पोषण की कमी और गलत जीवनशैली के कारण आजकल बालों के झड़ने की समस्या आम हो गई है। कुछ योगासन और हस्त मुद्राएं ऐसी हैं, जिनके अभ्यास से आपके बालों के झड़ने की समस्या हमेशा के लिए ठीक हो जाएगी। इसके साथ ही इन योगासनों से आपके बाल घने, लंबे और स्वस्थ बनेंगे। आपके बाल कई कारणों से गिरते हैं जैसे- तनाव, पाचन की कमी, स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन की कमी आदि। इन सभी परेशानियों को ये 4 योगासन आसानी से ठीक करते हैं इसलिए इनके अभ्यास से आपके बाल दोबारा घने और काले हो जाते हैं।
ज्ञान-मुद्रा
हस्त मुद्राएं रक्त संचार और तमाम शारीरिक परेशानियों में फायदेमंद होती हैं। ज्ञान मु्द्रा से न सिर्फ आपके दिमाग में रक्त संचार बढ़ता है बल्कि तनाव, अवसाद और सिर से जुड़ी तमाम बीमारियां ठीक होती हैं। इसे करने के लिए अंगूठे को तर्जनी (पहली) अंगुली के सिरे पर लगा दें। शेष तीनों अंगुलियां सीधी रहेंगी। इसका अभ्यास स्मरण-शक्ति का विकास होता है और व्यक्ति का दिमाग भी स्वस्थ रहता है। इसके अलावा सिरदर्द दूर होता है तथा अनिद्रा की समस्या दूर होती है। नकारात्मक विचार भी नहीं आते हैं गलत आदतें दूर होती हैं।
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पृथ्वी-मुद्रा
पृथ्वी मु्द्रा भी मस्तिष्क के लिए फायदेमंद हस्त मुद्रा है। इस मुद्रा को करने के लिए अनामिका (तीसरी) अंगुली को अंगूठे से लगाकर रखें। इसका नियमित अभ्यास करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है, और आप एनर्जेटिक रहते हैं। यह मुद्रा पाचन-क्रिया ठीक करती है, दिमाग को शांत करती है, तथा यह शरीर में विटामिन की कमी को दूर करती है।
सर्वांगासन
सर्वांगासन के अभ्यास से आपके पूरे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, खासकर दिमाग और सिर के हिस्से में। इसलिए इसके अभ्यास से आपके बाल झड़ने की समस्या और बालों के सफेद होने की समस्या ठीक हो जाएगी। इसे करने के लिए सबसे पहले आप साफ-सुथरी जगह पर चटाई बिछाकर लेट जाएं। अब अन्दर की और धीरे-धीरे सांस ले और पैरों को ऊपर की और उठाएं। इस क्रिया में पहले पैरों को ऊपर उठाएं, फिर कमर को, इसके पश्चात अपने छाती तक के भाग को ऊपर की और उठाये। इस क्रिया को करते वक्त पैरों को सीधा रखें, अपने घुटनों को मौड़े नहीं। आप अपनी कमर को सहारा देने के लिए अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़कर कमर पर लगाकर इसे सहारा दें। इस आसन में शरीर का पूरा भार कंधों पर रहता है। इस अवस्था में आपको सामान्य रूप से सांस लेना और छोड़ना है। जब आपको इसकी अच्छी प्रैक्टिस हो जाये तक आसन के अभ्यास का समय बढ़ाकर आप 3 मिनट तक का कर सकते है।
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उष्ट्रासन
इस आसन को करने के लिए जमीन पर दरी बिछाकर घुटनों के बल खड़े हो जाएं इसके बाद दोनों घुटनो को मिलाकर तथा एड़ी व पंजों को मिलाकर रखें। अब सांस अंदर खींचते हुए धीरे-धीरे शरीर को पीछे की ओर झुकाकर दोनो हाथों से दोनो एड़ियों को पकड़ने की कोशिश करें। इस स्थिति में ठोड़ी ऊपर की ओर करके रखें व गर्दन को सीधा रखें और दोनो हाथों को भी बिल्कुल सीधा रखें। सामान्य रूप से सांस लेते हुए इस स्थिति में 30 सैकेंड से 1 मिनट तक रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।
व्रजासन
बालों के झड़ने की समस्या पाचन शक्ति के कमजोर होने के कारण भी हो सकती है। वज्रासन के अभ्यास से आपकी पाचन शक्ति ठीक होती है। इस आसन के लिए घुटनों को मोड़कर इस तरह से बैठें कि नितंब दोनों एड़ियों के बीच में आ जाएं। दोनों पैरों के अंगूठे आपस में मिले रहें और एड़ियों में अंतर भी बना रहे। दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। पीछे की ओर अधिक न झुकें। शरीर को सीधा रखें ताकि संतुलन बना रहे। हाथों और शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़ दें और कुछ देर के लिए अपनी आंखें बंद कर लें। अपना ध्यान सांसों पर केंद्रित रखें। इस आसन में पांच मिनट तक बैठना चाहिए।
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