एक व्यक्ति सामान्य महसूस करते हुए सड़क पर चल रहा है और अचानक चलते-चलते वह छाती पकड़ता है और सड़क पर ही गिर जाता है। आमतौर पर फिल्मों में ऐसे ही दिल का दौरा पड़ते हुए दिखाया जाता है लेकिन वास्तविक जीवन में हमेशा ऐसे नहीं होता है। दिल का दौरा बिना किसी संकेत के पड़ सकता है और इसके बारे में विचार आना भी सामान्य नहीं है। सामान्य दिल के दौरे आम तौर पर चेतावनी के संकेत के साथ आते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
जब आप शारीरिक रूप से थक जाते हैं
अगर आपके दिन-प्रतिदिन का रूटीन या वर्कआउट अचानक असामान्य रूप से कठिन हो जाता है या फिर आप अपने सामान्य कार्यों को करते करते थक जाते हैं तो वक्त आ गया है कि आप डॉक्टर से सलाह लें। अतिरिक्त थकान महसूस करना आपके दिल के बाएं वेंट्रिकल की कमजोरी का संकेत दे सकता है। इसके अलावा अगर हृदय से शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त पंप करने वाली मुख्य मांसपेशियां काम करना बंद कर दें, तो दिल ठीक से पंप नहीं कर पाएगा, जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा पड़ सकता है।
चलने पर आपके पैर या कूल्हे में ऐंठन
अगर चलते या दौड़ते वक्त आपकी जांघों और कूल्हों में धीरे-धीरे ऐंठन बढ़ती है तो यह आपके लिए एक बुरी खबर हो सकती है। यह बाह्य धमनी रोग का एक सामान्य संकेत है, जिसे धमनियों का सिकुड़ना कहा जाता है, जो आपके अंगों, पेट और सिर में रक्त के प्रवाह को सीमित करता है। ऐसा तब होता है जब आपके पैरों से पर्याप्त रूप से रक्त प्रवाह नहीं हो पाता है। अगर आपके साथ भी चलने या दौड़ने के दौरान कुछ ऐसा होता है तो इसका मतलब है कि आपका दिल भी इन संभावित समस्याओं से घिरा हुआ है।
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खर्राटे भी गंभीर समस्या
जोर-जोर से खर्राटे लेना, हवा के लिए हांफते हुए जागना या सोने के अपने समय पर अधिक थकान महसूस करना, ये सब नींद अश्वसन के संकेत हो सकते हैं, जिसे स्लीप डिसऑर्डर के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप इसे नजरअंदाज करते हैं, तो यह दिल का दौरा पड़ने की संभावना को बढ़ा सकता है। सांस लेने में रुकावट आपके शरीर पर गंभीर रूप से प्रभाव डाल सकती है, आपके रक्तचाप को बढ़ा सकती है, जिससे आपका दिल अनियमित रूप से धड़केगा और और हृदय रोग के जोखिम का खतरा बढ़ेगा। इन सभी कारकों से दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक हो सकती है।
पेट में परेशानी महसूस करना
कभी-कभी जी खराब होना या उल्टी करने की इच्छा होना, बदहज़्मी, या डकार जैसा महसूस होना केवल पेट खराब होने के संकेत नहीं है बल्कि यह आपके दिल की समस्या का संकेत भी हो सकते हैं। आपके पाचन क्षेत्र मार्ग में तंत्रिकाएं हृदय की नसों के साथ निकटता से जुड़ी होती हैं। नतीजतन, जो समस्या आपके दिल की हो सकती है वह कभी-कभी पेट की परेशानी के रूप में सामने आती है। आमतौर पर दिल का दौरा पड़ने से पहले जी खराब होता है या उल्टी जैसी इच्छा होती है और समय रहते डॉक्टर को नहीं दिखाया जाता है तो स्थिति बिगड़ सकती है।
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अजीब तरीके से चिंता महसूस होना
चिकित्सकों का कहना है कि चिंता के कारण हृदय रक्त प्रवाह में कमी होने की संभावना अधिक होती है। चिंता और दिल के दौरे के जोखिम के बीच संबंध पर विचार करना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि चिंता के कई लक्षण जैसे सीने में दर्द, सांस की तकलीफ और दिल की धड़कन, दिल का दौरा पड़ने के भी संकेत देती हैं, विशेषकर तब, जब आप तनावपूर्ण स्थिति से निपटने में सक्षम नहीं हैं। चिंता आपके दिल पर भी अतिरिक्त दबाव डाल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि तनाव महसूस करने से आपकी रक्त वाहिकाएं संकुचित होती हैं और आपके हृदय की गति बढ़ती हैं। इन दोनों ही अवस्थाओं में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम होता है।
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