कुछ लोग अपने जीवन में काम को इतना महत्व देते हैं कि घंटों ऑफिस में बैठकर काम करते रहते हैं। ऐसे लोगों को वर्कहॉलिक कहा जाता है, यानी जिन्हें काम का नशा रहता है। प्रोफेशनल लेवल पर ऐसे लोगों की बड़ी तारीफें की जाती हैं और ऑफिस में इन्हें सबसे मेहनती और डेडिकेटिव माना जाता है। मगर सच्चाई ये है कि लंबे समय में ये आदत उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। कुछ लोग समझते हैं कि ज्यादा काम करने से सिर्फ मस्तिष्क पर ही इसका असर पड़ता है, मगर नहीं, ऐसे लोगों को कई तरह की शारीरिक बीमारियां भी होने का खतरा बढ़ जाता है।
अगर आप भी काम को जरूरत से ज्यादा महत्व देते हैं, तो सावधान हो जाएं। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसी ही 5 बीमारियां, जिनका खतरा वर्कहॉलिक लोगों को ज्यादा होता है।
मोटापा
मोटापा कुछ लोगों को बीमारी नहीं लगती है, मगर एक्सपर्ट्स की नजर में ये आज के समय की सबसे खतरनाक बीमारियों का जड़ है, इसलिए एक तरह की बीमारी ही है। देखा जाता है कि ऑफिस में घंटों बैठकर जो लोग बहुत अधिक काम करते हैं, उनका जीवन गतिहीन हो जाता है। जिसके कारण उनका मेटाबॉलिज्म कमजोर हो जाता है और अंगों में खूब चर्बी जमा होने लगती है। इसीलिए बहुत अधिक काम करने वाले लोग मोटापे का शिकार ज्यादा होते हैं।
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दिल की बीमारियां
घंटों बैठकर काम करने वालों को दिल की बीमारियों (हार्ट डिजीज) का भी बहुत ज्यादा खतरा होता है। दरअसल काम के कारण व्यक्ति का शरीर बहुत कम मूव कर पाता है, जिसके कारण शरीर के अंगों में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इसके अलावा काम के साथ-साथ व्यक्ति तनाव भी लेता है, जिसका असर उसकी धमनियों पर बुरा पड़ता है। इसके साथ ही ऐसे लोगों का कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ा हुआ होता है। ये तीनों ही समस्याएं प्रत्यक्ष रूप से हार्ट की बीमारियों से जुड़ी हुई हैं।
क्रॉनिक पेन
ज्यादा स्ट्रेस लेने के कारण शरीर में इंफ्लेमेशन की समस्या हो सकती है, जिसके कारण आपको शरीर के अंगों में कभी-कभार दर्द की शिकायत हो सकती है। ऐसे दर्द को अक्सर लोग सामान्य समझकर नजरअंदाज करते रहते हैं। मगर लंबे समय में इंफ्लेमेशन की समस्या जानलेवा भी हो सकती है। यहां तक कि इसके कारण आपको जिंदा रखने वाले कई अंग डैमेज हो सकते हैं। इसलिए शरीर में होने वाले दर्द को नजरअंदाज न करें, बल्कि इसका इलाज कराएं।
इम्यून सिस्टम की कमजोरी
क्षमता से ज्यादा काम करने के कारण व्यक्ति का इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है। इम्यून सिस्टम का खराब होना आपके शरीर के लिए बहुत घातक है, क्योंकि इम्यून सिस्टम ही आपके शरीर को रोगों, वायरस, बैक्टीरिया, इंफेक्शन आदि से बचाने वाला सिस्टम होता है। जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उन्हें सर्दी-जुकाम, बुखार, वायरल आदि बहुत जल्दी होता है। इसके अलावा कई तरह की सांस से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।
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अनिद्रा, तनाव, डिप्रेशन
काम के दबाव के कारण वर्कहॉलिक लोगों को अक्सर रात में नींद न आने की समस्या हो जाती है, जिसे अनिद्रा कहते हैं। नींद की कमी भी कई जानलेवा रोगों का कारण बनती है। इसके अलावा रोजाना पर्याप्त नींद न लेने से व्यक्ति कई तरह की मानसिक परेशानियों से भी जूझने लगता है। तनाव और डिप्रेशन की समस्या भी ऐसे लोगों को हो सकती है। डिप्रेशन खतरनाक स्थिति है, इसलिए इससे बचाव बहुत जरूरी है।
ध्यान रखें: अपने क्षमता भर काम करें। इसके बाद आराम भी बेहद जरूरी है। एक दिन में 9-10 घंटे से ज्यादा काम न करें। हर दिन 7-8 घंटे की नींद जरूर लें और हेल्दी भोजन करें।
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