6 तरह के होते हैं मेंटल डिस्ऑर्डर, लक्षणों से जानें कहीं आप तो नहीं हैं इसके शिकार

क्या आप जानते हैं की कितने प्रकार के मेंटल डिस्ऑर्डर होते हैं, नहीं जानते तो जान लें इन 6 प्रकार के मेंटल डिस्ऑर्डर के बारे में 
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6 तरह के होते हैं मेंटल डिस्ऑर्डर, लक्षणों से जानें कहीं आप तो नहीं हैं इसके शिकार

मानसिक रोग में लोगों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। मानसिक रोग के लक्षण तनाव पैदा करते हैं। जिससे काम करने की क्षमता कमजोर होती हैं और यह मानसिक बीमारी बन जाती हैं। मानसिक बीमारियों की वजह से ही इंसान अकेलापन महसूस करने लगता है जिससे वह दुनिया से बिलकुल अलग हो जाता है। हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं की मानसिक रोग कितने प्रकार के होते हैं। 

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एंग्जाइटी डिस्ऑर्डर

जो लोग घबराहट से पीड़ित होते हैं वो लोग अक्सर किसी भी चीज में बहुत जल्दी घबराने लगते हैं। उन्हें कई बार किसी चीज से डर लगने लगता है या फिर वो किसी चीज को करने में घबराते हैं। घबराहट उनके चेहरे या फिर उनके हाथ-पैर में साफ नजर आ जाती है। जिसे अक्सर सामने वाले लोग समझ जाते हैं। ऐसे में उनका दिल बहुत तेजी से धड़कने लगता है और उन्हें काफी तेजी से पसीना आने लगता है। इससे पता चलता है की वह मानसिक रूप से काफी कमजोर है जिसकी वजह से वो काफी ज्यादा घबरा रहा है। 

मूड डिस्ऑर्डर

अक्सर हर किसी का मूड अक्सर बदलता रहता है। कभी दुख होता है तो कभी खुशी जिसका असर सीधा हमारे मूड पर देखने को मिलता है। लेकिन इस तरह से मूड में खो जाना भी एक तरह का डिप्रेशन होता है। ये हम आपस में कई बार दोस्तों या फिर परिवार के किसी सदस्य में देखते हैं। जब वह दुखी होता है तो वह कई दिनों तक उसी बात को लेकर दुखी रहता है न उसका खाने का मन करता न ही उसका कहीं जाने का इसी को डिप्रेशन भी कहा जा सकता है। 

इम्पल्स कंट्रोल एंड एडिक्शन डिस्ऑर्डर

कई बार ऐसा होता है की लोग किसी बुरी चीज या फिर अच्छी चीज के घटित होने से इतना प्रभावित हो जाते हैं कि वे किसी न किसी चीज को लत बना लेते हैं। अक्सर लोग दुखी होने पर शराब, सिगरेट या ड्रग्स का सेवन शुरू कर देते हैं। जिससे धीरे-धीरे उन्हें लत लगने लगती है। फिर बाद में वो उसके बिना नहीं रह पाते, उन्हें किसी भी हालत में वो चाहिए होता है। इन चीजों की लत लगने के बाद उनका दिमाग काम करना कम कर देता है और इस बीच वो अपनी जिम्मेदारियां भी भूल जाते हैं। 

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ओबसेसिव कम्पल्सिव डिस्ऑर्डर 

ओबसेसिव कम्पल्सिव डिस्ऑर्डर (OCD) में शख्स को अनुचित विचार आने  लगते हैं साथ ही डर लगने लगता है। इसके अलावा अगर कोई एक ही विषय या फिर एक ही विचार को बार-बार सोच पर मजबूर हो रहे हैं तो आप पर (ओबसेसिव कम्पल्सिव डिस्ऑर्डर) का प्रभाव है। जैसे की एक शख्स जब एक ही चीज को बार-बार करें, अगर कोई अपने हाथ को बार-बार धो रहा है कि उसके हाथ में गंदगी न हो तो ये भी डिस्ऑर्डर के लक्षण है। 

पर्सनेलिटी डिस्ऑर्डर

पर्सनेलिटी डिस्ऑर्डर से प्रभावित लोग अक्सर सभी चीजों में अपने आपको सही समझते हैं। उन्हें अपनी भावनाएं और बर्ताव हमेशा सही लगता है। अगर वो किसी से झगड़ा भी करते हैं तो उन्हें इसमें अपनी गलती नहीं पता चलती, क्योंकि वो अपने आपको सही समझते हैं। इस डिस्ऑर्डर की वजह से वो अपने परिवार को भी धीरे-धीरे खो देते हैं। 

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टिक डिस्ऑर्डर   

जो लोग टिक डिस्ऑर्डर से प्रभावित होते हैं उन लोगों में अचानक चीजें होने की आशंका होती है। जैसे, वो लोग जो अचानक किसी अवाज को सुनते ही खड़े हो जाते हैं या फिर अचानक किसी चीज से अचानक डर जाना। उन लोगों में अक्सर ऐसा होता है की वो अचानक किसी चीज को देख कर या फिर सुन कर कई बार अपना आपा भी खो देते हैं। 

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