भारतीय किचन में बनने वाले ज्यादातर पारंपरिक खानों में स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी विशेष ध्यान रखा जाता था। भारतीय खानों में मसाले, घी, अनाज आदि के परफेक्ट मिश्रण से ऐसी डिशेज बनाई जाती हैं, जो आपके लिए फायदेमंद साबित होती हैं। सर्दियों के लिए ऐसी ही एक बेहतरीन डिश है बेसन का शीरा। ठंड के मौसम में बेसन का शीरा पीने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है और सर्दियों की आम समस्याओं जैसे- जुकाम, बुखार, खांसी, सर्दी आदि में आराम मिलता है। ये आसानी से पच जाता है और पेट भी भरा रखता है इसलिए बीमार लोगों के लिए भी बेसन का शीरा बहुत फायदेमंद हो सकता है। बेसन का शीरा तरल होता है और इसे पिया जाता है। इसलिए ये आपके शरीर में जाते ही तुरंत एनर्जी रिलीज करता है, जिससे व्यक्ति को ताजगी मिलती है। इसलिए सर्दियों की सुबह या राम में आप बेसन का शीरा पिएं, तो आप सेहतमंद भी रहेंगे और आपका वजन भी घटेगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ और एक्सपर्ट सोमाली अधिकारी के अनुसार, यह शीरा ऊर्जा से भरपूर होता है क्योंकि इसमें घी, काली मिर्च, बेसन,सूखे मेवा व हल्दी मिले होते हैं। तभी तो ये एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी (antibacterial and anti-inflammatory properties) जैसे गुणों से भरपूर होता है। इस शीरे के यही गुण बदलते मौसम में किसी भी प्रकार के संक्रमण (infection) से दूर करते हैं।
कैसे बनाएं (Method to Prepare Sheera)
इस पारंपरिक भारतीय व्यंजन को घर में सिर्फ दस मिनट में तैयार किया जा सकता है। पहले एक कढ़ाई में देसी घी गर्म करें फिर उसमें एक कटोरी बेसन डालें और इसे सुनहरा भूरा होने तक भूनें। अब इसमें दो कप दूध डालें और अच्छे से मिलाएं ताकि गुल्थी न पड़ें। अब इसमें एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर, एक चौथाई चम्मच काली मिर्च पाउडर, थोड़ी इलाइची, चार चम्मच चीनी या गुड़ डालकर अच्छे से मिलाएं। इसे चार से पांच मिनट तक पकाएं। हल्का गाढ़ा होने पर आंच से उतार लें और गर्म गर्म परोसें।
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जरूरी टिप्स शीरा बनाते समय (Important Tips)
- यदि आप चाहते हैं तो सादे दूध की जगह बदाम का दूध भी प्रयोग कर सकते हैं।
- यदि शीरे को कम गाढ़ा रखना चाहते हैं तो दूध की मात्रा बढ़ाएं।
- ध्यान रखें कि शीरा खाने के आधा घंटे बाद ही पानी पीएं पहले नहीं। लेकिन वह पानी भी गुनगुना या गर्म हो।
- लगातार दो दिन तक इस शीरे का सेवन आपको काफी हद तक आराम पहुंचायेगा।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर बेसन (Full Of Antioxidants)
बेसन में एंटीऑक्सिडेंट्स की अच्छी मात्रा होती है क्योंकि ये चने से बनता है। बेसन खाने से छाती और फेफड़ों में होने वाली समस्याएं दूर रहती हैं और नाक का रास्ता साफ रहता है। इससे आपको सांस लेने में आसानी रहती है। विटामिन बी1 होने के कारण ये जुकाम के कारण होने वाली सुस्ती से राहत दिलाता है और आपको तुरंत ऊर्जा पहुंचाता है।
कालीमिर्च और हल्दी
कालीमिर्च और हल्दी अपने एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटी बैक्टीरियल गुण के कारण जाने जाते हैं। इनके सेवन से बुखार और तेज जुकाम (cold and cough) में राहत मिलती है। यही नहीं नींद की समस्या में भी राहत मिलती है और व्यक्ति आराम से सो पाता है। इस शीरे की मदद से नाक अच्छे से साफ हो जाती है। एक्सपर्ट का कहना हैं कि बहती नाक से आराम पाने के लिए ये एक कारगर तरीका है।
गर्भवती महिलाओं के लिए भी है फायदेमंद
बेसन में फोलेट्स की मात्रा भी प्रचुर होती है। ये एक ऐसा विटामिन है जो नौ माह में भ्रूण के दिमाग और रीढ़ की हड्डी के विकास में सहयोगी होता है। ये शिशु के संपूर्ण विकास में मदद करता है। इसमें मौजूद दूध और घी भी भ्रूण के लिए लाभकारी हैं। यही कारण है कि गर्भवती (pregnant women) महिलाओं को बेसन का शीरा खाने को दिया जाता है। इसके साथ ही बेसन में मौजूद फॉस्फोरस और कैलशियम भी हड्डियों की मजबूती में सहयोगी होते हैं।
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वजन घटाने वाली हेल्दी रेसिपी है बेसन का शीरा (Healthy Recipe for Weight Loss: Besan ka Sheera)
बेसन में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है इसलिए अगर आप बेसन के शीरे को गुड़ डालकर बनाते हैं, तो ये आपका वजन घटाने में भी मदद कर सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर आप सुबह के ब्रेकफास्ट में या रात के डिनर में बेसन का शीरा पिएं, तो आपका पेट भी भरा रहेगा और आपके शरीर में ज्यादा कैलोरीज भी नहीं जमा होंगी, जिससे आपका वजन कंट्रोल में रहेगा।
अब जब आप बेसन के शीरे के लाभ जान चुके हैं, तो अबकी बार जब आप बीमार पड़ें, एंटीबायोटिक को न कहकर दादी मां के नुस्खों को अपनाइएगा।
सोमाली अधिकारी, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से बातचीत पर आधारित।
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