आज के युग में बच्चे बाहर खेलने से ज्यादा इंटरनेट पर समय बिताने लगे है। कई बार ये मां-बाप के लिए परेशानी का सबब भी बन जाता है। ऐसे में उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने बच्चों के इंटरनेट से जुड़ खतरों के बारे में उन्हें ताकि उनके बच्चे पर इसका बुरा प्रभाव ना पड़ें। बच्चों के इंटरनेट के खतरे से बचाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आपको उन खतरों के बारे में अंदाजा होना चाहिए। आप तब ही उन्हे उसे बचाने में कामयाब हो सकेंगे। ऐसे में आपको भी इंटरनेंट पर थोड़ी जानकारी बढ़ानी होगी।
- इंटरनेट पर आपकी जानकारी, आपके बच्चों के गलत साइट्स पर जाने से रोकने में मदद करेगी। इसके लिए आप कंप्यूटर के बेसिक्स को सीख सकते है। या फिर अपने दोस्तो और सहेलियों से बात करके भी इसके बारे में जानकारी ली जा सकती है।
- आप अपने बच्चों से इंटरनेट के बारे में चर्चा जरूर करें। वो कौन सी साइट्स देखता है। इंटरनेट पर कहां ज्यादा समय व्यतीत करता है। कौन से ऑनलाइन गेम्स में ज्यादा दिलचस्पी लेता है। इस बात का ध्यान रखे कि ऑनलाइन गेम्स के जरिए भी वो कई लोगो से चैट करता है। अगर को किसी सोशल प्लैटफार्म पर है तो उसमें आप भी शामिल हो, जिससे आपको उसे दोस्तों आदि के बारे में पता चल सकेगा।
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- आप उससे पूछ सकते है कि वो किससे चैट कर रहा है। अगर बच्चे को बताने में हिचक है तो उसकी इंटरनेट गतिविधियों पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। अगर आप टेक सैवी है तो ये आपके लिए बच्चों को इंटरनेट के खतरों से बचाना थोड़ा आसान रहता है। आप अपने सिस्टम पर उन साइट्स को ब्लॉक कर सकते है।
- आप अपने बच्चे के लिए अलग से यूजर बना सकते है। जो आपको बच्चे को कुछ साइट्स का प्रयोग करने के लिए रिस्ट्रिक्ट कर सकती है। साथ आप अपने बच्चों के सिस्टम का पासवर्ड जरूर मांगें। और टाइम टू टाइम उसे चेक करते है।
- अगर आपके बच्चों ने नया नया इंटरनेट यूज करना शुरू किया तो उसे बताए कि उसे कुछ सलाह जरूर देनी चाहिए। जैसे वो किसी अजनबी से ज्यादा दोस्ती ना करे। उसके साथ अपने व्यक्तिगत जानकारी को ना बांटे। आप अपने बच्चों के इंटरनेट से खरीददारी, डाउनलोड आदि करने में सावधानी रखने की सलाह जरूर दें। उन्हे बताए कि इससे वो धोखाधड़ी का शिकार हो सकते है।
आप बच्चे के कंप्यूटर को ऐसी जगह रखने की कोशिश करे कि जिससे आप आसानी से उस पर नजर रख सकते हो।
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