महिलाओं में एस्ट्रोजन लेवल ज्यादा बढ़ जाने पर दिखते हैं ये 10 संकेत, जानें इसे कंट्रोल करने के 5 नैचुरल तरीके

महिलाओं के शरीर में अगर ये 10 संकेत दिखें, तो समझ लें बढ़ गया है एस्ट्रोजन लेवल। इस हार्मोन को प्राकृतिक रूप से बैलेंस करने के 5 तरीके जानें।
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महिलाओं में एस्ट्रोजन लेवल ज्यादा बढ़ जाने पर दिखते हैं ये 10 संकेत, जानें इसे कंट्रोल करने के 5 नैचुरल तरीके

एस्ट्रोजन महिलाओं में पाया जाने वाला खास हार्मोन है, जो उनमें स्त्रीत्व वाले बदलाव करता है। इसीलिए एस्ट्रोजन को फीमेल हार्मोन कहते हैं। शरीर में इस हार्मोन की कमी खतरनाक है, तो इसकी अधिकता भी नुकसानदायक है। किसी भी व्यक्ति का शरीर तभी अच्छी तरह काम करता है और स्वस्थ रहता है, जब उसके शरीर में सभी हार्मोन्स बैलेंस हों। महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन बहुत महत्वपूर्ण होता है। एस्ट्रोजन महिलाओं के मासिक स्राव (पीरियड्स) को रेगुलेट करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एस्ट्रोजन ज्यादा बनने से महिलाओं की सेक्शुअल लाइफ पर भी असर पड़ता है। इसके कारण उनमें कामुकता की कमी आने लगती है और कई दूसरी परेशानियां शुरू हो जाती हैं।

higher estrogen level signs

क्यों होती है एस्ट्रोजन लेवल में गड़बड़ी?

महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का बढ़ना या घटना कई कारणों से हो सकता है, जैसे- वजन बढ़ने या घटने के कारण, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, प्रेगनेंसी आदि। आइए आपको बताते हैं महिलाओं के शरीर में दिखने वाले ऐसे 10 संकेत जो बताते हैं कि उनमें एस्ट्रोजन लेवल बढ़ गया है और इसे कम करने की जरूरत है।

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एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के 10 संकेत

  • वजन बढ़ना
  • मासिक धर्म में ज्यादा खून निकलना (Heavy Menstruation)
  • सेक्स की इच्छा में कमी (Decresead Sex Drive)
  • अनियमित पीरियड्स
  • स्तनों में सूजन (Swollen Breasts)- स्तनों को छूने पर दर्द होना या सूजन दिखना हो सकता है बढ़े हुए एस्ट्रोजन का संकेत
  • मूड में गड़बड़ी या चिड़चिड़ापन
  • बार-बार सिरदर्द होना (माइग्रेन जैसा दर्द होना)
  • बालों का झड़ना
  • नींद न आना (सोने में परेशानी)
  • ज्यादा ठंड लगना

हार्मोन्स लेवल को बैलेंस करने के 5 तरीके

अगर आप अपने शरीर में हार्मोन्स के लेवल को बैलेंस रखना चाहती हैं और बढ़े हुए एस्ट्रोजन लेवल को कम करना चाहती हैं, तो इस काम में आपकी कुछ फूड आइटम्स मदद कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं ऐसे फूड्स और टिप्स।

रोज़मैरी

रोज़मैरी फूड्स में सिर्फ फ्लेवर बढ़ाने के काम नहीं आती, बल्कि ये बेहतरीन हर्ब आपको कई फायदे पहुंचाता है। ये मेटाबॉलिज्म ठीक रखने, मेमोरी फंक्शन तेज करने और थायरॉइड को ठीक से काम करने में मदद करता है। रोज़मैरी को अपनी डाइट में शामिल करके आप हार्मोन्स को बैलेंस कर सकती हैं।

क्रुसिफेरस वेजिटेबल्स खाएं (Cruciferous vegetables)

क्रुसिफेरस वेजिटेबल्स (पालक, केल, फूल गोभी, पत्ता गोभी, ब्रोकली) में इनडोल-3-कार्बिनॉल (Indole-3-Carbinol) नामक खास तत्व होता है, जो शरीर में अतिरिक्त एस्ट्रोजन लेवल को कम करता है और हार्मोन्स को बैलेंस करता है। इसलिए इन सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए।

signs of high estrogen level

अलसी के बीज

अलसी के बीजों में लिग्नैंस (Lignans) और फाइटोएस्ट्रोजन्स (Phytoestrogens) होते हैं, जो अतिरिक्त एस्ट्रोजन को कम करके इसे बैलेंस करते हैं।

फॉलिक एसिड

महिलाओं के स्वास्थ्य में फॉलिक एसिड बड़ी भूमिका निभाता है। इसलिए फॉलिक एसिड का सेवन बहुत जरूरी है। ये पीरियड्स और प्रेग्नेंसी में महिलाओं को होने वाली परेशानियों से बचाता है और शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बैलेंस करने का काम करता है। फॉलिक एसिड सभी हरी पत्तेदार सब्जियों में आसानी से मिल सकता है।

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एक्सरसाइज और योगासन

महिलाओं को हार्मोन्स बैलेंस करने, वजन घटाने, शरीर को फिट रखने, हड्डियां मजबूत रखने, मूड सही रखने, स्ट्रेस कम करने और एस्ट्रोजन लेवल को बैलेंस करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना जरूरी है। अगर आप जिम जाकर एक्सरसाइज नहीं कर सकती हैं, तो घर या पार्क में एक्सरसाइज करें। पैदल चलें, जॉगिंग करें, साइकिल चलाएं, स्विमिंग करें या सीढ़ियां चढ़ें, मगर फिजिकल रूप से एक्टिव रहें। इसके अलावा योगासन और ध्यान भी बहुत फायदेमंद हैं।

इस तरह अगर आपके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के संकेत मिलते हैं, तो आप इसकी जांच करा सकते हैं। जांच में एस्ट्रोजन हार्मोन के ज्यादा निकलने पर आप कुछ फूड्स की मदद से और सही लाइफस्टाइल अपनाकर अपने शरीर में बढ़े हुए एस्ट्रोजन हार्मोन को कम कर सकती हैं और स्वस्थ जीवन जी सकती हैं।

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