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प्रेग्नेंसी में अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान, गर्भस्थ शिशु की सेहत पर नहीं पड़ेगा असर

Ahoi Ashtami 2024 Vrat During Pregnancy Precautions Tips: गर्भवस्था में अहोई अष्टमी का व्रत रखते वक्त कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए, तो कई परेशानियों का कारण बन सकता है।  
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प्रेग्नेंसी में अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान, गर्भस्थ शिशु की सेहत पर नहीं पड़ेगा असर


Ahoi Ashtami 2024 Vrat During Pregnancy Precautions Tips: करवा चौथ के चार दिन के बाद अहोई अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। आमतौर पर अहोई अष्टमी का व्रत संतान की लंबी आयु और निरोग शरीर के लिए रखा जाता है। लेकिन गर्भवती महिलाएं भी इस व्रत को रखती हैं। अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami 2024) का व्रत निर्जला रखा जाता है। इस दिन पूरे दिन व्रत करने के बाद शाम को तारों को देखकर व्रत पारण किया जाता है। लेकिन कोई गर्भवती महिला जब इस व्रत को रखती है, तो उसे कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस विषय पर हमने गुरुग्राम स्थित मदरहुड हॉस्पिटल की क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन निशा से बात की।

गर्भावस्था में अहोई अष्टमी का व्रत रखने से होती हैं ये परेशानियां- Problems Due to Fasting Ahoi Ashtami 2024 During Pregnancy

डाइटिशियन निशा की मानें तो गर्भावस्था के दौरान महिलाएं सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि गर्भ में पलने वाले शिशु के लिए भी खाती हैं, ताकि बच्चे को सही पोषण मिल सके। ध्यान रहे कि गर्भस्थ महिला जो कुछ खाती है, वह बच्चे के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए जरूरी होता है। इस स्थिति में अगर महिलाएं अहोई अष्टमी (Rules of Ahoi Ashtami 2024 Vrat) का निर्जला व्रत रखती हैं, तो उन्हें नीचे बताई गई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं :

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1. गर्भावस्था में निर्जला अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami 2024) का व्रत रखा जाए, तो इसकी वजह से शारीरिक कमजोरी, थकान और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।

2. लंबे समय तक भूखे और प्यासे रहने के कारण अहोई अष्टमी के व्रत में गर्भवती महिलाओं को पेट में गैस और दर्द की समस्या का भी सामना कर पड़ सकता है।

3. निर्जला व्रत रखने के कारण गर्भवती महिलाओं के शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिसकी वजह से उन्हें बेहोशी और सिर में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

4. 12 घंटे से ज्यादा निर्जला व्रत रखने के कारण गर्भवती महिलाओं के शरीर का इंसुलिन लेवल गिर सकता है। इसके कारण उन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है।

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गर्भावस्था में अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान- Ahoi Ashtami 2024 Vrat During Pregnancy Precautions Tips

1. निर्जला व्रत करने से बचें

गर्भवती महिलाओं को अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय पूरा दिन निर्जला रहने से बचना चाहिए। डाइटिशियन निशा का कहना है कि गर्भवती महिलाएं अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय सिर्फ अनाज और नमकीन चीजों का त्याग करें। अहोई अष्टमी के व्रत के दौरान दूध, फल, नट्स और मेवे जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए। ताकि शरीर को पूरा दिन एनर्जी मिलती रहे है और गर्भ में पलने वाले शिशु को किसी तरह की परेशानी न हो।

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2. हाइड्रेटेड रहने की कोशिश करें

अहोई अष्टमी के व्रत के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए व्रत शुरू करने से पहले नारियल पानी, छाछ और दही का सेवन करें। इसके साथ ही व्रत के बीच में भी नींबू पानी का सेवन करें। ऐसा करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी।

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3. ज्यादा काम करने से बचें

अगर आप गर्भवती हैं और अहोई अष्टमी का व्रत रख रही हैं, तो घर और परिवार के ज्यादा कामों को करने से बचें। व्रत में शारीरिक मेहनत करने वाला काम करने से गर्भवती महिलाओं को थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, जिन महिलाओं की प्रेग्नेंसी को 7 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है, उन्हें अहोई अष्टमी का व्रत रखने पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

Image Credit: Google

 

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