आयुर्वेद के अनुसार पेट दर्द का मुख्य कारण वात दोष होता है। जब वात असंतुलित होता है, तो पेट में चुभन, मरोड़ और गैस जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक उपाय बहुत राहत दे सकते हैं। आइए डॉ मनीष सिंह से जानते हैं काला नमक से कैसे पेट दर्द ठीक करें।
काला नमक क्यों है खास?
काला नमक में प्राकृतिक लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जो पेट को आराम पहुंचाते हैं। यह पाचन को बेहतर करता है और गैस, एसिडिटी व सूजन जैसी दिक्कतों को दूर करता है।
अदरक और काला नमक का मिश्रण
एक चम्मच अदरक का रस और चुटकीभर काला नमक गुनगुने पानी में मिलाकर सुबह-शाम पिएं। यह पेट दर्द, गैस और अपच में फायदेमंद होता है।
पुदीना और नींबू वाला घरेलू नुस्खा
पुदीने का रस, नींबू का रस, शहद और काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। यह मिश्रण पेट को ठंडक देता है और दर्द से राहत दिलाता है।
अजवाइन और काला नमक
थोड़ी अजवाइन को भूनकर उसमें काला नमक मिलाएं। इस मिश्रण को गुनगुने पानी के साथ निगल लें। यात्रा के दौरान भी यह बहुत उपयोगी है।
पेट दर्द के लिए बाहरी उपाय
2 ग्राम हींग और 2 ग्राम काली मिर्च को सरसों के तेल में मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे नाभि के चारों ओर लगाएं। इससे गैस और मरोड़ में आराम मिलेगा।
काला नमक का हाजमे वाला चूर्ण
सूखी अदरक, काली मिर्च और हींग मिलाकर चूर्ण तैयार करें। सुबह गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त होता है और पेट दर्द नहीं होता।
लहसुन और काला नमक
एक चम्मच लहसुन का रस लें और उसमें थोड़ा काला नमक मिलाएं। इसे पीने से गैस और पेट फूलने की समस्या से राहत मिलती है।
काला नमक और गुनगुना पानी पेट दर्द में बहुत फायदेमंद होता है। इसे नियमित रूप से चूर्ण या मिश्रण के रूप में लें। चाहें तो हींग और नमक का पेस्ट नाभि पर भी लगा सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com