नींद हमारे शरीर की एनर्जी को बनाए रखने के लिए जरूरी है। काम की थकान के बाद जब शरीर नींद की अवस्था में जाता है, तो उससे सभी अंगों को आराम मिलता है और शरीर में फिर से काम करने की एनर्जी इकट्ठा हो जाती है। ठीक से नींद पूरी न होने के कारण कई तरह के रोग जैसे- मधुमेह, उच्च रक्त चाप, दिल से संबंधित रोग एवं मोटापा आदि की समस्या हो जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि आपके सोने की आदतों से आपकी सेहत और आपके व्यक्तित्व के बारे में कई बातें बताई जा सकती हैं। आइए आपको बताते हैं क्या हैं वो बातें।
नीद के दौरान सांस लेने में परेशानी
अगर आपको नींद के दौरान सांस लेने में परेशानी होती है, तो ये स्लीप ऐप्निया का संकेत हो सकता है। मौजूदा दौर में लोगों में नींद से संबंधित बीमारी स्लीप ऐप्निया काफी बढ़ रही है और इसकी सबसे बड़ी वजह दिनचर्या का नियमित नहीं हो पाना है। जानकारों के मुताबिक जितना संभव हो सके खाने-पीने और सोने की आदतों को नियमित करें और चिकित्सकीय सलाह भी लेते रहना चाहिए। नींद की कमी से होने वाली सबसे आम समस्या स्लीप एपनिया है जिसमें नींद के दौरान सांस में रुकावट पैदा होती है और कई बार यह घातक भी हो सकती है।
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बार-बार उठकर पेशाब के लिए जाना
यदि रात को आपको कई बार पेशाब के लिए जाना पड़ता है तो यह डायबिटीज के कारण भी हो सकता है। रात को दो से अधिक बार पेशाब जाना डायबिटीज या प्री-डायबिटीज का संकेत हो सकता है। लगातार पेशाब आने का कारण ब्लड में शुगर की मात्रा का बढ़ना हो सकता है। जब ब्लड में शुगर बढ़ जाता है, तो शरीर पेशाब के रास्ते से इसे बाहर निकलना चाहता है।
करवट बदलना और दिल तेज धड़कना
यदि आप रात को करवटें बदलते रहते हैं और दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं तो यह ओवरएक्टिव थायरॉयड के कारण हो सकता है। जी हां यदि आपको लगातार रात को सोते समय अनिद्रा, तेजी से दिल धड़कने और असहजता की समस्या होती है तो यह हाइपरथायरॉडिज़्म के कारण हो सकता है।
अचानक नींद टूट जाना
सोते हुए अचानक उठने के बाद फिर नींद न आना के पीछे संभावित कारण, रेस्टललैस लेग सिंड्रोम (एक मस्तिष्क संबंधी विकार) हो सकता है। यह विकार लगभग 3 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करता है। यदी आपको सोने से पहले पीरे बाड पर फैलने तथा बीच रात में अपने साथी को लात मारने व जाग कर बैठ जैने की आदत है तो यह रेस्टललैस लेग सिंड्रोम हो सकता है। इसमें पैरों मे असुविधाजनक अहसास होता है, जोकि समय के साथ चला भी जाता है।
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देर से सोना पर सुबह जल्दी आंख खुलना
यदि रात को कितनी भी देरी से सोने के बाद सुबह जल्दी ही आपकी आंखें खुल जाती हैं, तो ऐसा सिरकेडिअन रिदम डिसऑर्डर के कारण हो सकता है। सुबह जल्दी उठना बिल्कुल बुरा नहीं है लेकिन यदि लगातार रोत को देर से सोने के बाद सूरज निकने से पहले ही आंखें खुल जाना समस्या का संकेत हो सकता है।
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