तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर हमारी सेहत पर पड़ता है। दरअसल, खानपान में हुए बदलाव व शारीरिक गतिविधियों में कमी की वजह से लोगों को आज के समय में मोटापा, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या के कारण कई अन्य रोगों का जोखिम बढ़ जाता है। अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं तो अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। एक्सपर्ट के अनुसार डाइट में जिंक ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है। डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाले किन फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए। एक्सपर्ट के अनुसार डायबिटीज के रोगियों में जिंक की कमी होना एक आम समस्या है। यह कमी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकती है।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए जिंक को डाइट में करें शामिल - Zinc Rich Food To Control High Blood Pressure In Hindi
पालक
पालक जिंक का एक बहेतरीन सोर्स माना जाता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होता है। इसके साथ ही, पालक में पोटेशियम अधिक मात्रा में होता है, जो शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है। इसके नियमित सेवन से नसों में दबाव कम होता है। आप पालक को सलाद, सूप या स्मूदी के रूप में डाइट में शामिल कर सकते हैं।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज जिंक सहित अन्य पोषक तत्वों का बेहतरीन सोर्स माने जाते हैं। ये बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो ब्लड वैसेल्स (नसों) को आराम पहुंचाते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करते हैं। कद्दू के बीज जिंक से भरपूर होते हैं, इनको आप सुबह के नाश्ते में शामिल कर सकते हैं। कद्दू के बीज आप सलाद व दही के साथ सेवन कर सकते हैं।
दालें
दाल भारतीय व्यंजनों का प्रमुख हिस्सा होती है और यह जिंक और पोटेशियम दोनों का एक शानदार स्रोत होती हैं। दाल में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और हार्ट हेल्थ को इम्प्रूव करते हैं। आप चावल, रोटी के साथ दाल का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप मात्र को भी सूप की तरह पी सकते हैं।
चने
चना, जिंक और फाइबर से भरपूर होते हैं। उनका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर में योगदान करने वाले स्पाइक्स को रोका जा सकता है। चना मसाला या चने की सब्जियों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
ओट्स
ओट्स में जिंक के साथ ही पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है। हाई फाइबर के कारण इससे व्यक्ति को बार-बार भूख नहीं लगती है। ओट्स एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करता है और ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायक होता है।
इसे भी पढ़ें : कब्ज से छुटकारा पाने के लिए ऐसे करें अंगूर का सेवन, मिलेंगे अनोखे फायदे
बीपी को कंट्रोल करने और जिंक की पूर्ति के लिए आप डाइट में डेयरी प्रोडक्ट और नॉनवेज को भी शामिल कर सकते हैं। लेकिन, डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले आप डॉक्टर और डायइटिशियन की सलाह अवश्य लें।