क्या आप हमेशा एक ही करवट सोकर उठते हैं? अगर हां, तो यह अच्छा संकेत नहीं है। यह आदत आपके शरीर पर चुपचाप असर डाल सकती है। आइए NIH की स्टडी से जीनते हैं इसके नुकसान।
कंधे और गर्दन में दर्द
लगातार एक तरफ सोने से उस ओर के कंधे और गर्दन की मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इससे अकड़न, सूजन या मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।
रीढ़ की हड्डी पर असर
गलत सोने की स्थिति से रीढ़ की सीधी रेखा बिगड़ सकती है। इससे पीठ दर्द और सुबह उठते ही थकावट महसूस हो सकती है।
झुर्रियां
एक ही करवट सोने से चेहरे की एक तरफ लगातार दबाव पड़ता है, जिससे समय के साथ झुर्रियां, दाग और हल्की असमानता आ सकती है।
ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट
एक ही साइड पर लगातार लेटने से ब्लड फ्लो रुक सकता है। इससे हाथ सुन्न होना, झनझनाहट और कमजोरी महसूस हो सकती है।
कंधे की इंजरी का खतरा
कुछ रिसर्च में पाया गया है कि सिंगल साइड स्लीपिंग से ‘रोटेटर कफ’ की मांसपेशियां प्रभावित हो सकती हैं, जिससे कंधे में लंबे समय तक दर्द बना रह सकता है।
नींद की क्वालिटी पर असर
अगर आपकी नींद की मुद्रा सही नहीं है, तो गहरी नींद नहीं आती। इससे थकान, मूड खराब और ऊर्जा की कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हल करें यह आदत
हर थोड़ी देर में करवट बदलें। बेहतर सपोर्ट वाला तकिया और मैट्रेस इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि पीठ के बल सोना आदत बनाएं।
नींद हमारे शरीर की रीसेट बटन है। सही मुद्रा में सोकर आप अपने शरीर को दर्द, थकान और चोटों से बचा सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com