Tetanus का इंजेक्शन कब लगाना चाहिए? डॉक्टर से जानें

By Deepak Kumar
14 Jul 2025, 13:30 IST

टिटनेस एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है, जो नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इसकी रोकथाम के लिए टिटनेस का इंजेक्शन बेहद जरूरी होता है। चलिए यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (फरीदाबाद) के इंटरनल मेडिसिन एंड रुमेटोलॉजी के डॉयरेक्टर डॉ. जयंत थकुरिया से जानते हैं कि टिटनेस का इंजेक्शन कब लगाना चाहिए।

टिटनेस कैसे फैलता है?

यह क्लोस्ट्रीडियम टेटानी नामक बैक्टीरिया से फैलता है, जो जंग लगे लोहे या गंदगी से संक्रमित घाव के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। इससे मांसपेशियों में अकड़न और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।

गहरी या जंग लगी चोट पर

अगर जंग लगे मेटल से चोट लगी है या घाव गहरा है, तो 48 घंटे के भीतर टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है। यह बैक्टीरिया के पनपने से रोकने में मदद करता है।

जानवर के काटने पर

कुत्ते, बिल्ली या अन्य जानवर के काटने पर टिटनेस और रेबीज दोनों इंजेक्शन जरूरी होते हैं। बैक्टीरिया घाव के जरिए शरीर में फैल सकते हैं, जिससे गंभीर संक्रमण हो सकता है।

जलने या कुचलने पर लगवाएं इंजेक्शन

जलने या अंग कुचलने की स्थिति में टिशू डैमेज हो जाता है, जिससे बैक्टीरिया तेजी से फैल सकते हैं। इसलिए ऐसे मामलों में भी टिटनेस इंजेक्शन जरूर लगवाएं।

गंदगी या मिट्टी से लगी चोट पर

अगर घाव मिट्टी, खाद या गंदे पानी से जुड़ा है, तो टिटनेस का खतरा अधिक होता है। मामूली कट या खरोंच भी गंभीर संक्रमण का कारण बन सकती है।

ऑपरेशन या डिलीवरी के बाद

कुछ विशेष मेडिकल स्थितियों जैसे सर्जरी या डिलीवरी के बाद भी टिटनेस का इंजेक्शन दिया जाता है, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके। यह प्रोफिलेक्टिक सुरक्षा के रूप में दिया जाता है।

क्या हर बार लगवाना जरूरी है?

हर बार चोट लगने पर इंजेक्शन जरूरी नहीं होता, अगर पिछले 2-3 साल के भीतर वैक्सीन लग चुकी हो। लेकिन एक्सपर्ट की सलाह लेना सबसे सही उपाय होता है।

टिटनेस एक जानलेवा बीमारी बन सकती है। इसलिए गंदी या गहरी चोट लगने पर खुद से इलाज न करें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और समय पर इंजेक्शन जरूर लगवाएं। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com