माइग्रेन में किन योगासनों से बचना चाहिए?

By Lakshita Negi
07 Jul 2025, 11:30 IST

योग करने से माइग्रेन में आराम मिलता है, लेकिन कुछ आसन ऐसे होते हैं, जिनको करने से माइग्रेन की दिक्कत बढ़ सकती है। ऐसे में सही जानकारी होना जरूरी होता है। आइए जानें किन आसनों को माइग्रेन में नहीं करना चाहिए।

शीर्षासन

शीर्षासन में सिर नीचे होता है, जिससे रक्त अचानक सिर की ओर जाता है। माइग्रेन में इसे करने से चक्कर, दर्द व उलझन बढ़ सकती है।

अधोमुख श्वानासन

इस आसन में भी सिर नीचे रहता है। इससे सिर में दबाव बन सकता है। माइग्रेन में इसे करने से सिरदर्द तेज हो सकता है।

सर्वांगासन

सर्वांगासन करने से गर्दन और सिर पर जोर पड़ता है। माइग्रेन में इस आसन को करने से नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे दर्द बढ़ सकता है।

हस्तपादासन

इस फारवर्ड बेंडिंग आसन से सिर नीचे होता है, इससे माइग्रेन के पेशेंट्स को आंखों में खिंचाव और सिर में भारीपन महसूस हो सकता है।

कपालभाति

कपालभाति तेज सांस लेने और छोड़ने की प्रोसेस होती है। माइग्रेन के टाइम यह आसन सिर की नसों में स्ट्रेस को बढ़ा सकता है, जिससे दर्द और बढ़ सकता है।

बहुत ज्यादा ध्यान करना

ध्यान फायदेमंद होता है, लेकिन माइग्रेन में बहुत देर तक आंखें बंद रखने से बेचैनी व चक्कर आ सकते हैं। टाइम सीमित और शांत एनवायरमेंट रखें।

बैकबेंड

बैकबेंड पोज जैसे चक्रासन करने से सिर पीछे की ओर जाता है। इससे खून का बहाव बदल सकता है, जो माइग्रेन में दिक्कत दे सकता है।

आप माइग्रेन में इन योगासनों को करने से बचें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com