नसों में सूजन यानी न्यूराइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीढ़ या मस्तिष्क से जुड़ी नसों में जलन, दर्द या झुनझुनी होने लगती है। यह एक या कई नसों को प्रभावित कर सकती है। चलिए जानते हैं नसों में सूजन किन कारणों से हो सकती है।
लोकेलाइज्ड न्यूराइटिस का कारण
अगर एक ही नस में सूजन है, तो यह लोकेलाइज्ड न्यूराइटिस हो सकता है। यह आमतौर पर डिप्थीरिया, बेल्स पाल्सी या किसी एक हिस्से की चोट के कारण होता है।
जब कई नसें हो प्रभावित (पोलिन्यूराइटिस)
पोलिन्यूराइटिस में शरीर की कई नसें एक साथ सूज जाती हैं। इसके कारण होते हैं- जेनेटिक गड़बड़ी, वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, अधिक अल्कोहल का सेवन या अनियंत्रित डायबिटीज।
हाइपोथायराइडिज्म और नसों में सूजन
थायरॉयड हार्मोन की कमी से नसों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इससे नसों में सूजन, दर्द और मांसपेशियों की कमजोरी की समस्या हो सकती है। थायरॉयड को कंट्रोल में रखना जरूरी है।
हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर
असंतुलित कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर नसों में ब्लड फ्लो को बाधित करते हैं। इससे नसों में दबाव और सूजन की स्थिति बनती है, जो नर्वस सिस्टम पर असर डालती है।
डाइट में शामिल करें विटामिन B
विटामिन B नसों के लिए बेहद जरूरी है। इससे नसों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और सूजन की संभावना कम होती है। हरी सब्जियां, अंडे और अनाज में यह भरपूर मिलता है।
शरीर को रखें एक्टिव
नियमित एक्सरसाइज नसों को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह नसों में ब्लड फ्लो बढ़ाती है और जकड़न या सूजन को रोकती है। रोजाना हल्की वॉक या स्ट्रेचिंग जरूर करें।
अल्कोहल और धूम्रपान से बचें
अल्कोहल और धूम्रपान का सेवन नसों को नुकसान पहुंचाता है। ये ब्लड सर्कुलेशन को बाधित कर नसों में सूजन, दर्द और झुनझुनी बढ़ा सकते हैं। इनसे दूर रहना सबसे बेहतर उपाय है।
अगर आपको लगातार नसों में दर्द, झनझनाहट या कमजोरी महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। शुरुआती इलाज से गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से बचा जा सकता है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com