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यूरिक एसिड और जोड़ों में दर्द को दूर करता है बथुआ का साग, जानें कैसे करना है सेवन

सर्दियों में मिलने वाले बथुआ से आप यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं। आगे जानते हैं बथुआ के साग के अन्य फायदे।
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यूरिक एसिड और जोड़ों में दर्द को दूर करता है बथुआ का साग, जानें कैसे करना है सेवन

यूरिक एसिड की समस्या लोगों में बढ़ने लगी है। यही कारण है कि आज लोगों को जोड़ों में दर्द की शिकायत हो रही है। यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी के काम पर भी प्रभाव पड़ता है। इसी वजह से शरीर में यूरिक एसिड को कंट्रोल करना बेहद आवश्यक होता है। जब शरीर में प्यूरीन (एक तरह का प्रोटीन) बढ़ता है, तब इससे यूरिक एसिड बढ़ता है। इस तरह का प्रोटीन कुछ खास खाद्य पदार्थ में पाया जाता है। इसके अलावा यह हमारे शरीर में भी बनता है। यूरिक एसिड बढ़ने से गठिया का रोग हो सकता है। साथ ही शरीर में सूजन व जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ने लगती है। इससे बचने के लिए आप डाइट में बदलाव कर सकते हैं। सर्दियों में मिलने वाला बथुआ आपके यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। आगे डायटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में बथुआ किस तरह से फायदेमंद (How To Control Uric Acid) हो सकता है। 

यूरिक एसिड और जोड़ों के दर्द को कम करने में बथुआ के साग के फायदे - Benefits Of Bathua Saag To Reduce Uric Acid And Joint Pain In Hindi

भरपूर एंटीऑक्सीडेंट

बथुआ साग एंटीऑक्सिडेंट का खजाना है, जिसमें फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स और विटामिन ए और सी शामिल हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फ्री रेडिकल्स, सूजन और जोड़ों के दर्द में की वजह बन सकते हैं। अपने आहार में बथुआ साग (uric acid me bathua kha sakte hai) को शामिल करके, आप अपने शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और हाई यूरिक एसिड को कम कर सकते हैं।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करें

बथुआ साग शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने की क्षमता रखता है। यूरिक एसिड, जमा होने पर, जोड़ों में क्रिस्टलीकृत हो सकता है, जिससे जोड़ों का दर्द शुरू हो सकता है। बथुआ साग में मौजूद हाई फाइबर गुर्दे के माध्यम से बनने वाले यूरिक एसिड के निर्माण को रोकता है और गठिया के खतरे को कम करता है।

bathua saag benefits

एंटी-इंफ्लेमेटरी 

जोड़ों के दर्द के पीछे सूजन एक आम कारण है और बथुआ का साग (is bathua good for uric acid) एक प्राकृतिक सूजन रोधी एजेंट के रूप में कार्य करता है। बथुआ के साग में बीटालेंस और अन्य बायोएक्टिव यौगिकों की मौजूदगी सूजन वाले मार्गों को दबाने में मदद करती है, जिससे जोड़ों के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों को राहत मिलती है। इस हरे पत्ते को अपने आहार में शामिल करना पुरानी सूजन और उससे जुड़ी परेशानी को कम कर सकता है।

पोषक तत्वों से भरपूर 

बथुए के साग में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे आवश्यक विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व स्वस्थ हड्डियों और जोड़ों के ठीक से काम करने के साथ ही उन कमियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं जो जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकते हैं। बथुआ का साग यूरिक एसिड के स्तर को कम करने का एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। 

डिटॉक्स करने में सहायक 

शरीर को डिटॉक्स करने में बथुआ का साग फायदेमंद हो सकता है। बथुआ साग में मौजूद क्लोरोफिल रक्त को डिटॉक्सीफाई करने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है। यह उन पदार्थों को हटाने में मदद कर सकता है, जो सूजन और जोड़ों के दर्द को ट्रिगर कर सकते हैं। 

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बथुआ के साग में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। सर्दियों में यह बाजारों में आसानी से उपलब्ध होता है। अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है तो ऐसे में आप नियमित रूप से बथुआ का सेवन कर सकते हैं। इससे आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। 

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