
काम और कुछ विषयों के बारे में सोचने के कारण आप सारे दिन चिंता करने लगते हैं, लेकिन इससे निजात पाने के लिए कई आयुर्वेदिक तरीके आपकी मदद कर सकते हैं।
कोई भी व्यक्ति चिंता (Anxiety) का शिकार नहीं बनना चाहता है, जबकि कई लोग ऐसे होते हैं जो दिनभर कुछ न कुछ सोचकर परेशान रहते हैं। जरूरत से ज्यादा किसी विषय के बारे में सोचना, आपका स्वास्थ्य खराब कर सकता है और आप अवसाद के शिकार भी हो सकते हैं। आमतौर पर चिंता शरीर के वात दोष खराब होने से होता है। ज्यादा काम, अस्वस्थ आहार और ठंडे वातावरण के कारण ये दोष बिगड़ने लगता है। चिंता के कारण आपका किसी काम में मन भी नहीं लगता है, और नींद आनी भी कम हो जाती है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आयुर्वेदिक नुस्खे आपकी चिंता खत्म करने और वात दोष को संतुलन करने में मदद कर सकते हैं।
गर्म पानी से स्नान
जब आप ज्यादा चिंता करने लगते हैं, तो आपका मन काफी अशांत हो जाता है। ऐसे में गर्म पानी से नहाना आपके लिए बहुत शांति भरा हो सकता है। एक तिहाई कप पिसा हुआ अदरक और बेकिंग सोडा गर्म पानी में मिला लें, 10 से 15 मिनट तक इन्हें पानी में भीगा रहने दें। इसके बाद आपको इस पानी में स्नान करना चाहिए, ये आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे आपका मन बहुत सारी बातें और चिंता करना कम कर देगा।
बादाम का दूध
10 से 12 बादाम अपने रात में भिगोकर रख दें, अगले दिन उनके छिल्के उतार लें। गर्म दूध में पिसे हुए बादामों को अच्छी तरह मिला लें और आप इसमें अन्य मेवों को भी डाल सकते हैं। थोड़ी सी अदरक और केसर मिलाकर उसे पीने से आपका दिमाग शांत होगा और आप चिंता करना भी कम कर देंगे। आप रोज इसे पी सकते हैं, इससे आपका वात दोष कम होने लगते हैं।
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हल्का और सादा खाना
आयुर्वेद के मुताबिक, आप जो भी खाना खाते हैं, वो आपके वात दोष को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है। आपका वातदोष ही है, जो चिंता के लिए जिम्मेदार है और आपके मन को अशांत रखता है। गर्म खाना खाएं, ज्यादा तेल-मसाले वाले खाने के सेवन से बचें। अपने खाने में सूप और डेयरी उत्पाद को शामिल करें। कैफीन, शराब, चीनी, चॉकलेट और निकोटीन से बचें। इसके अलावा, आप फल और हरी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। कुछ अन्य वात शांत करने वाले खाद्य पदार्थों में दालचीनी, जीरा, अदरक, जायफल, सेंधा नमक, तिल, सौंफ, हींग और प्राकृतिक चीनी शामिल हैं, ये आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
सुगंध-चिकित्सा (Aromatherapy)
कई बार आपके अच्छी खुश्बू आपके मन पर अच्छा प्रभाव डालती है और आप हल्का महसूस करते हैं। कुछ सुगंधों का वात दोष पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, वह इसे कम करने में मद करती हैं। आप अपने नहाने के पानी में तुलसी, नारंगी, लौंग और लैवेंडर का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। इनकी कुछ बूँदें गर्म पानी में मिलाकर स्नान कर सकते हैं। आप चाहें तो, अपने कमरे में हल्की सुगंध का प्रयोग भी कर सकते हैं, ये आपके लिए कारगर साबित होगा।
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वैकल्पिक नाक श्वास (Alternate nose breathing)
वैकल्पिक नाक श्वास आपके दोषों को शांक करने में काफी कारगर है और ये किसी भी तरह की चिंता को कम करता है। ये योग मस्तिष्क को संतुलित रखता है और मन की ऊर्जा भी सही करता है। किसी शांत जगह इसका प्रयास करना आपके लिए लाभकारी होगा। ध्यान रहे कि आप सांस लेते समय बल का प्रयोग न करें, सांस लेते समय मुंह से सांस न लें और बीच-बीच में थोड़ा आराम करें।
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