दुनियाभर में आंखों की समस्या से अच्छी खासी आबादी पीड़ित है। हाल ही विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा (WHO) जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक आंखों से जुड़ी समस्या और अंधेपन से दुनियाभर में 2.2 अरब लोग पीड़ित हैं। डब्लूएचओ की मानें तो इनमें से एक बिलियन लोगों में इस समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है, लेकिन इन समस्याओं का निदान नहीं हो पाया।
17 प्रतिशत लोगों में मोतियाबिंद के कारण होती है समस्या
डब्लूएचओ के मुताबिक 17 प्रतिशत लोगों में आंखों से जुड़ी समस्या मोतियाबिंद के कारण होती है। जबकि 56 प्रतिशत लोगों में यह समस्या अन्य कारणों से भी हो सकती है। अंधेपन और आंखों से जुड़ी समस्याएं किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन आमतौर पर यह समस्या 50 से अधिक उम्र वाले लोगों को होती है। एक बिलियन लोगों में इन समस्याओं के पीछे डायबिटिक रेटीनोपैथी, मस्कुलर डिजनरेशन, ग्लूकोमा और मोतियाबिंद को भी कारण माना जाता है।
इसे भी पढ़ें - क्या उम्र बढ़ने पर होती है मोतियाबिंद की समस्या? जानें मोतियाबिंद से जुड़े ऐसे ही 5 मिथक और उनकी सच्चाई
मोतियाबिंद से बचने के तरीके
मोतियाबिंद से बचने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत होती है। ऐसे में गलत आदतें जैसे धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें साथ ही साथ प्रोसेस्ड या जंक फूड खाने से भी परहेज करें। कई बार गलत आईड्रॉप का इस्तेमाल करने से भी आंखों से जुड़ी समस्या हो सकती है। इसलिए चिकित्सक की सलाह लेने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें। ऐसे में तेज धूप के संपर्क में आने से बचें साथ ही ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखें।
आंखों को स्वस्थ रखने की टिप्स
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए डाइट पर ध्यान देना जरूरी होता है। ऐसे में विटामिन ए, बीटा-कैरोटीन, विटामिन ई से भरपूर आहार खाएं। इससे आंखें स्वस्थ रहती हैं साथ ही मोतियाबिंद से भी बचाव होता है। स्क्रीन का अधिक इस्तेमाल करना भी आंखों के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में आंखो की रोशनी कमजोर हो सकती है, इसलिए स्क्रीन का इस्तेमाल कम करें। ऐसे में एक्सरसाइज और मेडिटेशन करना भी फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप त्राटक योग भी कर सकते हैं।