कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी बन चुका है। इस वायरस ने अब तक 50,000 से भी ज्यादा लोगों की जान ले ली है और 10 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ये वायरस किसी भी उम्र के इंसान को हो सकता है, लेकिन इसके कारण होने वाली मौत का खतरा सबसे ज्यादा उन्हें है, जिन्हें पहले से कोई रोग है या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। अब सवाल उठता है कि ये कैसे पता लगाएं कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है या मजबूत और आपको कोरोना वायरस का खतरा है या नहीं।
तो दोस्तों, इम्यूनिटी चेक करने के लिए कोई विशेष टेस्ट नहीं है, जो ये बताए कि आपका इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत है। मगर शरीर में दिखने वाले कुछ संकेत जरूर ये बताते हैं कि व्यक्ति कमजोर इम्यूनिटी वाला है। हम आपको बता रहे हैं ऐसे ही 5 संकेत, जो कमजोर इम्यूनिटी को बताते हैं। अगर आपमें भी ये संकेत अक्सर दिखते हैं, तो वर्तमान महामारी कोरोना वायरस से आपको ज्यादा सतर्क रहने और सुरक्षित रहने की जरूरत है।
जुकाम जल्दी-जल्दी होना
सर्दी-जुकाम बेहद आम समस्या है, जो हर किसी को होती है। मगर यदि आपको जुकाम यानी कॉमन कोल्ड बहुत जल्दी-जल्दी होता है, तो ये इस बात का संकेत है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है। आमतौर पर एक सामान्य व्यक्ति को साल में औसतन 3 बार जुकाम होता है और ये जुकाम लगभग 1 सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाता है। अब आप खुद ही देख लें। अगर आपको ज्यादा बार जुकाम होता है या लंबे समय तक ठीक नहीं होता है, तो आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।
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बार-बार इंफेक्शन होना
इंफेक्शन यानी संक्रमण कई तरह के होते हैं। यौन संक्रमण (यूटीआई), त्वचा संक्रमण (खुजली और दाद), फेफड़ों का संक्रमण (खांसी, नाक बहना, सांस में तकलीफ) आदि। ऐसे ही बहुत सारे इंफेक्शन हैं, जिनका शिकार लोग होते रहते हैं। मगर यदि आपको कोई एक या अलग-अलग संक्रमण जल्दी-जल्दी हो रहे हैं, तो ये भी इस बात का संकेत है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है। दरअसल अगर व्यक्ति की इम्यूनिटी अच्छी हो तो बाहर से प्रवेश करने वाले वायरस और बैक्टीरिया को शरीर स्वयं ही मार देता है। मगर कमजोर इम्यूनिटी में ये बैक्टीरिया शरीर पर हावी हो जाते हैं और इंफेक्शन पैदा करते हैं।
घाव भरने में ज्यादा समय लगता है
छोटे मोटे कट और घाव शरीर में कभी-कभार लगते ही रहते हैं। ये घाव अपने आप भर जाते हैं और त्वचा वापस पहले जैसी हो जाती है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर है, तो उसका घाव भरने में समय लगता है। यानी अगर आपके शरीर में कटने पर या घाव लगने पर भरने में ज्यादा समय लगता है, तो इसका मतलब है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।
अच्छी इम्यूनटी वाले व्यक्ति का शरीर हेल्दी इम्यून सेल्स की मदद से घाव भर लेता है। ध्यान दें कि कई बार घाव जल्दी न भरना डायबिटीज का भी संकेत हो सकता है, हालांकि डायबिटीज भी कमजोर इम्यूनिटी से ही जुड़ी हुई बीमारी है।
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हर समय थके रहना
अगर रोजाना पेट भर खाना खाने और रात में 7 घंटे सोने के बाद भी आपके शरीर में थकान बनी रहती है और थोड़ा सा काम करते ही हांफने लगते हैं, तो ये भी इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो चुकी है और इसे मजबूत बनाने की जरूरत है। ऐसे लोगों के शरीर में एनर्जी बनती तो है लेकिन इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण शरीर के अंदरूनी फंक्शन्स में ही खप जाती है। इसलिए व्यक्ति हर समय थकान महसूस करता है। हालांकि थकान अकेले इम्यूनिटी कमजोर होने का नहीं, बल्कि डायिबटीज, थायरॉइड, एनीमिया जैसी कई बीमारियों का संकेत हो सकता है।
लिम्फ नोड्स की सूजन
लिम्फ नोड्स शरीर में मौजूद खास ग्लैंड्स होते हैं। आमतौर पर ये गले, अंडकोष और कांख (आर्म पिट्स) में पाए जाते हैं। ये लिम्फ नोड्स आपके शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स को फिल्टर करते हैं, जिन्हें लिम्फोसाइट्स कहते हैं। अगर शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स कम हो जाए, तो शरीर इंफेक्शन से नहीं लड़ सकता है। इसलिए लिम्फ नोड्स में सूजन भी कमजोर इम्यूनिटी का संकेत है।
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