फिटनेस के लिये योग करना ज्यादा अच्छा है या पिलाटे एक्सरसाइज? बता रहे हैं फिटनेस एक्सपर्ट

योग और प‍िलाटे दोनों एक-दूसरे से म‍िलते-जुलते हैं पर दोनों के फायदे अलग-अलग हैं। फिटनेस एक्सपर्ट से जानें सेहत के लिहाज से क्या है ज्यादा फायदेमंद।
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फिटनेस के लिये योग करना ज्यादा अच्छा है या पिलाटे एक्सरसाइज? बता रहे हैं फिटनेस एक्सपर्ट

कोरोना माहमारी के बीच लोगों ने खुद को फ‍िट रखने के ल‍िये अलग-अलग तरीके अपनायें। घर में की जा सकने वाली एक्सरसाइज (इनडोर एक्सरसाइज) और योगासन दोनों ही इस दौरान खूब पॉपुलर हुए। पिलाटे भी एक इनडोर एक्सरसाइज है, जो कुछ-कुछ योगासनों से मिलती है। यही कारण है कि लोग इन्हें एक ही समझ लेते हैं। जबकि दोनों में कई अंतर हैं और इन्हीं अंतरों के आधार पर इनके फायदे भी अलग-अलग हैं। समय के साथ लोग ऐसी प्रक्रि‍या की ओर बढ़ रहे हैं जो उनके शरीर के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ रखें। ऐसे में योग और पिलाटे दोनों में से कौन सा आपके लिए बेहतर है और इन्हें करने के क्या फायदे हैं? अगर आप भी इन बातों को जानना चाहते हैं और योग और पिलाटे में कंफ्यूज रहते हैं, तो आज इस लेख में लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक के योगा एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव बता रहे हैं कुछ खास बातें।

क्या है योग और पिलाटे में अंतर?

योग और प‍िलाटे से ये बैलेंस आसानी से बनाया जा सकता है। योगा व्यायाम नहीं हो सकता। पिलाटे एक तरह का व्यायाम है। पिलाटे में सिर्फ आपकी शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान दिया जाता है जबकि योग में मन और शरीर दोनों की गतिविधियों पर फोकस किया जाता है। योग से शरीर स्थिर बनता है जबकि पिलाटे से शरीर में तेजी आती है। योग आपको अपनी सांस संतुलित करने का मौका देता है जबकि पिलाटे में सांस की गिनती नहीं की जाती। योग से आपके शरीर के अंदरूनी अंग भी मजबूत होते हैं और पिलाटे बाहरी अंगों पर ध्यान देता है। हालांकि पिलाटे की प्रक्रिया से वजन जल्दी घटता है और योग में पिलाटे के मुकाबले ज्यादा समय लगता है। प‍िलाटे ताकत के साथ-साथ मांसपेश‍ियों की टोन‍िंग करता है और शरीर को लचीला बनाता है वहीं दूसरी ओर योगा संतुलन, शक्‍त‍ि, स्‍प्रिचुअल जैसे ब‍िंदुओं पर फोकस करता है।

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योग सेहतमंद जीवन के लिए जरूरी

योग के बेनेफ‍िट्स से हम सब वाक‍िफ हैं। पर प‍िलाटे और योगा में से आप किसे चुनते हैं ये इस बात पर न‍िर्भर करता है क‍ि आपका फिटनेस गोल कैसा है। योग से शुगर, कब्‍ज जैसी बीमार‍ियों में आराम म‍िलता है। मन की शांति के ल‍िये योग जरूरी बताया गया है। योग से आपको होने वाले फायदे लंबे समय तक रहेंगे पर इसके ल‍िये आपको धैर्य बनाये रखना होगा। क्‍योंकि योग जल्‍द अपना असर नहीं द‍िखाता। कुछ समय बाद आपको फर्क महसूस होगा। आपको कई सारी बीमार‍ियों ने घेर रखा है तो आज ही योग करना शुरू करें। लोग इसे स्‍लो प्रोसेस कहकर टाल देते हैं पर असल में ये ही आपके शरीर को बीमार‍ियों से लड़ने में मदद करता है।

yoga benefits in hindi

योग करते समय इस बात का ध्‍यान रखें क‍ि आपका मन शांत हो। अशांत मन से योगा करने से आपको लाभ नहीं म‍िलेगा। अच्‍छी नींद के ल‍िये भी योग को रामबाण इलाज बताया जाता है। इससे आपको भूख अच्‍छी लगती है और आप तनाव से दूर रहते हैं। पेट के पाचन के ल‍िये योग बेस्‍ट माना जाता है। ध्‍यान बढ़ाने के ल‍िये योगा का बड़ा हाथ माना जाता है। वजन घटाने वालों के ल‍िये योगा पहली पसंद है। ये आपका मेटाबॉल‍िज्‍म सुधारता है ज‍िससे शरीर का मांस धीरे-धीरे कम होने लगता है। शरीर के हर अंग को योग की मदद से बेहतर बनाया जा सकता है। ये आपके शरीर से बैड कोलेस्‍ट्रॉल को कम करता है ज‍िससे उच्‍च रक्‍तचाप जैसी परेशानी नहीं होती। डायब‍िटीज के रोग‍ियों को रोजाना योगा करना चाह‍िये इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा। अगर आप रोज योगा करते हैं तो आप अपने शरीर और मन को काबू में रख सकते हैं। इससे आपका शरीर और मन दोनों चुस्‍त-दुरूस्‍त बनता है।   

क्‍या है प‍िलाटे?

प‍िलाटे को आप योगा का एडवांस फॉर्म भी कह सकते हैं। इसमें बेल्‍ट, बैंड और अन्‍य इक्‍वीपमेंट्स का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। प‍िलाटे की शुरूआत पहले व‍िश्‍व युद्ध के दौरान सैन‍िकों की शारीर‍िक क्षमता को मजबूत करने के ल‍िये की गई थी। प‍िलाटे में शांत माहौल की जरूरत नहीं होती। बल्‍क‍ि इसे आप म्‍यूज‍िक के साथ और भी द‍िलचस्‍प बना सकते हैं। अगर आपको ज‍िम का अंदाज पसंद है तो प‍िलाटे आपको जरूर भाएगा। आज कल यूट्यूब पर प‍िलाटे पर कई वीड‍ियोज मौजूद हैं ज‍िन्‍हें देखकर आप घर पर ही प‍िलाटे कर सकते हैं।

pilates benefits in hindi

प‍िलाटे से शरीर की मांसपेश‍ियों को ताकत म‍िलती है। खासकर पेट और पीठ के नीचे वाले ह‍िस्‍से को फायेदा पहुंचता है। आपके शरीर की शारीर‍िक क्षमता तेजी से बढ़ती है। शरीर लचीला बनता है। अगर आपको गठ‍िया रोग है तो प‍िलाटे आपको आराम पहुंचायेगा। इससे शरीर को सही पॉश्‍चर म‍िलता है। भले ही पिलाटे में आपको सांस ग‍िनने की प्रक्र‍िया पर ध्‍यान नहीं देना पड़े पर इससे आपके सांस लेने की प्रक्र‍िया बेहतर होती है। रीढ़ की हड्डी की मजबूती चाहते हैं तो भी प‍िलाटे बेस्‍ट है। चोट या दर्द को दूर करने के ल‍िये डॉक्‍टर प‍िलाटे करने की सलाह देते हैं। प‍िलाटे 2 तरह से क‍िये जाते हैं। पहले तरीके में पूरा व्‍यायाम मैट पर किया जाता है ज‍िससे प्रत‍िरोधक क्षमता बढ़ती है वहीं दूसरे तरीके में डंबल्‍स जैसे इक्‍वीपमेंट्स का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है ज‍िससे मांसपेश‍ियां मजबूत होती है।  

प‍िलाटे करते वक्‍त क‍िन बातों का ध्‍यान रखें?  

  • -प‍िलाटे एक तरह का व्‍यायाम है और इसे उतना ही करना चाहिये ज‍ितनी आपके शरीर की क्षमता है। ज्‍यादा करने पर ये दर्द का कारण भी बन सकता है। प‍िलाटे करने के बाद थोड़ी देर आराम करना न भूलें।
  • -इसे सुबह करने से आपके शरीर को लाभ पहुंचता है। जहां तक हो सके इसे खाली पेट ही करें। अगर खाना खाया हो तो उसके 5 घंटे बाद ही प‍िलाटे करें।
  • -खुली हवा में प‍िलाटे करना अच्‍छा माना जाता है। अगर आपके घर में बॉलकनी या बगीचा है तो वहां प‍िलाटे कर सकते हैं।
  • -कभी भी झटके से व्‍यायाम करने की कोश‍िश न करें। आपको शरीर पर ज्‍यादा जोर नहीं डालना है।
  • -शुरूआत में कमर में दर्द सामान्‍य है पर ज्‍यादा दर्द होने पर एक्‍सरसाइज करना बंद कर दें।

योगा या प‍िलाटे, क्या है बेहतर?

  • -सबसे बड़ा अंतर दोनों के बीच ये है क‍ि योगा को हर उम्र के लोग कर सकते हैं पर ज्‍यादा उम्र वालों को डॉक्‍टर पिलाटे करने की सलाह नहीं देते।
  • -प‍िलाटे करने के कुछ ही द‍िनों में आपको शरीर में फर्क महसूस होगा जबक‍ि योगा एक लंबी प्रक्र‍िया या ज‍िसका असर धीरे-धीरे होगा। ज‍िन लोगों को तेजी से वजन घटाना हैं वे प‍िलाटे को अपना सकते हैं पर इस बात का ध्‍यान रखें क‍ि जैसे ही आप व्‍यायाम बंद कर देंगे वजन तेजी से बढ़ने लगेगा। जबक‍ि योगा छोड़ने के बाद वजन तेजी से नहीं बढ़ता।
  • -किसी चोट या शारीर‍िक दर्द को खत्‍म करने के ल‍िये प‍िलाटे ज्‍यादा बेहतर ऑप्‍शन है।
  • -प‍िलाटे से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और शरीर की टोन‍िंग होती है जबक‍ि योगा करने से द‍िमाग और अंदरूनी अंग को भी शक्‍त‍ि म‍िलती है।
  • -अगर आपको मन शांत करना है या तनाव कम करना है तो योगा आपकी मदद करेगा। पीसीओडी के दौरान भी डॉक्‍टर योगा करने की सलाह देते हैं।
  • -योगा में सांस लेने की प्रक्रिया पर जोर द‍िया जाता है जबक‍ि प‍िलाटे में केवल शारीर‍िक बल पर जोर द‍िया जाता है।  

दोनों ही प्रक्रिया हमारे स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर करने के ल‍िये बनाई गई है। जल्‍द शरीर में बदलाव देखना चाहते हैं तो प‍िलाटे को अपनायें वहीं तन-मन की चुस्‍ती-फुर्ती के ल‍िये योगा बेस्‍ट रहेगा।

Written by Yashaswi Mathur

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