How to Get Rid of Constipation- फास्ट फूड और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण लोगों में कब्ज की समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। कई लोगों को तो हफ्ते में 4-5 दिन कब्ज के कारण परेशान रहना पड़ता है। न्यूट्रिशनिस्ट रमिता कौर का मानना है कि, ‘सिंबायोटिक फूड्स मल त्याग को नियंत्रित करने और कब्ज को दूर रखने में मदद कर सकते हैं, जिसके लिए होमसेट किशमिश दही एक अच्छा विकल्प है।” न्यूट्रिशनिस्ट ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर होमसेट किशमिश दही बनाने की आसान रेसिपी शेयर की है।
किशमिश दही बनाने की विधि - Raisin Curd Recipe in Hindi
सामग्री -
- दूध - 1 कप
- किशमिश - 5 -6
- दही - ¼ चम्मच
किशमिश दही बनाने का तरीका -
- किशमिश वाली दही बनाने के लिए बाउल में एक कप दूध डाल दें।
- इसके बाद इसमें 5 से 6 काली किशमिश डाल दें, अगर आपके पास काली किशमिश नहीं है तो नॉर्मल किशमिश भी चलेगी।
- अब इसमें ¼ चम्मच दही डाल दें।
- एक प्लेट से बाउल को ढककर किसी कपड़े में लपेट दें और गर्म स्थान पर जमने के लिए रख दें।
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कब खाना चाहिए दही किशमिश - Right Time to Eat Raisin Curd in Hindi
दही और किशमिश कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन किशमिश दही खाने का समय भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। दही का सेवन रात के समय करने से परहेज करना चाहिए, ऐसे में आप सुबह या दोपहर के समय किशमिश दही का सेवन कर सकते हैं। आप चाहे तो शाम के नाश्ते के समय भी इसे खा सकते हैं। लेकिन अगर आपको कब्ज की समस्या ज्यागा है तो आप इसे सुबह खाली पेट खाने की कोशिश करें।
दही किशमिश खाने के फायदे - Raisin Curd Health Benefits in Hindi
- शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने में फायदेमंद है।
- जोड़ों से जुड़ी समस्याओं को कम कर घुटने के दर्द से राहत दिलाता है।
- कब्ज की समस्या को दूर कर पाचन क्रिया को स्वस्थ रखता है।
- शरीर की हड्डियां को मजबूत करने में मदद करता है।
- पेट से जुड़ी समस्याओं से भी राहत दिलाता है।
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मदद करता है।
Image Credit : Freepik