
खाने की अनियमित आदतों की वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियां शुरू हो जाती हैं। खून में कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ने से एचडीएल (गुड़ कोलेस्ट्रॉल) कम होने लगता है और एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) बढ़ना लगता है। खराब कोलेस्ट्रॉल नसों में जमने लगता है, जिससे प्लाक का निर्माण होता है। प्लाक बनने से नसे ब्लॉक होने लगती है। जिसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन पर प्रभाव पड़ता है और व्यक्ति को हाई बीपी की समस्या होने लगती है। यदि, समय रहते बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या का इलाज न किया जाए, तो इससे हार्ट फैलियर, स्ट्रोक और अटैक जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए संतुलित डाइट लेने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा डैली लाइफ में जंक फूड, शराब व स्मोकिंग को शामिल करने से बीपी और डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता है। लेकिन, डाइट में बदलाव और नियमित एकसरसाइज से आप हाई बीपी और डायबिटीज की समस्या को कम कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार डेली डाइट में कलौंजी और शहद को शामिल कर सकते हैं। इस विषय पर डायटिशियन शिवाली गुप्ता ने बताया कि कलौंजी और शहद के उपयोग से आप हाई बीपी और डायबिटीज के साथ ही कई अन्य बीमारियों को जोखिम को भी कम कर सकते हैं।
कलौंजी और शहद से हाईबीपी और डायबिटीज को कैसें करें दूर - Benefits Of Kalonji And Honey To Treat High BP and Diabetes In Hindi
हाई बीपी को करें कंट्रोल
कोलेस्ट्रोल बढ़ने से हाई बीपी की समस्या हो सकती है। हाई बीपी की समस्या में आप कलौंजी और शहीद को एक गिलास गर्म पानी के साथ पी सकते हैं। इससे हाई बीपी की समस्या में आराम मिलता है।
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डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार
कलौंजी और शहद में विटामिन, अमीनो एसिड, फाइबर, सैपोनिन, फैटी एसिड व प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा, कैल्शियम, आयरन, सोडियम और पोटेशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये सभी पोषक तत्व ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। साथ ही जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उनकी डायबिटीज को कंट्रोल में करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
सूजन को करें कम
खून में शुगर का लेवल बढ़ने से सूजन की समस्या हो सकती है। इस वजह से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों की सूजन को कम करने के लिए कलौंजी और शहद के उपयोग की सलाह दी जाती है। कलौंजी और शहद के इस्तेमाल से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही, शरीर में होने वाले सूजन को कम करने में मदद मिलती है।
पोटेशियम से डायबिटीज रहती है कंट्रोल
कलौंजी में पाए जाने वाला पोटेशियम डायबिटीज के रोगियों में होने वाली पोटेशियम की कमी को दूर करने का काम करता है। साथ ही, पोटेशियम डायबिटीज के बीपी को कंट्रोल में बनाए रखने में मददगार होता है। इसमें मौजूद आयरन और विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने और डायबिटीज को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
वजन को कम करें
कलौंजी और शहद के सेवन से आपका वजन कंट्रोल में रहता है। इससे आपको मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, जिसकी वजह से मोटापा दूर होता है और आपको डायबिटीज और बीपी होने का जोखिम कम होता है।
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डायबिटीज और हाई बीपी की समस्या में मरीज को हार्ट संबंधी रोग होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में डायबिटीज और बीपी के लेवल को नियंत्रित रखना बेहद आवश्यक होता है। अगर, आपको बीपी व डायबिटीज की वजह से अन्य परेशानियां हो रही है, तो ऐसे में बिना अनदेखी किए तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।
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