पर्दे पर दिखने वाले मुस्कुराते हुए चेहरों के पीछे कौन से राज छिपे हुए हैं, इसके बारे में कोई नहीं जानता। कई बार जिन चेहरों पर हंसी नजर आती है, वो कई तरह की मानसिक परेशानियों से जूझ रहे होते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है टीवी की मशहूर एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी की। 'बनूं मैं तेरी दुल्हन', 'ये हैं मोहब्बतें' जैसे सीरियल्स के जरिए लोगों के दिल में एक खास जगह बनाने वाली दिव्यांका किसी दौर में डिप्रेशन और एंग्जाइटी जैसी प्रॉब्लम्स से जूझ चुकी हैं। इस स्थिति से निकलने में दिव्यांका की मदद 'Self Love' ने की। आइए दिव्यांका से ही जानते हैं कि डिप्रेशन के बाद उन्हें कैसी परेशानियां हुईं और सेल्फ लव के जरिए वो इनसे कैसे बाहर आ पाईं।
शरद मल्होत्रा से ब्रेकअप के बाद हुईं डिप्रेसड
दिव्यांका त्रिपाठी ने बताया, "जब मैं 'बनूं मैं तेरी दुल्हन' की शूटिंग कर रही थी, तब मेरी मुलाकात शरद से हुई। शुरुआत में हम बहुत कम ही बात किया करते थे, लेकिन फिर हमारी दोस्ती हुई और हम कब एक-दूसरे के करीब आ गए, पता ही नहीं चला। लगभग 9 साल के रिश्ते में हमने भी बाकी कपल्स की तरह कई तरह के उतार-चढ़ाव देखें। मैं शरद मल्होत्रा के साथ रिश्ते को ऑफिशियल करते हुए शादी के बंधन में बंधना चाहती थी, लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं थे।" जानकारी के लिए बता दें कि दिव्यांका त्रिपाठी और शरद मल्होत्रा 'बनूं मैं तेरी दुल्हन' में एक साथ काम कर चुके हैं और इसी सेट पर दोनों नजदीक भी आए थे। जानकारी के लिए बता दें कि शरद से ब्रेकअप के बाद दिव्यांका ने विवेक दहिया से शादी की और आज सफल मेरिड लाइफ में खुश हैं।
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शरद मल्होत्रा को पाने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा
दिव्यांका ने कहा कि वह शरद को पाने के लिए किसी भी हद तक जानें जाने को तैयार थीं। एक्ट्रेस ने कहा, "शरद ने जब मुझे इग्नोर करना शुरू किया, वो मुझसे बात नहीं करता था, तो मैं अंधविश्वास की तरफ चली गई थी। मैं सोच नहीं पा रही थी कि इतने लंबे रिलेशनशिप के बाद ऐसा कैसे हो सकता है।" एक्ट्रेस ने कहा कि ब्रेकअप के बाद वह अंदर से बिल्कुल टूट गई थीं। उन्हें शूटिंग के दौरान काम पर फोकस करने, दोस्तों से मुलाकात करने और लोगों से मिलने का मन नहीं होता था। वह हमेशा एकांत में रहना ही पसंद करती थीं। एक्ट्रेस ने कहा, पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में जूझने के बाद एक वक्त ऐसा भी आया, जब मैंने खुद से सवाल किया कि किसी को पाने के लिए इतनी जद्दोजहद करनी पड़े, तो क्या ये सचमुच प्यार है? बस यहीं से मैंने सब कुछ छोड़कर खुद पर फोकस करना शुरू किया और खुद से प्यार करके लाइफ की नई शुरुआत की।
अब आप सोच रहे होंगे कि सेल्फ लव क्या है। प्यार तो हम सभी खुद से करते हैं, फिर इस सेल्फ लव की कमी के बारे में पता कैसे चलेगा? तो आज ओनलीमायहेल्थ की स्पेशल सीरीज 'मेंटल हेल्थ मैटर्स' में आज हम सेल्फ लव पर चर्चा करेंगे के बारे में जानेंगे। सेल्फ लव क्या है और कैसे खुद से प्यार किया जा सकता है, इसके बारे में ज्यादा जानकारी पाने के लिए हमने गुड़गांव स्थित मैक्स अस्पताल की क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट विशाखा भल्ला से बातचीत की।
क्या है सेल्फ लव ? - What is Self Love?
साइकोलॉजिस्ट विशाखा भल्ला का कहना है, "अक्सर जब हम किसी के प्यार में होते हैं, तो उसी के हिसाब से जिंदगी में चलना शुरू कर देते हैं। सामने वाली वाले की पसंद, नापसंद को ही अपना बना लेते हैं। सामने वाले के प्यार में अक्सर हम खुद को ही भूल जाते हैं, लेकिन जब वो हमें इग्नोर करता है या छोड़कर चला जाता है, तो हम अंदर से टूट जाते हैं।" एक्सपर्ट का कहना है कि इस दौर में अक्सर लोग समझ नहीं पाते हैं कि क्या किया जाए, कैसे किया जाए और किससे दर्द को बांटा जाए। यही वजह है कि लोगों को किसी दूसरे से प्यार करने से पहले खुद से प्यार करना सीखना चाहिए। सेल्फ लव यानी खुद से जो लोग प्यार करते हैं तो वे जानते हैं कि दूसरों की देखभाल करने से पहले उन्हें अपना ख्याल रखना होगा। ऐसे लोग किसी की सोच, समझ और लाइफस्टाइल को खुद पर हावी नहीं होने देते हैं। आसान भाषा में कहें तो सेल्फ लव उस स्थिति को स्वीकार करना है, जब हम कौन हैं और कैसी लाइफ जीना चाहते हैं, इसे जान लें। आइए जानते हैं खुद से प्यार करने के कुछ खास टिप्स
खुद से प्यार करने के कुछ खास टिप्स
पसंद की पहचान करें
आपको खाने, पहनने और किस तरह की चीजें पसंद है इसके बारे में जानना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट का कहना है कि जिन लोगों को अपनी खुद की पसंद की पहचान हो जाती है, वह दूसरों की सोच और पसंद को खुद पर हावी नहीं होने देते हैं।
किसी से तुलना न करें
अगर आप किसी बात से परेशान हैं, तो कभी भी अपनी तुलना किसी और से न करें। हर इंसान की जिंदगी में परेशानियां और खुशियां काफी अलग होती हैं। उनका पारिवारिक माहौल भी काफी अलग होता है। ऐसे में अगर आप किसी से तुलना करेंगे, तो इससे आप पर ही मानसिक दबाव बनेगा। एक्सपर्ट के मुताबिक कोई इंसान वह जैसे उसे खुद स्वीकार कर लेता है, तो मानसिक परेशानियों की संभावना कम हो जाती है।
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खुद को माफ करना सीखें
दोस्तों, वर्क प्लेस और लाइफ में आपने कोई गलती कर भी दी है और मन में उसको लेकर पछतावा है, तो खुद को माफ करना सीखें। लाइफ में इस बात को गांठ बांध लें कि आप सभी को खुश नहीं कर सकते हैं। किसी और की खुशी को देखने से पहले अपनी कमियों को स्वीकार करना और गलतियों के लिए खुद को माफ करना सीखें।
दिव्यांका त्रिपाठी की कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है, जो ब्रेकअप के बाद मानसिक तौर पर टूट जाते हैं। इस स्थिति में लोग कई बार मानसिक तनाव में आ जाते हैं और खुद को ही भूल जाते हैं। जैसे दिव्यांका ने सेल्फ लव से न सिर्फ डिप्रेशन से छुटकारा पाया, बल्कि पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में भी आगे बढ़ती ही चली गईं। ठीक उसी तरह हर इंसान को आगे बढ़ते रहना चाहिए। जीवन में किसी एक इंसान को तवज्जो देने से ज्यादा हमें खुद को आगे रखना चाहिए। ओनलीमायहेल्थ की स्पेशल सीरीज 'मेंटल हेल्थ मैटर्स' में हम कुछ ऐसी ही कहानियां आपके साथ शेयर कर रहे हैं, ताकि आप हर परिस्थिति में मानसिक तौर पर तैयार रहें। इस सीरीज में हम आपके साथ हर मंगलवार एक स्टार द्वारा फेज किए गए डिप्रेशन और उन्होंने उससे कैसे छुटकारा पाया, इसके बारे में जानेंगे।
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