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बीमारियों से बचने के लिए जरूर फॉलो करें ये आयुर्वेदिक टिप्स, जानें डॉक्टर से

Ayurvedic Tips For Disease Prevention: आयुर्वेद में बीमारियों से बचने के लिए कई उपाय हैं, आइए डॉक्टर से जानते हैं बीमारियों के बचने के लिए क्या करें।
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बीमारियों से बचने के लिए जरूर फॉलो करें ये आयुर्वेदिक टिप्स, जानें डॉक्टर से

खराब लाइफस्टाइल और तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण के कारण आजकल लोग कम उम्र में ही गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। कई लोग हाई बीपी (High blood pressure) और पेट की समस्याओं (Stomach problems) को इग्नोर करने लगते हैं, जिसके कारण शरीर बीमारियों का घर बन जाता है। लोग ऑफिस में एक ही जगह पर बैठे हुए लंबे समय तक काम करते हैं और घर आने के बाद खाना खाकर तुरंत सो जाते हैं, वहीं कुछ लोगों को फल और सब्जियां खाना ही पसंद नहीं होता तो वहीं कुछ खाने के साथ पानी पीते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो समय रहते इस आदत को बदल दीजिए क्योंकि इस तरह की आदतें आपको बीमार बना सकती हैं। इस लेख में हम रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से बीमारियों से बचने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स (Ayurveda Tips For Disease Prevention) जानेंगे।

बीमारियों से बचने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स - Ayurvedic Tips To Avoid Diseases In Hindi

बीमारियों से बचने के लिए आयुर्वेद में दिनचर्या (Dinacharya), रात्रिचर्या (Night routine) और ऋतुचर्या बताई गई हैं। इन तीनों के बारे में विस्तार से जानें।

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दिनचर्या

दिनचर्या में सुबह से लेकर शाम तक का रूटीन बताया गया है। अगर आप अपने दिन की शुरुआत चाय से करते हैं तो ये बिल्कुल बंद कर दीजिए। आयुर्वेद के अनुसार, बीमारियों से बचने के लिए आप अपने दिन की शुरुआत पानी पीने से करें। इसके बाद आप फ्रेश होएं और फिर किसी एक फल का सेवन करें। इसके बाद आप योग और मेडिटेशन करें। योग करने के 30 मिनट के बाद आप नाश्ता करें, ध्यान रखें कि आप दिनभर में अनाज का सेवन सिर्फ 2 बार करें। बाकी समय आप फल या सलाद खा सकते हैं।

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रात्रिचर्या (Night routine)

रात्रिचर्या में रात के समय आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं इस बारे में बताया जाता है। अगर आप रात के समय मोबाइल या टीवी देखते हुए सोते हैं, तो इससे आपको अच्छी नींद नहीं आएगी, जिसके बाद आपको कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। रात में सोते समय आपका बिस्तर न तो ज्यादा सॉफ्ट और न ही ज्यादा सख्त होना चाहिए, आपके सोने का स्थान गीला नहीं होना चाहिए। शाम में 7 बजे के बाद अनाज नहीं खाना चाहिए, सोने से करीब 1 घंटे पहले आप दूध पी सकते हैं।

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ऋतुचर्या 

ऋतुचर्या में ऋतु के हिसाब से खानपान के बारे में आयुर्वेद में बताया गया है। अगर आपका खानपान मौसम के हिसाब से नहीं होगा तो आप बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। यानी अगर आप ठंड के मौसम में ठंडी तासीर की चीजों का सेवन करेंगे तो दिक्कत हो सकती है। सर्दी के मौसम में सेब, पपीता और संतरा आदि का सेवन करें। वहीं अनाज में आप बाजरा और मक्का का सेवन करें और सब्जियों में आप सरसों के साग, पालक, मेथी और सोया के साग का सेवन करें। इसके अलावा ठंड के मौसम में अपने शरीर को गर्म कपड़ों से ढककर रखें। सर्दी के मौसम में आप अपने शरीर की तेल मालिश करें, इससे ब्लड सर्कुलेशन (Blood circulation) अच्छा होगा। अगर आप मौसम के हिसाब से अपने शरीर की देखभाल नहीं करेंगे तो बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।

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