खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें तरह-तरह के मसाले और हर्ब्स डालते हैं। भारतीय खान-पान में जो मसाले प्रयोग किये जाते हैं, उनमें से लगभग हर मसाला अपने आप में एक आयुर्वेदिक औषधि है। आमतौर पर मसालों में हमारे यहां हल्दी, मिर्च, धनिया, दालचीनी, कालीमिर्च, तेज पत्ता, इलायची, जीरा, अजवायन, मेथी, प्याज, अदरक और लहसुन को शामिल किया जाता है। अगर आपसे पूछा जाए कि इनमें से कौन सा मसाला सबसे ज्यादा हेल्दी है, तो शायद आपके पास इसका जवाब नहीं होगा। यदि हर्ब्स की बात करें, तो इनमें से लहसुन एक ऐसा हर्ब है, जिसमें सबसे पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, इसलिए आज हम आपको लहसुन के फायदे बता रहे हैं।
लहसुन एक ऐसा मसाला है, जिसका इस्तेमाल आपने अपने बचपन से ही घरों में सर्दी-जुकाम, बुखार और खांसी जैसी समस्याओं में करते हुए देखा होगा। ये तो वो फायदे हैं, जो इंसानों ने अपने प्रयोग और समझ के आधार पर हजारों सालों में ढूंढ लिए हैं। मगर यदि मेडिकल साइंस के रिसर्च की बात करें, तो आप हैरान रह जाएंगे कि लहसुन में इतने बेहरतरीन एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो आपको हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाते हैं।
अमेरिकन फैमिली फिजीशियन के अनुसार आमतौर पर एक व्यक्ति को एक दिन में 4 ग्राम (1-2 कली) लहसुन जरूर खाना चाहिए। अपनी डाइट में रोजाना 2-3 कली लहसुन को शामिल करने से आपको ढेर सारे फायदे मिल सकते हैं।
ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल
लहसुन के सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है। इसलिए अगर हाई ब्लड प्रेशर के मरीज इसका सेवन करते हैं, तो उन्हें ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में काफी मदद मिलती है। हाई ब्लड प्रेशर आज के समय की एक बड़ी समस्या बन चुका है, जिसके कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियां हो जाती हैं। इसलिए रोजाना लहसुन खाने से आपको इन बीमारियों का खतरा कम रहता है।
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कोलेस्ट्रॉल होता है कम
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल आपकी धमनियों में जमा होकर धमनियों को ब्लॉक कर देता है, जिससे दिल और मस्तिष्क तक पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता है। इसी कारण से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर दिल की बीमारियां जैसे- हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, कार्डियक अरेस्ट आदि के साथ-साथ स्ट्रोक का भी खतरा बढ़ता है। यदि आप रोजाना सिर्फ 2-3 कली लहसुन खाएं, तो आपका बैड कोलेस्ट्रॉल कम होगा और इन बीमारियों का खतरा टलेगा।
अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचाएगा
अल्जाइमर और डिमेंशिया दोनों ही दिमाग की बीमारियां हैं, जिनका खतार 50 की उम्र के बाद बढ़ जाता है। इन बीमारियों के कारण व्यक्ति की याददाश्त चली जाती है और उसके सोचने या निर्णय लेने की क्षमता में कमी आती है। लोग इन्हें दरअसल बुढ़ापे का लक्षण मान लेते हैं। मगर यदि आप रेगुलर लहसुन का सेवन करते हैं, तो आपको अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। दरअसल लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपके शरीर में फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले ऑक्सिडेटिव डैमेज को रोकते हैं और जिससे आपकी मस्तिष्क कोशिकाएं धीरे-धीरे बूढ़ी होती हैं।
आप ज्यादा लंबा स्वस्थ जीवन जी सकते हैं
हेल्थ लाइन के अनुसार लहसुन के रोजाना सेवन से आप ज्यादा लंबी जिंदगी जी सकते हैं। इस बात का कोई खास वैज्ञानिक आधार नहीं है। मगर एक्सपर्ट्स का मानना है कि दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों की मौत का कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां हैं। ऐसे में अगर आप लहसुन का सेवन करते हैं तो इन बीमारियों का खतरा कम होता है और आप तार्किक रूप से ज्यादा लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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लहसुन करता है शरीर की सफाई
लहसुन में सल्फर अच्छी मात्रा में पाया जाता है। सल्फर एक ऐसा कंपाउंड है, जो आपके अंगों को धातुओं के जहरीलेपन (heavy metal toxicity) से बचाता है, जिससे अंग डैमेज नहीं होते हैं। दरअसल आजकल के गलत खानपान और प्रदूषण के कारण हमारे शरीर में कई तरह के ऐसे पदार्थ पहुंच जाते हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक होते हैं। इन्हें ही टॉक्सिन्स कहते हैं। आजकल पैकेटबंद आहारों के ज्यादा सेवन के कारण लेड जैसी धातुएं शरीर में पहुंच जाती हैं और शरीर का नुकसान करती हैं। मगर रिसर्च बताती हैं रेगुलर लहसुन का सेवन करने से इस तरह के तत्व आपके शरीर से डिटॉक्स होते हैं और शरीर के अंग स्वस्थ रहते हैं।
Source: Healthline
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