Can Cancer Patients Drink Tea: कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है। खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण कैंसर जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। कैंसर के मरीजों को तेजी से रिकवर करने के लिए हेल्दी और पौष्टिक डाइट का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसका इलाज कराते समय भी खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है। बहुत ज्यादा स्मोकिंग, शराब का सेवन और कैफीन आदि की वजह से कैंसर के मरीजों की स्थिति और गंभीर हो सकती है। कैंसर के मरीज अक्सर इस बात को लेकर भी परेशान रहते हैं, कि उन्हें इस बीमारी में चाय पीनी चाहिए या नहीं। तो आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कैंसर की बीमारी में चाय पीनी चाहिए या नहीं?
कैंसर में चाय पीनी चाहिए या नहीं?- Can Cancer Patients Drink Tea in Hindi
चाय में मौजूद कैफीन सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है। यही कारण है कि बहुत ज्यादा चाय पीने वाले लोगों को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लीनिकल डाइटिशियन डॉ वीडी त्रिपाठी कहते हैं, "चाय में कैफीन की मात्रा होती है, जिसका अधिक सेवन नींद, पेट और पाचन समेत कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। कैंसर की बीमारी में चाय का ज्यादा सेवन करने से मरीज की स्थिति और खराब हो सकती है। हालांकि, इस बीमारी में आप दूध की चाय की जगह कुछ आयुर्वेदिक या ग्रीन टी आदि का सेवन कर सकते हैं।"
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कैंसर में ज्यादा चाय पीने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। चाय में कैफीन की मात्रा अधिक होने से नींद की कमी, हार्ट की समस्याएं, एंटीऑक्सिडेंट्स के अधिक सेवन से डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर आदि का खतरा बढ़ जाता है। चाय में मौजूद शुगर का अधिक सेवन करने से डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर जैसी स्थिति भी हो सकती है।
कैंसर के मरीज सामान्य चाय की जगह इन चाय का सेवन कर सकते हैं-
1. हर्बल चाय- कैंसर के मरीजों के लिए हर्बल चाय बहुत ही सुरक्षित और फायदेमंद हो सकती है। हर्बल चाय जैसे कि पुदीना, अदरक, नींबू आदि कैंसर के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकती हैं। इनमें एंटीऑक्सिडेंट्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं।
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2. ग्रीन टी- ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट्स की अधिक मात्रा होती है जो कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, ग्रीन चाय में कैफीन की मात्रा भी कम होती है जो कैंसर के रोगियों के लिए अधिक सुरक्षित होती है।
3. काली चाय- काली चाय में एंटीऑक्सिडेंट्स समेत कई तत्व होते हैं जो कैंसर के खिलाफ लड़ने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि, काली चाय में कैफीन की मात्रा अधिक हो सकती है, इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।
चाय के अलावा कैंसर के मरीजों को रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड्स, फैटी और तेल-मसाले वाले भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। पैंक्रियाटिक कैंसर के मरीजों को शराब और स्मोकिंग से भी दूर रहना चाहिए। किसी भी तरह की समस्या या परेशानी होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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