लर्निंग डिसऑर्डर की बात आते ही अक्सर लोग आमीर खान की फिल्म 'तारे जमीन पर' याद करते हुए डिस्लेक्सिया (Dyslexia)नामक लर्निंग डिसऑर्डर को याद करते हैं। पर दुनिया में ये इकलौती लर्निंग डिसऑर्डर यानी कि पढ़ने-लिखने की परेशानी से जुड़ी बीमारी नहीं है। इसके अलावा भी कई प्रकार के लर्निंग डिसऑर्डर से जुड़ी बीमारियां हैं, जिनके बार में आज भी हम में ज्यादा लोग नहीं जानते होंगे। दुनिया में 18 वर्ष से कम आयु के 8% और 10% बच्चों में लर्निंग डिसऑर्डर से जुड़ी कई बीमारियां है। इसके कारण इन बच्चों को पढ़ने-लिखने जैसे कई सीखने से जुड़ी चीजों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं लर्निंग डिसऑर्डर से जुड़ी कई प्रकार की बीमारियों के बारे में।
क्या है लर्निंग डिसऑर्डर (Learning Disorder)?
Learning Disabilities Association of America की मानें, तो ये सीखने की अक्षमता न्यूरोलॉजिकल-आधारित (Neurologically-Based) समस्याएं हैं। इन समस्याओं से जूझ रहे लोगों में पढ़ने, लिखनं और गणित जैसे बुनियादी कौशल सीखने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। वे उच्च स्तरीय कौशल जैसे संगठन, समय नियोजन, अमूर्त तर्क, दीर्घकालिक या अल्पकालिक स्मृति और ध्यान में हस्तक्षेप जैसी परेशानियों को महसूस करते हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि सीखने की अक्षमता शिक्षाविदों से परे किसी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकती है और परिवार, दोस्तों और कार्यस्थल में संबंधों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। संघीय कानून में, विकलांग व्यक्ति शिक्षा अधिनियम (IDEA) के तहत, शब्द "विशिष्ट शिक्षा विकलांगता" है, जो उस कानून के तहत 13 प्रकार के होते हैं।
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लर्निंग डिसऑर्डर के प्रकार
डिस्प्रैक्सिया (Dyspraxia)
डिस्प्रैक्सिया एक व्यक्ति के मोटर नर्व से जुड़े कौशलों को प्रभावित करता है। मोटर कौशल हमें मूवमेंट्स और समन्वय के साथ मदद करते हैं। डिस्प्रेक्सिया से पीड़ित बच्चा किसी न किसी चीज से टकरा सकता है, उसे चम्मच को पकड़ने में परेशानी हो सकती है और मसल्स पर कंट्रोल नहीं होता है। बड़े होने पर ऐसे बच्चे, लेखन और टाइपिंग जैसी चीजों से जूझ सकते हैं। डिस्प्रेक्सिया से जुड़ी अन्य समस्याओं में शामिल हैं:
- -बोलने में परेशानी
- -प्रकाश, स्पर्श, स्वाद या गंध के प्रति संवेदनशीलता
- -आंखों की गतिविधियों के साथ कठिनाई
डिस्लेक्सिया (Dyslexia)
डिस्लेक्सिया किसी भी व्यक्ति को भाषा से जुड़ी चीजों को सीखने में परेशान कर सकता है। यह पढ़ना और लिखना मुश्किल बना सकता है। यह व्याकरण और पढ़ने की समझ की समस्या भी पैदा कर सकता है। बच्चों को मौखिक रूप से व्यक्त करने और बातचीत के दौरान विचारों को एक साथ रखने में भी परेशानी हो सकती है।
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डिसग्राफिया (Dysgraphia)
डिसग्राफिया एक व्यक्ति की लेखन क्षमताओं को प्रभावित करता है। डिस्ग्राफिया से पीड़ित लोगों को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- -खराब लिखावट
- -वर्तनी की परेशानी
- -विचारों को कागज पर उतारने में कठिनाई
डिस्क्लेकुलिया (Dyscalculia)
डिस्क्लेकुलिया व्यक्ति की गणित करने की क्षमता को प्रभावित करता है। ये विकार कई रूप ले सकते हैं और व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं। छोटे बच्चों में, डिस्क्लेकुलिया संख्याओं को गिनना और पहचानना सीखना प्रभावित कर सकता है। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है, उसे गणित की बुनियादी समस्याओं को हल करने में परेशानी होती है या गुणा तालिका जैसी चीजों को याद रखने में परेशानी होती है। ऐसे बच्चों को
- -मैथ्स के टेबेल्स याद नहीं रहते।
- -गुणा-भाग में परेशानी होती है।
- -फिजिक्स के फार्मूल समझ नहीं आते।

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सुनने से जुड़े विकार (Auditory Processing Disorder)
यह एक समस्या है, जिस तरह से मस्तिष्क उन ध्वनियों को संसाधित करता है, जो किसी व्यक्ति को समझ आता है। यह श्रवण दोष के कारण नहीं है। इस विकार वाले लोगों को परेशानी हो सकती है:
- -पढ़ना सीखना
- - बैकग्राउंड शोर की विशिष्ट ध्वनियों को समझना
- -बोले गए निर्देशों का पालन
- -समान-ध्वनि वाले शब्दों के बीच अंतर बताना
- -उन चीजों को याद करना जो उन्होंने सुनी हैं
दृश्य प्रसंस्करण विकार (Visual Processing Disorder)
एक दृश्य प्रसंस्करण विकार के साथ किसी को दृश्य जानकारी की व्याख्या करने में परेशानी होती है। वह पढ़ने या दो वस्तुओं के बीच अंतर बताने के साथ एक कठिन समय हो सकता है, जो समान दिखते हैं। एक दृश्य प्रसंस्करण विकार वाले लोगों को अक्सर हाथ-आंख समन्वय से परेशानी होती है।
Source: Learning Disabilities Association of America and WebMd
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