
Best Fruit For Piles In Hindi: बवासीर खराब खानपान और जीवनशैली के कारण होने वाली एक दर्दनाक बीमारी है। जिसमें व्यक्ति मल त्याग में परेशानी होती है और पेट में कब्ज की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण ब्लोटिंग और पेट में दर्द की समस्या भी होती है। साथ ही बैठने-उठने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जब लोगों को सुबह मल त्याग ठीक से नहीं होता है, तो कई बार वे ज्यादा दबाव डालते हैं जिससे मल के साथ खून आने की समस्या भी देखने को मिलती है। इस स्थिति को खूनी बवासीर कहा जाता है। बवासीर दो तरह की होती है, पहला बाहरी और दूसरी अंदरूनी। अंदरूनी बवासीर की स्थिति में मलाशय के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। वहीं दूसरी ओर बाहरी बवासीर में गुदे के बाहरी हिस्से में सूजन देखने को मिलती है। जिसके कारण व्यक्ति को काफी असजता होती है। बवासीर की स्थिति खराब खानपान, ज्यादा तला-भुना, नमकीन और मसालेदार भोजन करने, साथ ही शारीरिक रूप से एक्टिव न रहने का परिणाम है। जिसके कारण पाचन खराब होता है और पेट में कब्ज की समस्या होती है। लंबे समय में यह बवासीर को जन्म देता है।
लेकिन संतुलित और फाइबर से भरपूर के साथ बवासीर के लक्षणों को कम किया जाता है और मल त्याग की प्रक्रिया में सुधार हो सकता है। क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन की मानें तो सही खानपान के साथ बवासीर की समस्या को जड़ से खत्म किया जा सकता है। इसलिए डॉक्टर के दिए उपचार के साथ ही आपको अपने खानपान में स्वस्थ और फाइबर युक्त फूड्स को जरूर शामिल करना चाहिए। साथ ही बवासीर रोगी अगर कुछ फलों को डाइट का हिस्सा बनाएं, तो इससे भी कब्ज से छुटकारा पाने और मल त्याग में मदद मिल सकती है। बहुत से लोगों के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि बवासीर में कौन से फल खाने चाहिए (piles me konsa fruit khana chahiye)? आइए डायटीशियन से जानें 5 फल, जो दिलाएंगे बवासीर से राहत।
बवासीर में कौन से फल खाने चाहिए- Which fruits can be eaten in piles in hindi
1. केला खाएं
केला डाइट्री फाइबर और रेजिस्टेंट स्टार्ट से भरपूर होता है, कब्ज को दूर करने में भी केला बहुत मददगार है। यह आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है और प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है। यह बाउल मूवमेंट में सुधार करता है और पाचन को भी दुरुस्त करता है।
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2. पपीता खाएं
यह कोलन को साफ करने में मदद करता है। साथ ही इसमें रेचक गुण, फाइबर और पानी अच्छी मात्रा में होता है, जिससे यह मल त्याग में आसानी और बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
3. अंजीर खाएं
रात भर पानी में भीगे अंजीर का सुबह खाली पेट सेवन करने से भी कब्ज से निपटने में मदद मिलती है। यह फाइबर और रेचक गुणों से भरपूर होती है। जिससे यह बाउल मूवमेंट में सुधार करती है। आप दिन में 2 बार पानी में भीगे 4-5 अंजीर खा सकते हैं।
4. सेब खाएं
सेब घुलनशील फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो पाचन तंत्र को स्मूद बनाने में मदद करता है। यह मल को चिकना बनाने और बाउल मूवमेंट में सुधार करने में मदद करता है। इसलिए बवासीर रोगियों को दिन में 1 सेब जरूर खाना चाहिए।
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5. आलूबुखारा खाएं
आलूबुखारा अपनी हाई सोर्बिटोल सामग्री के कारण बवासीर रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। क्योंकि यह एक शक्तिशाली रेचक के रूप में काम करता है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर मल की स्थिरता में सुधार करते हैं। आप पानी में आलूबुखारा उबालकर, इसका सेवन कर सकते हैं।
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