आपने अक्सर माता-पिता को यह कहते हुए सुना होगा कि बीमार बच्चों को डेयरी प्रोडक्ट देने से बलगम बढ़ने लगता है। दरअसल, बीमार होने पर बच्चे के शरीर में कई तरह बदलाव होते हैं, ऐसे में कुछ बच्चों को कुछ विशेष आहार खाने से बलगम की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए अभिभावक बच्चों डेयरी प्रोडक्ट न खाने की सलाह देते हैं। इस लेख में चाइल्ड केयर क्लीनिक के पीडियाट्रिशियन डॉक्टर भार्गव गर्ग से जानते है कि क्या बीमारी में बच्चों को डेयरी प्रोडक्ट देने से म्यूकस बढ़ सकता है।
क्या बीमार बच्चों को डेयरी प्रोडक्ट से बलगम बढ़ सकता है? - Can Dairy Products Make Sick Children Produce More Mucus In Hindi
डेयरी प्रोडक्ट बीमार बच्चों में बलगम की समस्या बढ़ा सकते हैं। यह बात वैज्ञानिक रिसर्च के बजाय सामाजिक मान्यताओं के कारण मानी जाती है। कुछ माता-पिता ने इस बात को नोटिस किया कि सर्दी, फ्लू और रेस्पिरेटरी संक्रमण में जूझते समय डेयरी प्रोडक्ट देने से बच्चे के बलगम की मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसे में अधिकतर अभिभावक बच्चों को डेयरी प्रोडक्ट देना बंद कर देते हैं।
क्या है सच्चाई
डेयरी प्रोडक्ट बच्चों के बलगम को बढ़ा सकते हैं, इस बात की पुष्टि के लिए रिचर्स या स्टडीज कम मिलती है। बीमारी में बच्चों को हल्का गुनगुना दूध दिया जा सकता है। कई बार तो डॉक्टर कुछ दवाएं से पहले बच्चे को दूध लेने की सलाह देते हैं। ऐसे में बच्चे की डाइट से दूध या उससे बनी चीजों को हटा देना सही नहीं होगा। इससे बच्चे के पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाएंगे। जिससे बच्चा और बीमार पड़ सकता है।
डेयरी प्रोडक्ट के पोषण संबंधी लाभ
बढ़ते बच्चों के लिए डेयरी उत्पाद आवश्यक पोषक तत्वों का महत्वपूर्ण सोर्स होते हैं । दूध, पनीर, दही और अन्य डेयरी खाद्य पदार्थ में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। यह सभी हड्डियों के स्वास्थ्य, मांसपेशियों के कार्य और बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। डेयरी प्रोडक्ट बच्चे के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।
बीमार बच्चों के बलगम की समस्या को कैसे दूर करें?
- हाइड्रेट रखें: बीमारी में भी बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं। इससे बच्चे के शरीर में डिहाइड्रेशन नहीं होता है।
- पौष्टिक आहार दें: बीमार बच्चों को डाइट में फल दिए जा सकते हैं। फल में मौजूद पौषक तत्व बलगम की समस्या को कम करने में फायदे मंद होते हैं।
- स्टीम थेरेपी: बलगम को ढीला करने और नाक की कन्जेशन से राहत पाने के लिए ह्यूमिडिफायर या स्टीम इनहेलर का उपयोग करें। यूकेलिप्टस या पेपरमिंट जैसे एसेंसियल ऑयल को आप ह्यूमिडिटीफायर में डाल सकते हैं।
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बच्चों की डाइट में किसी भी तरह के बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। इससे बच्चे की बीमारी को दूर करने में पेरशानी नहीं होती है। साथ ही, बच्चे को पर्याप्त पोषण मिलता है।
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