शरीर में खून के थक्के बनने के कारण आपको कई तरह की गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, ऐसे में आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किए गए रक्त को पतला होना दिल के दौरान जैसी स्थितियों को रोक सकता है। इसके लिए आपको पूरी शरीर पर काम करने की जरूरत हो सकती है। इससे बचने के लिए अक्सरस डॉक्टर कुछ गतिविधियों का तरीका आपको बताते हैं जिसकी मदद से आप इस स्थिति से बच सकते हैं। जैसे नियमित रूप से व्यायाम करना, टहलना, तैरना और नियमित जांच। लेकिन फिर भी लोग कुछ मामूली गलतियां कर बैठते हैं, इसलिए हम आपको इस लेख में बताएंगे कि आपको ब्लड को पतला करने में किन गलतियों से बचाना चाहिए।
दवा का भूल जाना
रोजाना आपके लिए दवा लेना बहुत जरूरी है, अगर आप दवा के बारे में रोजाना भूल जाते हैं तो आप इसको याद रखने के लिए अलार्म सेट कर सकते हैं। ये इसलिए जरूरी है क्योंकि अगर आप दवा से चूक जाते हैं तो इससे आपके शरीर में खून के थक्के बन सकते हैं, जो आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
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अपने विटामिन के को देखें
बहुत ज्यादा से रक्त को सामान्य पतला बना सकता है जिसे वॉर्फरिन कम प्रभावी कहा जाता है। इसके लिए आप विटामिन के से भरपूर डाइट ले सकते हैं जो ब्रसेल्स स्प्राउट्स, लेट्यूस, और पालक में काफी मात्रा में पाए जाते हैं। इसकी सही मात्रा जानने के लिए आप अपने डॉक्टर से इस बारे में संपर्क कर सकते हैं कि आपके लिए डाइट में कितनी मात्रा विटामिन के की होनी चाहिए, जो आपको स्वस्थ रखे।
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टेस्टिंग
शरीर में रक्त के थक्कों को जांचने के लिए आपको नियमित रूप से जांच करानी बहुत जरूरी होती है, नहीं तो ये समय के साथ बढ़ती रहती है और अचानक किसी गंभीर स्थिति का कारण बनती है। इस जांच की मदद से आपके डॉक्टर को यह समझने में आसानी होती है कि आपको किस तरह की खुराक देनी चाहिए या फिर आपको कैसे इलाज दिया जाना चाहिए।
अपने दांतों को ख्याल रखें
रक्त को पतला करने की बात आपको अपने दंत चिकित्सक को भी देनी जरूरी होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जांच के दौरान दांतों को ज्यादा देखभाल की जररूत होती है। दांत से निकलने वाले खून पर वो भी पूरी नजर रख सकें।
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साइड इफेक्ट्स को देखें
- मसूड़ों से खून बहना।
- ब्रश लगने के साथ खून निकलना।
- सिर चकराना।
- सामान्य से ज्यादा शरीर में दर्द होना।
- त्वचा पर लाल या भूरा रंग दिखाई देना।