World Diabetes Day: एंटी-ग्रेविटी एक्सरसाइज है ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए बेस्ट, जानें तरीका और फायदे

हर साल 14 नवंबर को विश्‍व डायबिटीज दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देश्‍य लोगों को डायबिटीज के प्रति जागरूक करना और ज्‍यादा से ज्‍यादा जानकारी फैलाना है। आइए हम आपको बताते हैं डायबिटीज रोगियों के लिए एंटी ग्रेविटी एक्‍सरसाइज का कितना महत्‍व है।
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World Diabetes Day: एंटी-ग्रेविटी एक्सरसाइज है ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए बेस्ट, जानें तरीका और फायदे

डायबिटीज उस स्थिति को कहा जाता है, जब व्‍यक्ति का ब्‍लड शुगर लेवल जरूरत से अधिक हो जाता है। ऐसे में आमतौर पर डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपको अपने खानपान पर ध्‍यान देने और कुछ दवाओं की सलाह दी जाती है। वहीं डायबिटीज को कंट्रोल करने के कई अन्‍य तरीके भी हैं। 

आम तौर पर 60% डायबिटीज रोगी ऐसे हैं, जो व्यायाम के रूप में सिर्फ चलना/वॉकिंग करना पसंद करते है।  कुछ 45 मिनट चलते हैं, तो कुछ योगाभ्यास करते है, जिसमें कपालभाती आदि शामिल हैं। ये सारे ही बहुत अच्छे व्यायाम है, क्‍योंकि कोई भी व्यायाम यदि सही तरीके से किया जाए, तो शरीर को फायदा ही पहुंचाता है। मगर अगर आप डायबेटीस रिव्हर्सल के बारें में सोच रहे है तो क्या इतना करना काफी होगा? आइए हम आपको बताते हैं। 

डायबिटीज रोगियों के लिए एंटी ग्रेविटी एक्‍सरसाइज कितनी फायदेमंद है? 

डा. प्रमोद त्रिपाठी, एमबीबीएस, डायबिटीज रिसर्चर और फ्रीडम फॉर डायबिटीज के फाउंडर के अनुसार, ''ऐसा देखा गया है की सीढ़ी पर चढ़ने या उतरने से आपका ब्‍लड शुगर लेवल काफी जल्दी कम होता है। डा. त्रिपाठी का मानना है, इन सारी बातों को ठीक से समजने के लिये व्यायाम और शारीरिक गतिविधिया के बीच का फरक समजना बहुत जरुरी है।  क्‍योंकि जो लोग सोचते है की दिनभर वे काफी सक्रिय रहते है ... तो वह ये जान ले आपके शरीर को उतना काम करने की आदत लग गयी है। ये व्यायाम में नही आता। एक्सरसाइज तभी बोलेंगे जब आप सही में संरचीत पद्धती से एक विशेष लक्ष्‍य से काम कर रहे हैं।''

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समझें एक्‍सरसाइज का सही मतलब 

व्यायाम के अलग- अलग तरीके हैं, जैसे की एरोबिक्स, रेसिस्टन्स बँड्स या दोनो को मिलाकर किया हुआ व्यायाम आदि।  बहुत सारे डायबिटीज रोगियों का अध्ययन करके ये बात ध्यान में आई है की ज्यादातर लोग बहुत कम व्यायाम करते हैं। लोगों को व्यायाम का असली मतलब समझने की जरूरत है। कौन सी एक्सरसाईज करनी है, कितनी करनी है, इसका प्रमाण हमे ठीक से ज्ञात नही होता। कहा जा सकता है कि आप मेहनत कर रहे है लेकिन आपकी दिशा सही नही है।

डायबिटीज रोगियों के लिए एंटी ग्रैविटी एक्‍सरसाइज का महत्‍व

एंटी-ग्रेविटी मतलब गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध ...इसमे ग्लुकोज का एनर्जी में परिवर्तन होता है। जैसे ही आप सीढ़ियां ऊपर-नीचे चढ़ना(एंटी-ग्रेविटी) शुरू करते है, तो आपकी ग्लूकोज की जरुरत बढ़ने लगती है। क्योंकि मसल्‍स के अंदर, जो स्थिर ग्लुकोज है वो कम पड़ने लगता है और ऑक्सीजन भी कम पड़ने लगता है। जब आप गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध जाते है तो आपके शुगर को मसल्‍स में जाने के लिए इन्सुलिन की जरुरत नहीं पड़ती और एंटी-ग्रेविटी करने का उद्देश ही यही है।(आपका ब्‍लड शुगर लेवल हो गया है आउट ऑफ कंट्रोल, बताते हैं शरीर में होने वाले ये 5 बदलाव)

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यानि कहा जा सकता है कि हम खून में होने वाले ग्लूकोज को मसल्‍स में डाल सके ताकि यही ग्लूकोज चर्बी में रूपांतरित होने से बचे। जितना ग्लूकोज बढे़गा उतना आपका इन्सुलिन भी बढे़गा। जितना इन्सुलिन बढे़गा, उतना ही वो चर्बी को और पानी को खींचकर रखेगां और आप मोटे होते जाओगे.. और मोटापे से फिर कई सारी समस्‍याएं पैदा होंगी।

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रिव्हर्स करना अगर अपने ठान लिया है, तो शुगर का स्तर जल्दी नीचे लाना बहुत जरुरी है। क्योंकि जितनी शुगर नियंत्रण मे रहेगी, उतना इन्सुलिन नियंत्रण मे रहेगा और उतनी चर्बी नियंत्रण में रहेगी। इससे इन सबका संतुलन बराबर रहेगा इसीलिए एंटी-ग्रेविटी यानि सीढ़ियां ऊपर-नीचे चढ़ना बहुत जरुरी है| 

इसके अलावा, जो मधुमेह रोगी रिव्हर्सल के बारे में सोच रहे हैं, उन्होने ये ध्यान में रखना चाहिये की आपकी PP शुगर 180 के नीचे होनी चाहिए और फास्टिंग शुगर 140 के नीचे होनी चाहिए। एंटी-ग्रेविटी एक्सरसाइज आपको खाना खाने के 1 घंटा 45 मिनट से 2 घंटे बाद करनी चाहिए। वहीं रिव्हर्सल के अडजस्टमेन्ट फेज में तीन बार ये 5-10 मिनट करनी बहुत जरुरी है।

एंटी-ग्रेविटी एक्सरसाइज में तीन तरीके  

1. सबसे आसान और उपयोगी है सीढ़ी पर ऊपर-नीचे करना - 100 से शुरु करके 300 तक भी जा सकते है। जिसमें एक छोटी सी चेतावनी है कि अगर घुटने में दर्द है या शुरु हो गया है तो ये करना तुरंत रोक दे। अगर आपका बीपी बढ़ रहा है, तो भी यह एक्सरसाइज नही करनी चाहिए। 

2.  जिनको घुटनो का दर्द है, उनके लिये नायट्रिक ऑक्साईड डंप एक विकल्प है। यह एक पावरफुल एक्‍सरसाइज का प्रकार है|  

3. जिन लोगों से यह भी नही हो पा रहा है, उन्हें पीठ पर लेटकर हाथ और पैर घुमाकर व्यायाम करना चाहिए। ऐसा 2-3 मिनट करें।  तो डायबेटीस रिव्हर्सल सिर्फ चलने, योगा से नहीं हो सकता, उसके लिये शरीर की ताकत बढ़ानी होगी और ताकत बढाने के लिये एंटी-ग्रेविटी बेहद जरुरी है। 

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एंटी-ग्रेविटी एक्सरसाइज के फायदे 

  • शुगर कम होता है 
  • हार्ट की एक्‍सरसाइज हो जाती है  
  • प्रतिरक्षा बढ़ती है
  • इन्सुलिन रेसिस्टन्स कम होता है
  • कोलेस्ट्रॉल में फर्क पड़ता है  
  • स्‍टैमिना बढ़ता है। 
  • वजन घटाने में मदद 

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