सोशल डिस्टेंस रखते हुए भी कैसे घटाएं दिलों की दूरियां, जानें आज के समय में इमोशनल डिस्टेंस घटाने के तरीके

कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है, लेकिन इस बीच दिलों की दूरियां न बढ़ जाएं, इसलिए इमोशनल डिस्टेंस को घटाना भी जरूरी है, जानें 5 तरीके।
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सोशल डिस्टेंस रखते हुए भी कैसे घटाएं दिलों की दूरियां, जानें आज के समय में इमोशनल डिस्टेंस घटाने के तरीके

कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में इन दिनों सोशल डिस्टेंस और फिजिकल डिस्टेंस का महत्व बढ़ गया है। पहले कुछ दिनों तक लॉकडाउन करके लोगों को घरों में बंद रखा गया, लेकिन अब धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील देकर छूट बढ़ाई जा रही है। ऐसे में वैज्ञानिकों और हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार आपके अगले 1-2 सालों तक सोशल डिस्टेंस के साथ ही जीना सीख लेना चाहिए। बहुत सारे लोगों ने सोशल डिस्टेंस के साथ जीना सीख भी लिया है। लेकिन ऐसा देखा जा रहा है कि इन नए सोशल डिस्टेंस की प्रैक्टिस ने लोगों के दिलों में भी दूरियां पैदा कर दी हैं।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस तो जरूरी है ही, लेकिन इसके कारण आपको इमोशनल डिस्टेंस नहीं बनानी चाहिए। आइए हम आपको बताते हैं ऐसे कुछ आसान तरीके, जिससे आप सोशल डिस्टेंस को मेनटेन रखते हुए भी आप इमोशनल डिस्टेंस को घटा सकते हैं।

दूसरों की मदद करें, आपको सुकून मिलेगा

मदद सिर्फ पैसों से नहीं की जाती है, इसलिए ये बात बिल्कुल मायने नहीं रखती है कि आप गरीब हैं या अमीर हैं। ऐसे समय में जब दुनिया मानव इतिहास की सबसे भयंकर महामारी को झेल रही है, अगर आप किसी व्यक्ति की मदद करते हैं, तो इससे आपको खुशी भी मिलेगी और बीमारी को जल्द हराने में आप थोड़ा सहयोग भी कर पाएंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ डायरेक्टर ने अपने एक भाषण में कहा था कि जब तक दुनिया में एक भी कोरोना वायरस का मरीज है, तब तक दुनिया का कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है।

इसलिए अपने आसपास के लोगों की जरूरतों में उनके काम आएं। अगर आप सहयोग कर सकते हैं, तो कुछ गरीब लोगों के भोजन की व्यवस्था करें। अगर आप सोशल डिस्टेंस को मेनटेन करते हुए किसी रोगी या जरूरतमंद की मदद करते हैं, तो आपके मनोवैज्ञानिक रूप से बहुत सुकून मिलेगा।

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नई हॉबीज बनाएं

कोरोना वायरस को हराने के लिए सोशल डिस्टेंस जरूरी है। इसलिए अब दुनिया अगले कई सालों के लिए पूरी तरह बदल चुकी है। संभव है कि बहुत समय तक आप अपनी पुरानी हॉबीज और इंट्रेस्ट को न फॉलो कर पाएं। इसलिए ये वक्त अपनी किस्मत या ईश्वर को कोसने का नहीं है। बदलती हुई दुनिया के साथ आप भी बदलें और अपनी आदतों और हॉबीज को भी बदलें। बाहर निकलने की आदत को कम करें और घर के अंदर रहते हुए अपने लिए नई रोमांचक आदतें तलाशें। ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स, एप्स, सॉफ्टवेयर्स, यूट्यूब वीडियोज की मदद से नई-नई चीजें सीखें और अपने दिन को प्रोडक्टिव बनाएं।

ऑनलाइन अपना सर्कल बढ़ाएं

अगर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिल नहीं पा रहे हैं या उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, तो एक दूसरे से इमोशनली कनेक्ट रहने के लिए ऑनलाइन एप्स की मदद लें। दोस्तों के साथ रियल टाइम प्लेयर गेम खेलें, वीडियो चैट करें, ग्रुप बनाएं, मस्ती भरी बातें करें, वीडियोज बनाकर शेयर करें, सॉन्ग्स रिकॉर्ड करें, कुछ क्रिएटिव करें और सोशल मीडिया पर पोस्ट करें। कुल मिलाकर इंटरनेट पर अपना सर्कल बढ़ाएं और अपने दोस्त बनाएं। आप चाहें तो नए दोस्त भी बना सकते हैं।

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गिफ्ट्स और जरूरी सामान भेजें

अपने घर-परिवार के लोगों, दोस्तों, पड़ोसियों और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए उनके पास जाने की जरूरत नहीं है। आप चाहें तो उनकी जरूरत के सामान, सरप्राइज गिफ्ट्स और बर्थडे स्पेशल कार्ड्स आदि को ऑनलाइन बुक कर सकते हैं, जिससे कि बिना आपकी मेहनत के वो आपके शुभचिन्तकों तक पहुंच जाएं। बहुत सारे लोग इन दिनों वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, तो आप उन्हें घर पर काम में मदद करने वाले टूल्स और किट्स भेज सकते हैं।

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सुरक्षा मानकों का ध्यान रखें

किसी की मदद करते हुए आपको अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना है। तभी आप सामने वाली की मदद भी कर पाएंगे और अपने आप को संक्रमित होने से भी बचा पाएंगे। इसलिए अगर किसी से मिलजुल रहे हैं, तो मुंह पर अच्छी क्वालिटी का मास्क लगाएं। पब्लिक प्लेसेज पर जाने से पहले हाथ में ग्लव्स पहनें। अपने ट्रैवेल बैग में सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्स और रूमाल जरूर रखें। अगर रास्ते में किसी अन्य व्यक्ति को इन चीजों की जरूरत है, तो उसे भी ये सामान दे कर मदद करें।

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