अर्ध मत्स्येंद्रासन करने से दूर होगा शरीर का दर्द और तनाव, जानें इस आसन को करने का सही तरीका

पीठ के दर्द और स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप नियमित रूप से अर्ध मत्स्येंद्रासन कर सकते हैं। आगे जानते हैं इसके फायदे और करने का तरीका। 

 

Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: Apr 17, 2023 17:40 IST
अर्ध मत्स्येंद्रासन करने से दूर होगा शरीर का दर्द और तनाव, जानें इस आसन को करने का सही तरीका

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Benefits Of Ardha Matsyendrasana : शरीर को स्वस्थ और सेहतमंद बनाने के लिए समय निकालना बेहद आवश्यक होता है। जैसे आप जॉब करने, पढ़ाई और अन्य कार्यों के लिए समय निकालते हैं, ठीक ऐसे ही शरीर के लिए भी समय निकालना जरूरी होता है। लेकिन वर्तमान समय में लोगों जॉब और घर के काम में इतना व्यस्त हो गए हैं कि वह अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं दे पाते हैं। लंबे समय तक तनाव व थकान की वजह से शरीर में कई तरह के रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए आप सुबह करीब एक घंटे योग व एक्सरसाइज रोजाना करें। इससे आपके शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और दर्द में आराम मिलता है। योग व एक्सराइज से आपको मानसिक शांति मिलती है, जिसकी वजह से आप हर कार्य को बेहतर ढ़ंग से कर पाते हैं। इस लेख में आपको अर्ध मत्स्येन्द्रासन के फायदों के बारे में बताया गया है। इस आसान से आप रीढ़ की हड्डी से जुड़े दर्द और तनाव को आसानी से दूर कर सकते हैं। आगे जानते हैं अर्ध मत्स्येन्द्रासन से मिलने वाले फायदे और इसे करने का सही तरीका।

अर्ध मत्स्येन्द्रासन से मिलने वाले फायदे - Benefits Of Ardha Matsyendrasana in Hindi 

मांसपेशियों को स्ट्रेच करें

दिनभर एक ही पोस्चर में बैठे रहने से आपकी पीठ में दर्द होने लगता है। इससे बचने के लिए आप अर्ध मत्स्येन्द्रासन कर सकते हैं। सुबह करीब 10 से 15 मिनट इस आसन को करने से पीठ का दर्द दूर होता है। साथ ही अन्य पैरों, हाथों और ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों में खिंचाव आता है। 

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ब्लड सर्कुलेशन के बनाए बेहतर 

अर्धमत्स्येन्द्रासन करने आपके शरीर की मांसपेशियां में लचीलापन आता है और आपका ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। अर्ध मत्स्येन्द्रासन को नियमित करने आपके शरीर के विषैल तत्व बाहर होते हैं और शरीर डिटॉक्स होता है।  

पाचन को करें दुरुस्त 

इस आसन के नियमित अभ्यास से आप अपनी पाचन क्रिया को बेहतर बना सकते हैं। इससे पेट के मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे पेट की मांसपेशियां मजबूत होती है और आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है।  

तनाव को करें दूर 

काम के प्रेशर की वजह से आज के समय में लोगों को तनाव और स्ट्रेस रहने लगा है। अर्ध मत्स्येन्द्रासन को नियमित करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और आपके दिमाग तक ऑक्सीजन आसानी से पहुंचती है। इससे आपका तनाव कम होता है और चिंता दूर होने लगती है। 

रीढ़ की हड्डी को बनाएं लचीला 

ऑफिस में घंटों कुर्सी में बैठकर काम करने से रीढ़ की हड्डी पर प्रेशर पड़ता है। साथ ही उसके पोस्चर में भी बदलाव आने लगता है। लेकिन अर्ध मत्स्येन्द्रासन से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है और इसकी वजह से होने वाला पीठ का दर्द दूर होता है। 

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अर्ध मत्स्येन्द्रासन करने का सही तरीका - How To Do Ardha Matsyendrasana in Hindi 

  • इस आसन को करने के लिए आप जमीन बैठ जाएं और पैरों को सीधा कर लें। 
  • इस समय आप रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। 
  • इसके बाद बाएं पैर को मोड़े और इससे कुल्हे के नीचे दबाएं। 
  • अब दाएं पैर को ऊपर की मोड़े, इसका घुटना ऊपर की ओर रखें।  
  • इसके बाद जो पैर ऊपर की ओर है, उस ओर शरीर के ऊपरी हिस्से को घुमाएं। 
  • ऐसा करते समय आप ऊपर वाले पैर को नीचे वाले पैर से क्रॉस करें और तलवे को घुटने के पास ले आएं। 
  • बाएं हाथ को जमीन पर रखें और गहरी सांस को अंदर भरें। 
  • इस पोजिशन में करीब 20 से 30 सेकेंड तक शरीर को होल्ड करें। 
  • इसके बाद ठीक विपरीत दिशा में आसन को दोहराएं। 
  • शुरुआत में आसन को ज्यादा देर तक न करें। इसके बाद धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं। 

योग  करने से आप अपने शरीर को रोग मुक्त बना सकते हैं। यदि आपको इस आसन को करते समय शरीर के किसी हिस्से में दर्द महसूस हो रहा है, तो ऐसे में कुछ समय के लिए इसे न करें। किसी समस्या होने पर योग आचार्य की मदद अवश्य लें। 

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