भारत में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार लगातार सक्रिय है। ऐसे में आयुष मंत्रालय, नेशनल आयुष मिशन के अंतर्गत पूरे भारत में अगले साल यानि 2024 के आखिर तक 12,500 नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स खोलने की योजना बना रहा है। इसमें आयुष मंत्रालय को राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों का भी पूरा सहयोग मिलेगा।
दक्षिणों राज्यों को मिलेगा 720 करोड़ का वितरण
वेलनेस सेंटर्स खोलने के पीछे का उद्देश्य बढ़ती जनसंख्या के बीच बीमारियों का बोझ और आर्थिक तनाव को कम करना है। साथ ही, इन सेंटर्स में लोगों को हेल्थकेयर से जुड़ी सभी जानकारियां भी दी जाएंगी। नेशनल आयुष मिशन के अंतर्गत साल 2014-15 में आयुष मंत्रालय ने इसके लिए दक्षिणी राज्यों में 719.70 करोड़ से अधिक रुपयों का वितरण किया है। इसमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटका, केरल, लक्षद्धीप, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना समेत केंद्रशासित प्रदेश भी शामिल हैं। राष्ट्रीय आयुष मिशन की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, 'हम चिकित्सा क्षेत्र में आधुनिकता आने की दिशा में काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने दक्षिणी राज्यों में 17 आयुष अस्पतालों के लिए सहायता प्रदान की है, जिनमें से 6 वर्तमान में भी चल रहे हैं।
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2023-24 में लोगों को मिलेगा आयुष स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
नेशनल आयुष मिशन स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत और बेहतर बनाकर पूरे देश में जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहा है। NAM (National Ayush Mission) के तहत, मंत्रालय से कर्नाटक में 2, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 1-1 नए सेंटर की स्थापना की है। कर्नाटक में 2 सेंटर पहले से ही चल रहे हैं। 2022-23 तक 137 एकीकृत आयुष अस्पतालों में से 37 चल रहे हैं। 86 सेंटर का काम चल रहा है और 14 प्रगति पर हैं। नेशनल आयुष मिशन के तहत बनने वाले सेंटर से 84.2 मिलियन लोगों को लाभ मिला है। 2023-24 में भी लाखों लोगों को आयुष स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।