स्वाइन फ्लू से जुड़े ये 5 मिथक हो सकते हैं खतरनाक, जानें क्या है सच्चाई

देश के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इस साल जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू के कारण 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू रोग खतरनाक वायरस H1N1 के कारण फैलता है। संक्रामक होने के कारण यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है। इसके अलावा इस रोग को लेकर कुछ मिथक भी हैं, जिनके कारण लोग इस रोग की चपेट आते हैं। आइए आपको बताते हैं स्वाइन फ्लू से जुड़े मिथक और सच्चाई।
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स्वाइन फ्लू से जुड़े ये 5 मिथक हो सकते हैं खतरनाक, जानें क्या है सच्चाई

देश के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इस साल जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू के कारण 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू रोग खतरनाक वायरस H1N1 के कारण फैलता है। संक्रामक होने के कारण यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है। इसके अलावा इस रोग को लेकर कुछ मिथक भी हैं, जिनके कारण लोग इस रोग की चपेट आते हैं। आइए आपको बताते हैं स्वाइन फ्लू से जुड़े मिथक और सच्चाई।

स्वाइन फ्लू से बचाव असंभव है

ये बात सच है कि स्वाइन फ्लू खतरनाक और जानलेवा रोग है, मगर इससे बचाव संभव है। स्वाइन फ्लू की चपेट में आने के बाद जितनी जल्दी इलाज शुरू कर दिया जाए, खतरा उतना कम होता है। चूंकि स्वाइन फ्लू की शुरुआत में बुखार और ठंड लगने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं इसलिए लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। समय बीतने के साथ-साथ ये रोग खतरनाक होता जाता है।

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सामान्य फ्लू से टीके से स्वाइन फ्लू का बचाव संभव है

कुछ लोग यह समझते हैं कि फ्लू से बचाव के लिए लगने वाला टीका उन्हें स्वाइन फ्लू से भी बचा सकता है, मगर ऐसा नहीं है। स्वाइन फ्लू और सामान्य फ्लू में काफी अंतर होता है इसलिए स्वाइन फ्लू को सामान्य फ्लू का टीका नहीं रोक सकता है। इस रोग से बचाव के लिए एक खास वैक्सीन लगवानी चाहिए, जिसे एच1एन1 इंफ्लुएंजा वायरस वैक्सीन कहते हैं।

स्वाइन फ्लू होने पर ऑफिस या स्कूल जाना बंद कर देना चाहिए

कुछ लोग यह भी मानते हैं कि स्वाइन फ्लू के मरीजों को किसी भी पब्लिट प्लेस, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस आदि जगह नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे रोग के फैलने का खतरा होता है। इनमें से कुछ बातें पूरी तरह भ्रम हैं। अगर आपके शरीर की जांच में स्वाइन फ्लू के वायरस पाए गए हैं मगर आप बीमार नहीं है, तो साफ-सफाई ख्याल रखकर आप इस रोग को फैलने से रोक सकते हैं। साफ सफाई में फर्श की अच्छी तरह सफाई करते हैं, खांसते समय मुंह पर रूमाल लगाते हैं, हाथों को साबुन से धोते हैं और एल्कोहलयुक्त हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करते हैं, तो आपको स्वाइन फ्लू के फैलने की संभावना बहुत कम होती है। लेकिन यह ध्यान रखें कि स्वाइन फ्लू के दौरान अगर आप बीमार हैं या बुखार है, तो घर से बाहर न निकलें।

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इम्यूनिटी प्राकृतिक रूप से अच्छी है तो स्वाइन फ्लू से बचने के लिए वैक्सीन की जरूरत नहीं है

लोगों का मानना यह भी है कि अगर आपकी प्राकृतिक इम्यूनिटी अच्छी है, तो आपको स्वाइन फ्लू नहीं होता है। लेकिन सच्चाई ये है कि आपकी इम्यूनिटी बहुत अच्छी होने के बावजूद आपको स्वाइन फ्लू का खतरा होता है। इससे बचाव का एकमात्र विकल्प ये है कि आप एच1एन1 इंफ्लुएंजा वायरस वैक्सीन लगवाएं।

फेस मास्क पहनने से स्वाइन फ्लू से बचाव हो सकता है

फेस मास्क आपको वायरस के सीधे संपर्क में आने से बचाता है इसलिए यह कुछ हद तक स्वाइन फ्लू जैसे रोगों से बचाव में मददगार है। मगर फेस मास्क आपको पूरी सुरक्षा नहीं प्रदान कर सकता है। पूरी सुरक्षा के लिए आपके पास वैक्सीन लगवाने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है।

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