शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से गठिया की बीमारी हो जाती है। आमतौर पर यूरिक एसिड बढ़ने का पता लोगों को तब चलता है जब सोते समय उनके पैरों में जकड़न की समस्या होती है या फिर जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। यूरिक एसिड का बढ़ने का मुख्य कारण गलत खानपान की आदत है। इसलिए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए भी खानपान की आदतों को ही बदलने की जरूरत पड़ती है। कुछ आहार ऐसे हैं, जो शरीर में यूरिक एसिड को तेजी से बढ़ाते हैं। इन आहारों के सेवन से व्यक्ति के घुटनों की तकलीफ भी बढ़ती जाती है और जोड़ों में जकड़न होने लगती है। इसलिए यूरिक एसिड के मरीजों को या गठिया के रोगियों को इन आहारों से परहेज करना चाहिए। आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो आहार।
यूरिक एसिड बढ़ने पर तेल में तली चीजों से करें परहेज
भारतीय खानपान में तली-छनी चीजों का बड़ा विशेष महत्व है। ज्यादातर त्यौहारों, शादी-ब्याह और विशेष उत्सवों पर जो खाना और स्नैक्स बनाए जाते हैं, उनमें बहुत सारे ऐसे हैं जो तेल में तले जाते हैं या जिनमें तेल का बहुत अधिक इस्तेमाल होता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है और जो लोग पहले से गठिया के रोगी हैं, उन्हें तेल में तली गई चीजें (फ्राइड फूड्स) का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए ऐसे लोगों के लिए जंक फूड्स, फास्ट फूड्स, पैकेटबंद स्नैक्स, पूरी, कचौड़ी, फ्राइज आदि का सेवन ठीक नहीं है।
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रात में दाल-चावल का सेवन न करें
दाल-चावल का कॉम्बिनेशन भारत के लगभग सभी हिस्सों में खाया जाता है और कंफर्ट फूड होने के कारण इसे लोग लगभग रोज ही खाते हैं। गठिया या यूरिक एसिड के मरीज दिन में तो दाल-चावल खा सकते हैं, लेकिन रात में उन्हें दाल-चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि दाल में प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है और चावल में कार्बोहाइड्रेट होता है। प्रोटीन और कार्बाहाइड्रेट का सेवन रात के समय कर लेने से तकलीफ बढ़ सकती है क्योंकि आराम की स्थिति में गठिया रोगियों को और ज्यादा जकड़न महसूस होती है। कई बार जोड़ों में दर्द का कारण कुछ और भी हो सकता है, इसलिए इसकी जांच जरूर करा लें।
गठिया रोगियों को नहीं खाना चाहिए दही
वैसे तो दही का सेवन फायदेमंद माना जाता है क्योंकि ये प्रोबायोटिक फूड है और पेट को स्वस्थ रखता है। लेकिन यूरिक एसिड और गठिया के मरीजों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए। दही में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है और प्रोटीन कई बार गठिया के आसपास के दर्द को बढ़ा सकता है। दही के अलावा गठिया रोगियों को दूध और दूध से बने दूसरे प्रोडक्ट्स का सेवन भी बहुत कम करना चाहिए।
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मांसाहारी भोजन छोड़ दें
गठिया होने या यूरिक एसिड की समस्या बढ़ने पर आपको मांसाहारी भोजन का सेवन करना छोड़ देना चाहिए। खासकर रेड मीट का सेवन तो आपके लिए बहुत अधिक घातक हो सकता है। गठिया रोगियों के लिए शाकाहारी भोजन ज्यादा फायदेमंद होता है। इसलिए ऐसे लोगों को मांस-मछली का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
मीठी चीजों (सफेद चीनी वाली) का सेवन कम करें
गठिया या यूरिक एसिड के मरीजों का एक और बड़ा दुश्मन है और वो है चीनी। व्हाइट शुगर या इससे बनने वाली चीजें गठिया रोगियों और यूरिक एसिड के मरीजों की तकलीफें बढ़ा सकती हैं। यही नहीं फलों का जूस भी कई बार गठिया रोगियों के लिए ठीक नहीं होता है क्योंकि उसमें भी फाइबर कम होता है और नैचुरल शुगर ज्यादा होती है। इसलिए कह सकते हैं कि गठिया रोगियों को मीठी चीजों से खासकर चीनी घुली हुई चीजों से दूर रहना चाहिए।
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