असली-नकली चायपत्ती कैसे पहचानें?

By Aditya Bharat
29 Apr 2025, 06:00 IST

भारत में चाय सिर्फ एक पेय नहीं, एक भावना है। हर सुबह, हर खुशी और गम में चाय का विशेष स्थान है। यही वजह है कि चाय की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन हम अक्सर यह पहचान नहीं कर पाते कि चायपत्ती असली है या नकली।

नकली चायपत्ती का खतरा

चाय की अधिक मांग के कारण बाजार में नकली चायपत्ती भी धड़ल्ले से बिक रही है। नकली चाय का सेवन करने से शरीर में गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसीलिए आइए क्लीनिकल डाइटिशियन डॉ वीडी त्रिपाठी से जानते हैं असली-नकली चायपत्ती कैसे पहचानें?

रंग से पहचानें असली चाय

असली चायपत्ती का रंग गहरा हरा, लाल या काला होता है। नकली चायपत्ती में रंग फीका, हल्का या धुंधला दिखता है। रंग देखकर पहचान करना आसान है।

खुशबू से करें जांच

असली चायपत्ती से प्राकृतिक, तेज और ताजगी भरी खुशबू आती है। नकली चायपत्ती में या तो खुशबू कम होती है या फिर कृत्रिम (Artificial) महक आ सकती है। ध्यान से सूंघें।

पानी टेस्ट से करें पुष्टि

थोड़ी चायपत्ती पानी में डालें। अगर तुरंत गहरा रंग निकलने लगे, तो चाय नकली हो सकती है। असली चाय धीरे-धीरे रंग छोड़ती है और स्वाद में भी फर्क होता है।

हाथ से मसल कर जांचें

चायपत्तियों को हाथ से हल्के से मसलें। असली चायपत्ती टूटकर पाउडर जैसी बनती है, जबकि नकली में हाथ लगाने से रंग या कोई चिपचिपा पदार्थ निकल सकता है।

ब्रांड और पैकेजिंग जांचें

असली चायपत्ती हमेशा प्रमाणित ब्रांड से खरीदें। पैकेजिंग पर ISI मार्क, एक्सपायरी डेट और अन्य डिटेल्स जरूर देखें। लोकल या बिना ब्रांड वाली चाय से बचें।

ज्यादा चाय से नुकसान

चाहे असली चाय ही क्यों न हो, जरूरत से ज्यादा चाय पीने से सेहत को नुकसान हो सकता है। पेट, लिवर और नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, संतुलन जरूरी है।

चाय का सही चुनाव शरीर को एनर्जी देता है और बीमारियों से बचाता है। हमेशा असली, ताजगी भरी और प्रमाणिक चायपत्ती का ही इस्तेमाल करें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com