
क्या आपको लगता है कि जिम में जाकर भारी-भरकम वजन उठाना ही छाती को मजबूत बनाने का एकमात्र तरीका है? अगर आप ऐसा कुछ सोच रहे हैं तो आप बिल्कुल गलत हैं। जी हां, आप अपने घर में आराम से और बिना वजन उठाए ही चौड़ी छाती और छाती का नंबर बढ़ा सकते हैं। यह बिल्कुल सच और शत प्रतिशत सही है, आपको बस इतना करना है कि शरीर में सबसे बड़ी और मजबूत मांसपेशियों में से एक को काम करने के लिए सही अभ्यास करना है। अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसा कैसा हो सकता है तो ज्यादा दिमाग न दौड़ाएं क्योंकि हम आपको कुछ योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो न सिर्फ आपकी छाती को चौड़ा बनाएंगे बल्कि शरीर की ताकत बढ़ाएंगे और अंदरूनी ऊर्जा को भी बढ़ाने में मदद करेंगे।
दरअसल अपने पेक्टोरल मांसपेशियों पर काम करना वास्तव में आपके समग्र स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव ला सकता है। अपने सीने की मांसपेशियों को नियमित रूप से व्यायाम कराना वास्तव में आपके जीवन के कुछ पहलुओं को बेहतर बनाने के लिए अच्छा साबित हो सकता है। छाती को बाहर निकालने से शरीर की ऊपरी शक्ति तो बढ़ती ही है साथ ही इस प्रक्रिया से हृदय को भी लाभ पहुंचता है। तो आइए जानते हैं ऐसे योगासन के बारे में जो आपकी छाती की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।
चेस्ट मसल्स की एक्सरसाइज कर होता है पोश्चर में सुधार
जब हम पुश-अप्स जैसे कुछ व्यायाम करते हैं, तो हमारे कंधे और पीठ की मांसपेशियां काम में लगी होती हैं, जो आपके पोश्चर को बेहतर बनाने से जुड़ी हुई होती हैं। हमारे ऊपरी शरीर में सबसे बड़ी मांसपेशियों में से एक के रूप में, छाती खराब पोश्चर को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बदले में, आपको पीठ दर्द को रोकने में भी मदद करेगा जो कि कई कारणों से होता है।
फेफड़ों की शक्ति को बढ़ाती है ये एक्सरसाइज
आपका पोश्चर सही होने पर आपके फेफड़े अधिक ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए बेहतर स्थिति में होते हैं। इसका मतलब यह भी है कि आप गहरी सांस लेने में सक्षम होंगे और इस तरह आसानी से सांस ले सकेंगे।
चौड़ी छाती के लिए योगा
भस्त्रिका प्राणायाम
1- अपनी पीठ सीधी करके बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें।
2- सांस लें और 1: 1 के अनुपात में सांस छोड़ें। उदाहरण के लिए, अगर आप 6 तक गिनती कर सांस लेते हैं, तो आपको सांस छोड़ने के लिए भी 6 तक गिनती करनी होगी।
संतुलनासन
1- अपने पेट के बल लेटें।
2- अपनी हथेलियों को अपने कंधों के नीचे रखें और अपने ऊपरी शरीर, पेल्विस और घुटनों को ऊपर उठाएं।
3- आपकी कलाई आपके कंधों से सटी होनी चाहिए और आपके हाथ सीधे होने चाहिए।
वशिष्ठासन
1- संतुलनासन (प्लैंक ) से शुरू करें।
2- अपने पूरे शरीर को दाहिनी ओर कर लेट जाएं मोड़ें, अपने बाएं पैर पर दाहिना पैर रखें।
3- अपनी दाहिनी भुजा को उठाएं और अपनी उंगलियों को आकाश की ओर रखें।
4- दोनों तरफ से इस स्थिति को दोहराएं।
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उस्त्रासन
1- योगा मैट पर घुटने रखें और दोनों हाथों को ऊपर उठाएं।
2- अपनी दाहिनी हथेली को दाहिनी एड़ी पर रखें और धीरे से पीछे झुकें।
3- सांस छोड़ें और शुरुआती मुद्रा में वापस आएं।
4- दोनों तरफ से इस प्रक्रिया को दोहराएं।
हिमालय नमस्कार
हिमालय नमस्कार या हिमालय प्रणाम हिमालय का एक प्राचीन योगाभ्यास है जिसमें आगे झुकने और पीछे झुकने वाली मुद्राओं का एक संयोजन शामिल है। यह 11-स्टेप वाली मुद्रा शरीर को गतिशील बनाती है और लचीलेपन में सुधार करती है। हिमालयी नमस्कार, एक प्रकार का नमस्कार है, जिसे करने से कार्डियो वर्कआउट का प्रभाव दोगुना हो जाता है। । यह शरीर की गतिशीलता की एक परीक्षा है और आप अपने आसन शुरू करने से पहले एक मूलभूत अभ्यास के रूप में काम कर सकते हैं। आप धीरे-धीरे पुश-अप्स के साथ इसे शुरू कर सकते हैं, धीरे-धीरे अपने काम को 3-4 सेट-अप से 3-5 सेट तक कर सकते हैं।
योग आसन और सांस लेने के व्यायाम को आप अपने नियमित वर्कआउट का हिस्सा बना सकते है और इसके अत्यधिक लाभ का अनुभव कर सकते हैं। यह न केवल महिलाओं में स्तन कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करेगा, बल्कि आपके संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करेगा।
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