
गर्मियों में दूध हजम करने के 5 आयुर्वेदिक तरीके, जिसे करने पर कभी नहीं होगी उल्टी।
अक्सर आपने गौर किया होगा कि बहुत से बच्चे या बड़े भी दूध पीने से कतराते हैं और उन्हें दूध पीने के बाद उल्टी जैसा मन करने लगता है। कुछ लोगों को तो वाकई में दूध पीने के बाद उल्टी हो भी जाती है। जिसके कारण वे दूध पीना छोड़ देते हैं। और जो लोग दूध पीना नहीं छोड़ते हैं वे दूध में अन्य प्रकार के पाउडर मिलाकर पीना पसंद करते हैं। ऐसा करने से न सिर्फ उन्हें दूध के गुण मिल पाते हैं और उनकी सेहत भी नहीं बनती है। इसके पीछे वे दूध को जिम्मेदार ठहराते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। गर्मियों में खासकर लोगों को दूध पीना पसंद नहीं होता क्योंकि उन्हें दूध हजम नहीं होता। वैसे तो लोग दूध हजम करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं लेकिन ये तरीके कामयाब नहीं हो पाते हैं। इस लेख में हम आपको आयुर्वेद के मुताबिक ऐसे 5 तरीके बता रहे हैं, जिनके जरिए आप दूध को आसानी से हजम कर सकते हैं।
दूध में कौन-कौन से होते हैं पौष्टिक गुण
दूध, डेयरी उत्पादों का सबसे जरूरी और अहम हिस्सा है। दूध में मौजूद विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपके शरीर में जरूरी तत्वों की आपूर्ति करते हैं। इन सभी पोषक तत्वों से बॉडी को कई तरह के स्वास्थ्य लाभ तो मिलते ही हैं साथ ही हड्डियां भी मजबूत होती हैं। हालांकि अगर आयुर्वेद की मानें तो हमारे वेदों में मौजूद कुछ नियमों के अनुसार अगर दूध को अलग-अलग चीजों के साथ पीया जाए तो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ उन्हें कंट्रोल भी किया जा सकता है। लेकिन देखा गया है कि कुछ लोगों को दूध पीने पर पेट फूलने या फिर पेचिश की शिकायत होने लगती है क्योंकि उन्हें दूध हजम नहीं होता। अगर आयुर्वेद की मानें तो दूध को पचाना हर किसी के बस की बात नहीं है इसे पचाने के लिए कुछ नियम होते हैं। इन नियमों का पालन कर कोई भी व्यक्ति दूध को आसनी से हजम कर सकता है। तो आइए जानें कि कैसे आप दूध को गटागट पीकर तुरंत हजम कर सकते हैं।
क्या कहते हैं आयुर्वेद के ये नियम
आयुर्वेद के मुताबिक, दूध हमारी सेहत के लिए किसी खजाने से कम नहीं हैं। दूध में ऐसे पर्याप्त पोषक तत्व होते हैं, जो हमारी संपूर्ण सेहत के लिए कई तरीके से फायदेमंद होते हैं। हालांकि आयुर्वेद में दिए नियमों को माना जाए तो दूध को अगर अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर पिया जाए तो दूध के पोषक तत्वों में और ज्यादा वृद्धि हो जाती है। दूध को अन्य चीजों के साथ मिलाकर पीने से पाइल्स, कब्ज, एसिडिटी, नींद न आना जैसी समस्याओं का निवारण किया जा सकता है।
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कच्चा दूध न पीएं
आयुर्वेद के मुताबिक, दूध को हमेशा उबालकर और उसे गुनगुना करके ही पीना चाहिए। ध्यान रहें कच्चा दूध न पीएं क्योंकि इसमें हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं, जो पेट को खराब कर सकते हैं। इसलिए हमेशा गुनगुना दूध ही पीएं।
दूध में मिलाकर पीएं ये चीजें
अगर आप से दूध नहीं पिया जाता तो आप दूध में हल्दी या शिलाजीत डालकर भी पी सकते हैं। ऐसा करने से दूध आसानी से हजम हो जाएगा और आप कई बीमारियों से भी दूर रहेंगे।
दूध में डालें छोटी पीपल
आपके घर में मौजूद कुछ मसाले जैसे छोटी पीपल को आप दूध में डालकर पी सकते हैं । ऐसा करने से दूध आसानी से हजम हो जाएगा। आपको करना ये है कि दूध में छोटी पीपल डालकर उबाल लें और इसका सेवन करें।
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पंचकोल के बाद पीएं दूध
आयुर्वेद में पंचकोल यानी की पीपल पीपलामूल चित्रस्य सौंठ को 1 गिलास पानी में उबालें और जब मात्र 50 ग्राम रह जाए तो इसे छान कर पी लें। इसे पीने के बाद आप कितना भी दूध पी लें, सब हजम हो जाएगा।
पेट फूलने पर पीएं ये वाला मिश्रण
अगर आपको लगे कि दूध पीने के बाद आपका पेट फूल रहा है या पेट मरोड़ मार रहा है तो दूध में थोड़ा सा अदरक, लौंग, इलायची और केसर मिलाकर पीएं। ऐसा करने से पेट आपका फूला हुआ नहीं रहेगा।
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