसी स्टडी में यह पड़ा था कि मीठे की लत, शराब की लत को छोड़ने से भी ज्यादा मुश्किल होती है। लोगों को मीठा खाने का मन तब करता है जब शरीर को अचानक चीनी की जरूरत महसूस होती है या दिमाग में चीनी का सेवन करने की इच्छा जगती है। इसका कारण कई बार मानसिक तनाव, थकान या लो शुगर लेवल भी हो सकता है। कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि अगर आप पानी का सेवन कर लें, तो शुगर क्रेविंग को खत्म किया जा सकता है। पानी का सेवन शरीर के लिए जरूरी है। जब हम पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं, तो हमारा शरीर सही ढंग से काम करता है और पाचन से लेकर मेटाबोलिज्म तक की प्रक्रियाएं बेहतर हो जाती हैं। इसके अलावा, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भूख को कंट्रोल करने और ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखने में भी मदद मिलती है। लेकिन पानी पीकर शुगर क्रेविंग दूर होती है या नहीं, इस बारे में विस्तार से बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के होली हॉस्पिटल की डाइटिशियन सना गिल से बात की।
क्या पानी शुगर क्रेविंग को कम करता है?- Does Water Reduce Sugar Cravings
हां, पानी पीकर शुगर क्रेविंग को कम किया जा सकता है। शरीर में जब पानी की कमी होती है, तो इसका सीधा असर हमारी एनर्जी और दिमाग की कार्यक्षमता पर पड़ता है। प्यास और भूख के संकेतों में भ्रम के कारण हमारा दिमाग प्यास को मीठे की जरूरत समझता है। खासकर अगर शरीर में पानी की कमी हो, तो हमें ऊर्जा के लिए जल्दी से उपलब्ध स्रोत, जैसे कि शुगर या कार्बोहाइड्रेट की क्रेविंग होती है। इसलिए जब आप मीठे की चाह महसूस करते हैं, तब हो सकता है कि आपके शरीर को असल में पानी की जरूरत हो। पानी पीने से शरीर की यह जरूरत पूरी होती है और मीठे की क्रेविंग कम हो सकती है। इसलिए मीठे की क्रेविंग को कंट्रोल करने के लिए दिनभर में नियमित रूप से पानी पीना जरूरी है।
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पानी पीकर अतिरिक्त भूख कंट्रोल होती है
पानी पीने से भूख की तीव्रता भी कम हो जाती है। जब हम पर्याप्त पानी पीते हैं, तो पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे अतिरिक्त भूख और मीठे की इच्छा भी कम हो जाती है। भोजन से पहले पानी पीने से कुल कैलोरी सेवन में कमी हो सकती है, जिससे वजन कम करने और मीठे की क्रेविंग को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
पानी पीने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है
मीठे की क्रेविंग अक्सर तब होती है जब ब्लड शुगर लेवल लो हो। पानी ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। जब शरीर में पर्याप्त पानी होता है, तो ग्लूकोज के स्तर को स्थिर रखा जा सकता है, जिससे अचानक मीठे की चाहत कम होती है। पानी पीना शरीर के मेटाबोलिज्म को तेज करने में भी मदद करता है, जो कैलोरी बर्न करने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
पानी पीकर तनाव और शुगर क्रेविंग घटती है
तनाव के कारण मीठे की क्रेविंग बढ़ सकती है। अक्सर कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि उन्हें तनाव में मीठा खाने का मन करता हे। जब हम तनाव में होते हैं या थके होते हैं, तो हमारा शरीर तुरंत ऊर्जा के लिए मीठे की चाह करता है। पानी पीने से दिमाग और शरीर को ताजगी मिलती है, जो तनाव और थकान को कम करने में मदद मिलती है। इसके परिणाम में मीठे की क्रेविंग भी कम हो जाती है। इसके अलावा, पानी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे शरीर की सामान्य कार्यक्षमता में सुधार होता है।
पानी पीना मीठे की क्रेविंग को कम करने में मदद मिलती है। खासकर जब प्यास और भूख के संकेतों में भ्रम होता है। इसलिए, मीठे की क्रेविंग को कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
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