Bad Foods for People With Diabetes as per Ayurveda: डायबिटीज, जिसे आयुर्वेद में मधुमेह कहा जाता है, आज के समय में एक गंभीर बीमारी का रूप धारण कर चुकी है। भारत में हर चार में से 1 व्यक्ति डायबिटीज या प्री-डायबिटीज से पीड़ित है। यह मुख्य रूप से अनियमित लाइफस्टाइल, खानपान, कम फिजिकल एक्टिविटी और लो एक्सरसाइज की वजह से होता है।
आयुर्वेद के अनुसार, डायबिटीज का मुख्य कारण कफ दोष और अजीर्ण (पाचन तंत्र की कमजोरी) है। डायबिटीज को मैनेज करने के लिए संतुलित आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही, आयुर्वेद में डायबिटीज को संतुलित करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको ऐसे ही 3 खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका सेवन आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को नहीं करना चाहिए। इस विषय पर आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके बताया है।
1. दही
डॉ. दीक्षा भावसार का कहना है कि आयुर्वेद के अनुसार, दही प्रकृति में गर्म होता है (ठंडा नहीं जैसा कि आप सभी जानते हैं)। यह पचाने में भारी (गुरु) और प्रकृति में चिपचिपा (चिपचिपा) भी होता है। यह शरीर में कफ दोष को बढ़ाता है (जब कफ बढ़ता है, तो आपका वजन अधिक बढ़ता है, जिसकी वजह से मेटाबॉलिज्म खराब होता है और आप आलसी हो जाते हैं)। कफ आपके शरीर के चैनल को भी रोकता है, जिससे पोषण का खराब अवशोषण (पोषण की कमी) हो सकता है। पोषण का खराब अवशोषण होने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ता है। दही का सेवन करने से इंसुलिन सेंसिटिविटी भी बढ़ती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को रोजमर्रा के खानपान में दही को शामिल करने से बचना चाहिए।
2. गुड़
डायबिटीज के मरीज चीनी को खराब मानते हैं, लेकिन गुड़ को स्वास्थ्य के लिए अच्छा मानते हैं। इसका मुख्य कारण है गुड़ को चीनी के मुकाबले कम प्रोसेसिंग से गुजरना पड़ता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़ का सेवन भी इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाकर ब्लड शुगर लेवल को अनियंत्रित करता है। डॉ. दीक्षा के अनुसार, डायबिटीज के रोगियों को गुड़ का सेवन एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
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3. सफेद नमक
डायबिटीज रोगियों में हाई ब्लड प्रेशर होने की संभावना भी ज्यादा होती है, जिससे हार्ट प्रॉब्लम, स्ट्रोक और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट का कहना है कि सफेद नमक का सेवन शरीर के ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित नहीं करता है। लेकिन सफेद नमक का सेवन सीमित करने से हार्ट प्रॉब्लम, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य डायबिटीज संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को सफेद नमक की बजाय सेंधा नमक और हिमालयी नमक का सेवन करना चाहिए।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट का कहना है कि इंसुलिन और ब्लड शुगर को मैनेज करने के लिए डायबिटीज के मरीजों को ऊपर बताई गई चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इन्हें कभी नहीं खा सकते। आप उन्हें कभी-कभार सीमित मात्रा में खा सकते हैं।
निष्कर्ष
आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर मैनेज करने के लिए खानपान में परहेज करने की सलाह दी जाती है। खानपान में कंट्रोल करने से कफ दोष और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं को खतरा कम होता है, जिसकी वजह से डायबिटीज को मैनेज करने में आसानी होती है।
Image Credit: Freepik.com