गर्दन का दर्द होना आजकल बहुत आम हो गया है। आयुर्वेद में कुछ ऐसी जड़ी बूटियां मौजूद है, जिससे इस दर्द को खाने से गर्दन का दर्द नेचुरली कम हो सकता है। आइए जानें गर्दन का दर्द कम करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां।
अश्वगंधा
अश्वगंधा मसल्स के स्ट्रेस को कम करता है और सूजन भी घटाता है। डॉ मनीष सिंह ने बताया, गर्दन की अकड़न से राहत के लिए इसका सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
हल्दी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करने में मदद करता है। हल्दी वाला दूध या हल्दी पाउडर गर्म पानी के साथ लेने से गर्दन का दर्द कम होता है।
निर्गुंडी
निर्गुंडी की पत्तियों का लेप गर्दन में लगाने से सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है। इसके तेल को भी हल्का गर्म करके इस्तेमाल करने से फायदा होता है।
गुग्गुल
गुग्गुल एक आयुर्वेदिक रेजिन होता है, जो मसल्स और जॉइंट्स के दर्द में फायदेमंद होता है। इसका चूर्ण या टेबलेट खाया जा सकता है।
दशमूल
दशमूल दस जड़ी बूटियों का मिक्सचर होता है, जो सूजन और दर्द को अंदर से ठीक करता है। इसका काढ़ा व तेल दोनों ही फायदेमंद होता है।
अरंडी का तेल
अरंडी के तेल को गर्म करके गर्दन पर मालिश करने से जकड़न और दर्द से आराम मिलता है। इसे रात में लगाने से सुबह तक असर दिखता है।
तुलसी
तुलसी की पत्तियों का रस या काढ़ा पीने से शरीर की सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिलती है। तुलसी से शरीर की इम्यून पावर भी बढ़ती है।
आप भी इन जड़ी बूटियों को जरूर आजमाएं, लेकिन इसका सही मात्रा और सेवन का सही तरीका जानना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com