
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए डिटॉक्सिफिकेशन बहुत जरूरी है। हमारा खाना-पीना, शराब, धूम्रपान, लाइफस्टाइल और आसपास का माहौल हमारी सेहत पर भी असर डालता है। इसके वजह से कई बार शरीर में विषैले तत्व भी बनने लगते हैं, जिन्हें बाहर निकालना बेहद जरूरी है। वैसे तो हमारे शरीर का टॉक्सिक केमिकल अपने आप ही लिवर और किडनी के रास्ते बाहर कर दिए जाते हैं। लेकिन कई बार इसे डिटॉक्सिफाइ भी करना पड़ता है। क्योंकि विषाक्त पदार्थ शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं और वो हमे अंदर से काफी कमजोर कर देते हैं। आइये जानते हैं शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के कुछ प्राकृतिक तरीके।
शहद, नींबू और गर्म पानी
शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का सबसे अच्छा उपाय सुबह सुबह हल्के गर्म पानी में शहद और नींबू डालकर पीये। शहद में विटामिन बी 6, आयरन, और मैंगनीज भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। और नींबू में मौजूद विटामिन सी लीवर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे एसिडिटी की प्रॉब्लम भी कम हो जाती है।
खीरा और धनिया
पानी शरीर के आधे नुकसानदायक चीजों को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है। खीरा में मौजूद 95 प्रतिशत पानी पेशाब के माध्यम से खतरनाक केमिकल्स और एसिडिक पदार्थों को बाहर निकाल देता है। खीरे का सलाद खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। धनिया में मौजूद एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टीक तत्व नुकसानदायक तत्वों को सेल्स से दूर रखते हैं। साथ ही लिवर की सफाई करने वाले एंजाइम को बढ़ाते हैं। इसकी पत्तियों को कच्चा चबाकर या भोजन में डालकर खाने से शरीर में मौजूद हानिकारक केमिकल्स को आसानी से दूर किया जा सकता है।
लहसुन और अदरक
लहसुन में एंटीऑक्सिडेंटस काफी मात्रा में होते हैं जो कि फ्री रेडिकल्स सेल्स से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करती हैं। लहसुन को एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफाइंग एजेंट माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले एलिसिन में एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं इसलिए इसके सेवन से शरीर प्राकृतिक तरीके से डिटॉक्स होता है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखने के साथ ही शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर करने में मदद करते है।
अखरोट
इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। जो ह्रदय को स्वस्थ रखता है, और साथ ही डिटॉक्सिफिकेशन का काम भी करता है। इसमें मौजूद कॉपर और मैग्नीशियम कैंसर की बीमारी को दूर रखता है। इसे खाने से प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना कम होती है। इसमें फाइबर्स की भरपूर मात्रा होती है, इसलिए इसके सेवन से हाई कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंटस पाएं जाते हैं जो आपको हमारे शरीर के फ्री रैडिकल्स को नष्ट कर समय से पहले बुढ़ापे की समस्या दूर करता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में विटामिन सी और पॉलीफेनॉल्स के अलावा अन्य एंटीआक्सीडेंटस मौजूद होते हैं, जो शरीर के फ्री रेडीकल्स को नष्ट कर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, रोजाना ग्रीन टी का सेवन शरीर को डिटॉक्स करने के साथ-साथ लीवर को कई बीमारियों से लड़ने की ताकत भी देता है।
एलोवेरा जूस
एलोवेरा एंटीआक्सीडेंटस और कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो हमारे शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में मदद करता है। एलोवेरा जूस रोजाना सुबह या शाम एक गिलास पिएं, इससे शरीर से हर प्रकार की गंदगी बाहर निकल जाता है और साथ ही, आपको ताजगी का एहसास होता है।
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इन बातों का रखें विशेष ध्यान:
फाइबर युक्त चीजे खाएं, तनाव से दूर रहें, जॉगिंग करें, नशे से दूर रहें, अधिक से अधिक पानी पीएं, धूम्रपान, शरीब का सेवन न करें और भरपूर नींद लें।
लेखक: धीरज सिंह राणा
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